Heart Attack Cause: स्टॉकिंग से महिलाओं में बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा

Authored By: स्मिता

Published On: Wednesday, August 27, 2025

Last Updated On: Wednesday, August 27, 2025

Heart Attack Cause women stalking risk heart health.
Heart Attack Cause women stalking risk heart health.

Heart Attack Cause: हाल ही में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल पत्रिका में प्रकाशित एक नये अध्ययन के अनुसार, किसी महिला का लगातार पीछा किये जाने का सीधा संबंध दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों से हो सकता है. यह शोध 'नर्सेज हेल्थ स्टडी' पर आधारित है, जिसमें लगभग दो दशकों से महिलाओं के स्वास्थ्य [...]

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Wednesday, August 27, 2025

Heart Attack Cause: हाल ही में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल पत्रिका में प्रकाशित एक नये अध्ययन के अनुसार, किसी महिला का लगातार पीछा किये जाने का सीधा संबंध दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों से हो सकता है. यह शोध ‘नर्सेज हेल्थ स्टडी’ पर आधारित है, जिसमें लगभग दो दशकों से महिलाओं के स्वास्थ्य आंकड़े दर्ज किये जा रहे हैं. अध्ययन बताता है कि अनचाहा पीछा (स्टॉकिंग) दुनिया में महिलाओं के खिलाफ होने वाली सबसे आम हिंसा में से एक है. हर तीन में से एक महिला अपने जीवनकाल में इससे गुजरती है. शोध में पाया गया कि जिन महिलाओं ने पीछा किये जाने से परेशानी का अनुभव करने के बाद शिकायत दर्ज की, उनमें 41% महिलाओं में हृदय रोग का जोखिम देखा गया.

तीन में से एक महिला झेलती है स्टॉकिंग

शोधकर्ताओं का कहना है कि पीछा किये जाने को अक्सर गैर-शारीरिक हिंसा समझ कर नजरअंदाज कर दिया जाता है. यह एक आम समस्या है. यह पाया गया कि जिन महिलाओं ने पीछा किये जाने की शिकायत की, उनमें हृदय रोग का जोखिम अधिक था. इस बढ़े जोखिम के पीछे मानसिक तनाव की बड़ी भूमिका हो सकती है. लंबे समय तक जारी तनाव तंत्रिका तंत्र, रक्त वाहिकाओं के सामान्य कामकाज और अन्य जैविक प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है. यही वजह है कि रक्त वाहिकाओं की दीवारें क्षतिग्रस्त होकर हृदय रोग की संभावना बढ़ा सकती है.

स्टॉकिंग को नहीं करना चाहिए नजरअंदाज

अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक, हर तीन में से एक महिला स्टॉकिंग (Female Stalking) का सामना करती है. इसे हृदय रोग का संभावित जोखिम (Heart Disease Risks) कारक मानकर चिकित्सकीय जांच में शामिल नहीं किया जाता. जिनकी जांच नहीं की जाती, उनमें यह जोखिम 70% तक बढ़ा हुआ पाया गया. दिलचस्प तथ्य यह भी रहा कि जिन महिलाओं को दिल का दौरा या स्ट्रोक हुआ था, ज्यादातर ने अपने अतीत में पीछा किये जाने की शिकायत दर्ज नहीं की थी.

क्या है स्टॉकिंग (Stalking)

भारतीय कानून में पीछा करना एक अपराध (Crime) है. कोई महिला इस अपराध का शिकार होती है तो वह एफआइआर दर्ज करवा सकती है. इसके लिए दो अधिनियम लगते हैं. पहला है, सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिनियम, जो ऑनलाइन स्टॉकिंग के बारे में है. जबकि दूसरा है, 2013 का आपराधिक अधिनियम, दोनों में ही मामले में दोषी साबित होने पर तीन से पांच साल की जेल हो सकती है और जुर्माना भी.महिलाओं को कभी-भी पीछा किया जाना छुपाना नहीं चाहिए, उसकी शिकायत दर्ज करनी चाहिए.

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।


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