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लखनऊ में आज का मौसम 17 April 2025: 4 डिग्री बढ़ा पारा, गर्मी से होगा बुरा हाल, जानें कैसे करें बचाव
लखनऊ में आज का मौसम 17 April 2025: 4 डिग्री बढ़ा पारा, गर्मी से होगा बुरा हाल, जानें कैसे करें बचाव
Authored By: Khursheed
Published On: Wednesday, April 16, 2025
Updated On: Wednesday, April 16, 2025
17 अप्रैल को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 42 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री रहने का अनुमान है. ऐसे में हफ्ते भर तक लखनऊ वासियों के लिए गर्म हवा और उमस भरी गर्मी का दौर रहेगा.बुधवार के मुकाबले गुरुवार को तापमान में दो डिग्री की बढ़ोतरी होने का अनुमान है. इसके अलावा न्यूनतम तापमान भी दो-तीन डिग्री ज्यादा रहने का रहेगा.ऐसे में आपको गर्मी और धूप की मार से बचने और जरूरी सावधानियां बरतने की जरूरत है.
Authored By: Khursheed
Updated On: Wednesday, April 16, 2025
लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के कई शहरों में गर्मी का आलम जारी हैं. मौसम विभाग ने 17 अप्रैल को लखनऊ में अधिकतम तामपान 42 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहने का अनुमान लगाया है.
इसमें पिछले दिनों के मुकाबले छह डिग्री का उछाल देखने को मिल सकता है.
ऐसे में सवाल ये है – क्या आज घर के भीतर रहना ही बेहतर होगा, या अगर ज़रूरी काम से बाहर निकलना है तो किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है? आइए, मौसम का पूरा हाल जानें ताकि आप झुलसाने वाली गर्मी में राहत पा सकें.
लखनऊ में 17-23 अप्रैल तक गर्म हवा के साथ लू चलेंगी. मौसम विभाग ने लखनऊ के लिए फिलहाल किसी तरह का एलर्ट जारी नहीं किया है. लेकिन आने वाले दिनों में बढ़ती गर्मी को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत हैं क्योंकि धूल भरी आंधी और तेज हवाओं की संभावना है.
17 अप्रैल: गर्मी के कहर की शुरुआत
17 अप्रैल को स्थिति और गंभीर हो गई है क्योंकि गुरुवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक जा सकता है. साथ ही तेज सतही हवाए चलेंगी. यह गर्म हवाए न सिर्फ बाहर निकलना मुश्किल बना देंगी, बल्कि लू जैसी स्थितियां भी पैदा कर सकती हैं. दोपहर की चिलचिलाती धूप में बाहर निकलना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है.
18 अप्रैल: ‘हीट वेव’
18 अप्रैल तक भी लखनऊ के तापमान में किसी तरह की गिरावट की संभावना नहीं है. ऐसे में आने वाला मौसम अपना ‘कहर’ बरपाएगा. डॉक्टरों की सलाह है – “दोपहर 12 से 4 बजे तक घर के अंदर रहें, ढेर सारा पानी पिएं और हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें.”
अगले पांच दिन लखनऊ में गर्मी का ‘रौद्र रूप’ देखने को मिलेगा. आंधी, धूल भरी हवाएं और लू जैसे हालात – सभी कुछ इस ‘गर्मी के थ्रिलर’ का हिस्सा हैं. समझदारी इसी में है कि सावधानी बरती जाए और मौसम के इस ‘उग्र स्वभाव’ से बचकर रहा जाए!
लखनऊ में प्रदूषण का स्तर
लखनऊ की चिलचिलाती गर्मी के साथ प्रदूषण में भी बढ़ोतरी हुई है. पिछले दिनों वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहतर था लेकिन अब प्रदूषण का स्तर खराब हुआ है. ऐसे में आने वाले दिनों में मौसम सेहत के लिए चिंताजनक बना हुआ है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, पिछले दिनों गर्म हवाओं के कारण प्रदूषक कण हल्के होकर ऊपर उठ गए थे, जिससे जमीनी स्तर पर प्रदूषण का असर कुछ कम हुआ था.लेकिन अब दोबारा प्रदूषण स्तर बढ़ गया है.
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय अस्थमा और दिल के मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. बाहर निकलते समय N95 मास्क पहनना, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना और घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करना समझदारी होगी. सुबह के समय जब प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक होता है, उस दौरान बाहरी गतिविधियों से परहेज करना चाहिए. यह स्थिति एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि क्या दिल्ली कभी वास्तव में स्वच्छ हवा में सांस ले पाएगी? जब तक वाहनों के उत्सर्जन पर कठोर नियंत्रण नहीं होता और औद्योगिक प्रदूषण में भारी कटौती नहीं की जाती, तब तक यह सपना सपना ही बना रहेगा.
पिछले 10 दिनों में लखनऊ में मौसम का मिज़ाज
दिनांक | Min Temp. | Max Temp. |
---|---|---|
Apr 17, 2025 | 26 | 42 |
Apr 16, 2025 | 27 | 40 |
Apr 15, 2025 | 25 | 38 |
Apr 14, 2025 | 27 | 41 |
Apr 13, 2025 | 27 | 42 |
Apr 12, 2025 | 27 | 42 |
Apr 11, 2025 | 25 | 43 |
Apr 10, 2025 | 26 | 42 |
Apr 9, 2025 | 26 | 42 |
Apr 8, 2025 | 25 | 41 |
लखनऊ में इतनी गर्मी का क्या है कारण?
लखनऊ में गर्मी पड़ने का सबसे बड़ा कारण पछुआ हवाएं हैं. साथ ही तेजी से हो रहे शहरीकरण, पेड़ों की कटाई और कंक्रीट के बढ़ते निर्माण ‘Urban Heat Island Effect’ को बढ़ावा देते हैं, जिससे शहरों का तापमान आस-पास के ग्रामीण इलाकों से ज़्यादा होता है.समुद्र से काफी दूर होने के कारण यहां समुद्री मॉनसून का सुकून देने वाला प्रभाव भी कम ही पहुंच पाता है.
शहरीकरण का दुष्प्रभाव
लखनऊ में तेजी से बढ़ते शहरीकरण ने ‘अर्बन हीट आइलैंड’ प्रभाव को जन्म दिया है. कंक्रीट के जंगलों ने प्राकृतिक हरियाली को निगल लिया है, जबकि निर्माण गतिविधियों ने गर्मी सोखने वाली खुली जमीन को कम कर दिया है. एयर कंडीशनर और वाहनों से निकलने वाली गर्मी ने शहर के तापमान को और बढ़ा दिया है.
प्रदूषण की भूमिका
वायु प्रदूषण ने लखनऊ की गर्मी की समस्या को और विकराल बना दिया है. वायुमंडल में जमा प्रदूषक कण सूरज की गर्मी को रोककर रखते हैं, जबकि धूल और स्मॉग की मोटी परत शहर को एक गर्म कंबल की तरह ढंक लेती है. यह प्रभाव रात के तापमान को भी असामान्य रूप से बढ़ा देता है.
मौसम पैटर्न में बदलाव
पिछले कुछ वर्षों में मौसम के पैटर्न में आए बदलाव ने भी गर्मी को बढ़ाया है. पश्चिमी विक्षोभ की कमी, मानसून पूर्व बारिश में कमी और लंबे समय तक चलने वाली शुष्क हवाओं ने गर्मी की अवधि को बढ़ा दिया है.
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन ने दिल्ली के तापमान को भी प्रभावित किया है. बढ़ता वैश्विक तापमान, अप्रत्याशित मौसम चक्र और गर्मी के मौसम की अवधि में वृद्धि ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
तत्काल प्रभाव और समाधान
इस भीषण गर्मी के कारण लू की घटनाएं बढ़ी हैं, बिजली की मांग आसमान छू रही है और जल संकट गहराता जा रहा है. इस स्थिति से निपटने के लिए शहर में हरियाली बढ़ाने, जल संरक्षण के उपाय अपनाने और सतत विकास की नीतियों को लागू करने की तत्काल आवश्यकता है.
क्या करें लखनऊवासी?
क्या करें लखनऊवासी?
- सुबह-शाम के समय बाहर निकलते वक्त N95 मास्क जरूर पहनें.
- घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें.
- घर में नीम, तुलसी जैसे एयर-प्यूरीफाइंग पौधे लगाएँ.
इस गर्मी का क्या तत्काल प्रभाव देखने को मिल रहा है?
- लू के मामले बढ़े हैं
- बिजली की खपत बहुत बढ़ गई है
- जल संकट गहराता जा रहा है
- लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है
लखनऊ में गर्मी से राहत पाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
- शहर में हरियाली बढ़ाई जाए
- जल संरक्षण के उपाय किए जाएं
- वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया जाए
- सतत विकास की नीतियाँ अपनाई जाएं
- लोग स्वयं भी गर्मी से बचाव के घरेलू उपाय अपनाएं जैसे ढीले कपड़े पहनना, अधिक पानी पीना, धूप से बचना आदि