Share Market: भारी बिकवाली के बीच जान लें किन सेक्टर में खरीदारी कर रहे विदेशी निवेशक

Share Market: भारी बिकवाली के बीच जान लें किन सेक्टर में खरीदारी कर रहे विदेशी निवेशक

Authored By: Suman

Published On: Monday, March 10, 2025

Updated On: Monday, March 10, 2025

शेयर बाजार में भारी बिकवाली के बीच विदेशी निवेशकों की पसंद
शेयर बाजार में भारी बिकवाली के बीच विदेशी निवेशकों की पसंद

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) बड़े पैमाने पर अपना धन निकालकर ले जा रहे हैं. लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाली खबर आई है कि एफपीआई कई सेक्टर में शेयरों की खरीद भी कर रहे हैं.

Authored By: Suman

Updated On: Monday, March 10, 2025

भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) में पिछले कई महीनों से जारी भारी गिरावट या उतार-चढ़ाव की बड़ी वजहों में से एक भी यह भी ​है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक बड़े पैमाने पर अपना धन निकालकर ले जा रहे हैं. लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाली खबर आई है कि एफपीआई कई सेक्टर में शेयरों की खरीद भी कर रहे हैं. आपको भी यह जिज्ञासा होगी कि आखिर विदेशी निवेशक किन शेयरों में खरीदारी कर रहे, आखिर उन्हें कहां से है पैसा बनने का भरोसा…

विदेशी निवेशकों की खरीद या बिकवाली से एक तरह का संकेत मिलता है कि शेयर बाजार में आगे किस दिशा में जा सकता है. हालांकि इसे कोई गारंटीड बात नहीं मानी जा सकती है कि विदेशी निवेशक अगर कहीं खरीदारी कर रहे हैं तो वे सेक्टर आगे चलकर अच्छा प्रदर्शन ही करें.

किन सेक्टर में बिकवाली

एक रिपोर्ट के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने पिछले साल अक्टूबर से अब तक भारतीय बाजार से 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली की है. विदेशी निवेशकों ने कुल सात सेक्टर- तेल एवं गैस, ऑटो एवं ऑटो कम्पोनेंट, एफएमसीजी (FMCG), फाइनेंशियल सर्विसेज, कंज्यूमर सर्विसेज, कंस्ट्रक्शन और पावर में जमकर बिकवाली की है. इन सेक्टर से विदेशी निवेशकों ने करीब 2.04 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की है जो उनकी कुल बिक्री का 96 फीसदी है. एफपीआई ने फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में 52,488 करोड़ रुपये, ऑयल ऐंड गैस में 50,565 करोड़ रुपये और ऑटो एवं ऑटो कम्पोनेंट सेक्टर में 32,067 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

किन सेक्टर में खरीद

अब यह जानते हैं कि विदेशी निवेशकों ने खरीदारी किन सेक्टर में की है. तो विदेशी निवेशकों ने इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT), रियल एस्टेट, टेलीकॉम, टेक्सटाइल और केमिकल शेयरों में खरीद की है. एफपीआई ने आईटी में 6,000 करोड़ रुपये, रियल एस्टेट में 3,258 करोड़ रुपये और टेलीकॉम में 738 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की है.

असल में डॉलर की तुलना में रुपये में आई गिरावट से आईटी सेक्टर को फायदा हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी अभी आईटी सेक्टर को लेकर नरमी बरतते दिख रहे हैं. इसी तरह रियल एस्टेट सेक्टर में मकानों की कीमतों में मजबूती और मांग बनी हुई है.

बाजार की हालत खराब

पिछले चार-पांच महीनों से भारतीय शेयर बाजार की हालत खराब है. सितंबर 2024 के अपने पीक स्तर से बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 13 फीसदी टूटा है. पिछले साल अक्टूबर से ही विदेशी निवेश भारतीय बाजार की तुलना में चीन को ज्यादा महत्व देने लगे थे. इसकी वजह यह थी कि चीन सरकार ने अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई उपाय किए थे.

अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप की सरकार (Donald Trump government) बनने के बाद से पूरी दुनिया में अनिश्चितता का माहौल है. इस वजह से भारत जैसे बाजारों का आकर्षण कम हुआ और विदेशी निवेशक अमेरिकी डेट (Debt) साधनों में निवेश पर जोर देने लगे. अगले एक-दो महीनों में तस्वीर और साफ होगी जब ट्रंप सभी देशों पर अपनी चेतावनी के मुताबिक रेसिप्रोकल टैरिफ लगा देंगे.

(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार और निवेश संबंधी खबरें सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी जाती हैं. इसे निवेश सलाह नहीं मानना चाहिए. ​किसी भी तरह के निवेश से पहले किसी सेबी रजिस्टर्ड सलाहकार की राय जरूर लें.)

About the Author: Suman
सुमन गुप्ता एक स्वतंत्र पत्रकार हैं जो आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर अच्छी पकड़ रखती हैं। कई पत्र—पत्रिकाओं के लिए पिछले दस साल से स्वतंत्र रूप से लेखन। राष्ट्रीय राजनीति, कोर इकोनॉमी, पर्सनल फाइनेंस, शेयर बाजार आदि से जुड़े उनके सैकड़ों रिपोर्ट, आर्टिकल प्रकाशित हो चुके हैं।
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