Special Coverage
रॉकेट बना वोडाफोन आइडिया का शेयर, जानें क्या है आज की तेजी की वजह
Authored By: Suman
Published On: Monday, September 15, 2025
Last Updated On: Monday, September 15, 2025
वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) का शेयर सोमवार को 8 फीसदी से ज्यादा का उछाल मारते हुए चार महीने के उच्च स्तर तक पहुंच गया.
Authored By: Suman
Last Updated On: Monday, September 15, 2025
Vodafone Idea Share Surge: वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) का शेयर सोमवार को 8 फीसदी से ज्यादा का उछाल मारते हुए चार महीने के उच्च स्तर तक पहुंच गया. सुबह बीएसई (BSE) पर वोडाफोन आइडिया का शेयर फीसदी की तेजी के साथ 7.73 रुपये पर खुला और दोपहर डेढ़ बजे के आसपास 8.21 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 8.38 रुपये तक चला गया.
सुप्रीम कोर्ट क्या फैसला लेता है यह वोडाफोन आइडिया के शेयरों के लिए अहम होगा. यह ऐसा शेयर है जिसमें बड़ी संख्या में आम लोगों ने निवेश कर रखा है. पिछले एक महीने में यह शेयर करीब 35 फीसदी की उछाल ले चुका है. हालांकि यह शेयर अभी भी 52 हफ्ते की ऊंचाई 13.66 रुपये से काफी नीचे है. इसका 52 हफ्ते का निचला स्तर 6.12 रुपये था.
क्यों आई तेजी
ऐसी खबरें आईं कि सुप्रीम कोर्ट वोडाफोन आइडिया की याचिका पर शुक्रवार 19 सितंबर को सुनवाई करेगा. इस याचिका के जरिये वोडा आइडिया ने 9,450 करोड़ रुपये के दूरसंचार विभाग के अतिरिक्त एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की मांग को चुनौती दी है.
वोडा आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट से इस मांग को खारिज करने की मांग की है. कंपनी ने कहा है कि विभाग ने जो संशोधित मांग पेश की है वह सुप्रीम कोर्ट के एजीआर लायबिलिटीज पर आए आदेश के खिलाफ जाता है.
कंपनी ने 8 सितंबर को दायर इस याचिका में कहा है कि गणना करते समय विभाग ने कई राशि को दोबारा जोड़ लिया है और इसलिए कपनी ने बकाया राशि की पुनर्गणना वित्त वर्ष 2017 से पूर्व की अवधि से शुरू करने का आग्रह किया है.
खबरों के अनुसार दूरसंचार विभाग ने अतिरिक्त मांग को इस आधार पर वाजिब ठहराया है कि पहले की एकाउंटिंग में खामी थी और कंपनी ने पुनआर्कलन या रीकैलकुलेशन से इंकार किया है. सुप्रीम कोर्ट में दायर एफिडेविट में विभाग ने कहा है कि पहले के वर्षों के वित्तीय लेखा पूरा होने के बाद ही यह मांग सामने आई है.
वित्तीय हालत खराब
रिपोर्ट में कहा गया है कि अतिरिक्त मांग में वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 2,774 करोड़ रुपये शामिल हैं, जो विलय के बाद की इकाई वोडाफोन आइडिया से संबंधित है और विलय से पहले वोडाफोन समूह की देनदारियों से जुड़े 5,675 करोड़ रुपये अलग हैं. वोडाफोन आइडिया की वित्तीय हालत लगातार खराब चल रही है. जून 2025 की तिमाही में कंपनी को 6,632.90 करोड़ रुपये का जबर्दस्त घाटा हुआ था.
वोडाफोन आइडिया, जिसे अब Vi के नाम से जाना जाता है, भारत की एक प्रमुख टेलीकॉम सेवा प्रदाता है. यह आदित्य बिड़ला समूह और वोडाफोन समूह का एक संयुक्त उद्यम है, जो 2G, 3G और 4G सेवाएं प्रदान करता है.
ये भी पढ़ें:- Infosys के 18000 करोड़ के बायबैक से शेयर उछला, निवेशकों को एक झटके में 20% रिटर्न कमाने का मौका















