World Pharmacists Day 2025: फार्मासिस्ट के महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति जागरूकता का दिन

Authored By: स्मिता

Published On: Saturday, September 20, 2025

Last Updated On: Saturday, September 20, 2025

World Pharmacists Day 2025 फार्मासिस्ट की अहम भूमिका और योगदान.
World Pharmacists Day 2025 फार्मासिस्ट की अहम भूमिका और योगदान.

फार्मासिस्ट दिवस 25 सितंबर, 2025 को मनाया जा रहा है. इस दिवस का उद्देश्य फार्मासिस्ट के महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में लोगों को जागरूक करना है.

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Saturday, September 20, 2025

World Pharmacists Day 2025: इंटरनेशनल फार्मास्यूटिकल फेडरेशन (The International Pharmaceutical Federation -FIP) फार्मेसी को आगे बढ़ाने में दुनिया भर की अग्रणी संस्थान है. यह एक सदी से भी अधिक समय से फार्मेसी पेशे को बढ़ावा दे रहा है. यह संस्था जटिल और चुनौतीपूर्ण स्वास्थ्य समस्या पर विशेष रूप से काम कर रही है. यह संस्था वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइज़ेशन से संबंद्ध है. यह संस्था 25 सितंबर को वर्ल्ड फार्मास्यूटिक्स डे (World Pharmacists Day) मनाती है.

वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे 2025 (World Pharmacists Day 2025)

दवाओं के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले फार्मासिस्ट के बारे में जागरूक करने के लिए फार्मासिस्ट दिवस हर वर्ष 25 सितंबर को मनाया जाता है.

वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे 2025 थीम (World Pharmacists Day 2025 Theme)

इस वर्ष वर्ल्ड फार्मास्यूटिक्स डे 2025 का विषय होगा- “स्वास्थ्य के बारे में सोचें, फार्मासिस्ट के बारे में सोचें (Think Health Think Pharmacists).

कौन हैं फार्मासिस्ट (Pharmacists)

फार्मासिस्ट हेल्थकेयर प्रोफेशनल होते हैं, जो दवाओं के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं. मरीजों को दवाइयां देकर, दवाओं के परस्पर प्रभाव और दुष्प्रभावों के बारे में सलाह देकर और लोगों को दवाओं के उचित उपयोग के बारे में शिक्षित करके उनके सुरक्षित और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करता है. उनकी जिम्मेदारियां दवा प्रबंधन, टीकाकरण प्रदान करने और स्वास्थ्य सेवा नियमों का पालन सुनिश्चित करना भी होता है.

फार्मासिस्ट स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के विश्वसनीय स्रोत होते हैं. ये सामुदायिक फार्मेसियों, अस्पतालों और विशेष क्लीनिकों सहित विभिन्न स्थानों पर काम करते हैं.

फार्मेसी के जनक (Father of Pharmacy)

फार्मेसी के जनक के रूप में सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त कोई एक व्यक्ति नहीं है. विलियम प्रॉक्टर जूनियर को अक्सर फार्मेसी में उनके योगदान के लिए अमेरिकी फार्मेसी का जनक कहा जाता है. प्रो. महादेव लाल श्रॉफ को भारत में पहला औपचारिक फार्मेसी डिग्री कार्यक्रम स्थापित करने के लिए भारतीय फार्मेसी शिक्षा के जनक के रूप में जाना जाता है.

फार्मेसी की डिग्री लेने वाली पहली महिला

मैरी कोरिन्ना पुटनाम जैकोबी (1842-1906) फार्मेसी स्कूल से डिग्री हासिल करने वाली पहली महिला थीं. उन्होंने 1863 में न्यूयॉर्क कॉलेज ऑफ फार्मेसी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी.

फार्मासिस्ट दिवस का महत्व (Pharmacist Day Importance)

हम 25 सितंबर को विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाते हैं, ताकि स्वास्थ्य सेवा में फार्मासिस्टों के महत्वपूर्ण और पर्दे के पीछे के उनके योगदान को मान्यता और सम्मान दिया जा सके. दवाओं के सुरक्षित और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके. यह दिवस सुलभ स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के रूप में उनके समर्पण को दर्शाता है, जो बीमारी के उपचार का प्रबंधन करते हैं, दवा संबंधी किसी भी तरह की समस्या को रोकते हैं. रोगियों को परामर्श प्रदान करते हैं, टीकाकरण प्रदान करते हैं और वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करते हैं.

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स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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