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TRAI जल्द बदलेगा 10-अंकों वाला लैंडलाइन नंबर: जानें आपके लिए क्या होगा नया?
TRAI जल्द बदलेगा 10-अंकों वाला लैंडलाइन नंबर: जानें आपके लिए क्या होगा नया?
Authored By: संतोष आनंद
Published On: Friday, February 7, 2025
Updated On: Friday, February 7, 2025
ट्राई के इन बदलावों को पूरी तरह लागू करने में कुछ समय लगेगा, लेकिन इससे भारत की टेलीकॉम सेवाओं की क्वालिटी में सुधार होगा और यूजर को नए और बेहतर फीचर्स का लाभ मिलेगा।
Authored By: संतोष आनंद
Updated On: Friday, February 7, 2025
भारत में टेलीकॉम सर्विसेज में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने देश के नेशनल नंबरिंग सिस्टम (National Numbering System) में महत्वपूर्ण बदलाव करने का प्रस्ताव दिया है। बता दें कि पिछले करीब दो दशकों से यह सिस्टम एक जैसा बना हुआ था, लेकिन अब मोबाइल फोन और कनेक्टेड डिवाइसेज़ की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे अपडेट किया जा रहा है। नए बदलावों के लागू होने के बाद सभी लैंडलाइन नंबरों का फॉर्मेट बदल जाएगा।
लैंडलाइन नंबर अब होंगे 10 अंकों के
TRAI के नए प्रस्ताव के अनुसार, भारत में सभी लैंडलाइन नंबर अब 10 अंकों के होंगे, ठीक वैसे ही जैसे मोबाइल नंबर होते हैं। जानें यह बदलाव क्यों जरूरी है?
- नए टेलीफोन नंबरों की जरूरत: मोबाइल और इंटरनेट से जुड़े डिवाइस की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे नए फोन नंबरों की मांग बढ़ी है। नए 10-अंकों वाले लैंडलाइन नंबर से अधिक नंबर उपलब्ध कराए जा सकेंगे।
- बेहतर नंबरिंग सिस्टम : सभी टेलीकॉम नेटवर्क को एक समान बनाने के साथ मौजूदा प्रोसेस का अधिकतम उपयोग करना है।
- भविष्य की टेक्नोलॉजी के लिए तैयार रहना: IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स), 5G और अन्य स्मार्ट डिवाइसेज़ के विस्तार के लिए नंबरिंग सिस्टम को अपडेट करना जरूरी है।
लैंडलाइन से लैंडलाइन कॉल करने के लिए ‘0’ जरूरी होगा
अब अगर कोई व्यक्ति एक लैंडलाइन से दूसरी लैंडलाइन पर कॉल करेगा, तो उसे पहले ‘0’ डायल करना अनिवार्य होगा। जानें डायलिंग में क्या बदलाव होंगे?
- लैंडलाइन से लैंडलाइन कॉल : अब आपको नंबर से पहले ‘0’ लगाना होगा।
- मोबाइल से लैंडलाइन कॉल : कोई बदलाव नहीं होगा, आप सीधे नंबर डायल कर सकते हैं।
- लैंडलाइन से मोबाइल कॉल : कोई बदलाव नहीं होगा, आप पहले की तरह कॉल कर सकते हैं।
इस बदलाव से टेलीकॉम नेटवर्क को अधिक व्यवस्थित करने और बेहतर उपयोग करने में मदद मिलेगी।
6 महीने में लागू होंगे नए नियम
TRAI ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को 6 महीने का समय दिया है ताकि वे इस नए नंबरिंग सिस्टम को अपने नेटवर्क में लागू कर सकें। जानें टेलीकॉम कंपनियों को किन चुनौतियों का सामना करना होगाः
- सभी पुराने लैंडलाइन नंबरों को नए फॉर्मेट में अपडेट करना।
- नए 10-अंकों वाले नंबरों के लिए तकनीकी बदलाव करना।
- ग्राहकों को नए डायलिंग नियमों के बारे में जागरूक करना।
लैंडलाइन नंबर पोर्ट करना होगा आसान
अब तक मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) की सुविधा केवल मोबाइल फोन के लिए उपलब्ध थी, लेकिन TRAI ने घोषणा की है कि आने वाले 5 वर्षों में लैंडलाइन नंबर भी पोर्ट किए जा सकेंगे। लैंडलाइन नंबर पोर्टेबिलिटी से क्या फायदे होंगे?
- ग्राहक बिना नंबर बदले अपनी टेलीकॉम कंपनी बदल सकेंगे।
- इससे बेहतर सेवाएं देने के लिए कंपनियों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
- लैंडलाइन उपयोगकर्ताओं को अधिक फ्लेक्सिबिलिटी मिलेगी।
नए कॉलर आईडी सिस्टम से फर्जी कॉल पर रोक
TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को CNAP (Caller Name Presentation) सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया है। इस सिस्टम से जब कोई कॉल आएगा, तो कॉलर का रजिस्टर्ड नाम स्क्रीन पर दिखाई देगा। इससे क्या फायदा होगा?
- स्पैम और फ्रॉड कॉल से बचाव होगा।
- फोन स्कैम और ठगी को रोकने में मदद मिलेगी।
- लोगों को कॉल उठाने से पहले यह जानने का मौका मिलेगा कि कॉलर कौन है।
- TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को इसे जल्द से जल्द लागू करने को कहा है।
मशीन-टू-मशीन (M2M) डिवाइसेज के लिए 13-अंकों के नंबर
TRAI ने IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स), स्मार्ट मीटर, औद्योगिक उपकरणों और अन्य स्मार्ट डिवाइसेज के लिए 13-अंकों के नंबरों का प्रस्ताव दिया है। इसका क्या मतलब है?
- वर्तमान में सभी M2M डिवाइसेज 10-अंकों के मोबाइल नंबर का उपयोग करते हैं।
- नए 13-अंकों वाले नंबरों से M2M डिवाइसेज का बेहतर प्रबंधन और ट्रैकिंग हो सकेगी।
- 5G और स्मार्ट कनेक्टेड डिवाइसेज के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
इमरजेंसी नंबर होंगे पूरी तरह फ्री
TRAI ने यह भी प्रस्ताव दिया है कि सभी आपातकालीन सेवाओं के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले नंबर पूरी तरह से मुफ्त किए जाएं। फ्री इमरजेंसी नंबरों से क्या फायदा होगा?
- जरूरतमंद लोगों को तुरंत मदद मिलेगी।
- पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी सेवाओं की पहुंच आसान होगी।
- कम आय वाले लोगों को भी बिना किसी शुल्क के इमरजेंसी सेवाओं का लाभ मिलेगा।
इसके अलावा, TRAI ने नंबरिंग सिस्टम के नियमित ऑडिट की भी सिफारिश की है ताकि कोई गड़बड़ी न हो और सिस्टम सुचारू रूप से काम करता रहे।
नए बदलावों से टेलीकॉम सिस्टम होगा ज्यादा स्मार्ट और सुरक्षित
इन सभी बदलावों का मुख्य उद्देश्य भारत के टेलीकॉम सिस्टम को और अधिक सुरक्षित, प्रभावी और स्मार्ट बनाना है। इन बदलावों से क्या होगा?
- टेलीकॉम नेटवर्क अधिक संगठित और सक्षम होगा।
- नए 10-अंकीय लैंडलाइन नंबरों से टेलीकॉम कंपनियों के लिए नए नंबर जारी करना आसान होगा।
- लैंडलाइन से लैंडलाइन कॉल में ‘0’ जोड़ने से नेटवर्क ट्रैफिक को सही तरीके से मैनेज किया जा सकेगा।
- लैंडलाइन नंबर पोर्टेबिलिटी से ग्राहकों को अधिक विकल्प और सुविधाएं मिलेंगी।
- CNAP सिस्टम से स्पैम और फ्रॉड कॉल को रोका जा सकेगा।
- IoT और स्मार्ट डिवाइसेज के लिए 13-अंकों के नंबर से नए कनेक्टेड डिवाइसेज़ को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकेगा।
- इमरजेंसी सेवाओं के लिए मुफ्त कॉलिंग से जरूरतमंद लोगों को तुरंत मदद मिलेगी।
हालांकि इन बदलावों को पूरी तरह लागू करने में कुछ समय लगेगा, लेकिन इससे भारत की टेलीकॉम सेवाओं की क्वालिटी में सुधार होगा और यूजर को नए और बेहतर फीचर्स का लाभ मिलेगा।