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Nitish Kumar New Cabinet: नीतीश के मंत्रिमंडल में फायदे में कौन, जेडीयू के खाते में कितने मंत्री ?
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Thursday, November 20, 2025
Last Updated On: Thursday, November 20, 2025
Bihar Nitish cabinet 2025: बिहार में NDA सरकार के शपथ ग्रहण ने साफ कर दिया है कि इस बार कैबिनेट में सत्ता का संतुलन किसके पाले में गया है. नीतीश कुमार ने 10वीं बार मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रचा, वहीं बीजेपी ने दो डिप्टी CM और कुल 14 मंत्रियों के साथ अपनी मजबूत पकड़ दिखाई. जेडीयू को सीटों के अनुपात के हिसाब से संतुलित हिस्सेदारी मिली है, जबकि छोटी पार्टियों ने भी अपनी ताकत से मंत्रिमंडल में दमदार जगह निकाल ली है.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Thursday, November 20, 2025
Bihar Nitish Cabinet 2025: बिहार की नई NDA सरकार ने शपथ लेते ही राजनीतिक हलकों में एक नई बहस छेड़ दी है कि कैबिनेट में किस पार्टी का ‘वजन’ कितना है? चुनाव परिणाम आने के बाद से ही लोगों की नजरें इस बात पर थीं कि बीजेपी, जेडीयू और छोटे सहयोगी दलों को मंत्री पदों का बंटवारा किस तरह मिलेगा. रविवार को हुए भव्य शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार ने लगातार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर एक नया रिकॉर्ड बनाया.
इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, BJP प्रमुख जेपी नड्डा समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और बड़े नेता मौजूद रहे. लेकिन असली दिलचस्पी इस बात में रही कि NDA के भीतर पावर शेयरिंग कैसी दिखती है, कौन-सी पार्टी को उसके प्रदर्शन के मुकाबले कितना प्रतिनिधित्व मिला है, किसके खाते में ज्यादा मंत्रालय गए और छोटे दलों की सौदेबाजी किस हद तक सफल रही.
जेडीयू को कितने मंत्री पद मिले?
जेडीयू के खाते में इस बार कुल नौ मंत्री पद आए हैं. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद शामिल हैं. उनके साथ विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, लेशी सिंह, अशोक चौधरी, मदन सहनी, सुनील कुमार और मोहम्मद जमा खान को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. जेडीयू का कहना है कि उसे उसकी सीटों के हिसाब से सही और संतुलित प्रतिनिधित्व मिला है. पार्टी के नेताओं में इसे लेकर संतोष दिख रहा है.
बीजेपी को सबसे ज्यादा मंत्री पद
बीजेपी को इस बार सबसे अधिक मंत्री पद मिले हैं. पार्टी को दो उपमुख्यमंत्री मिले हैं. इसके अलावा 12 और नेताओं को मंत्री बनाया गया है. इनमें मंगल पांडे, दिलीप जायसवाल, नितिन नवीन, रामकृपाल यादव, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र रौशन, श्रेयसी सिंह और प्रमोद कुमार शामिल हैं. कुल मिलाकर बीजेपी को 14 मंत्री पद मिले. यह संख्या जेडीयू से ज्यादा है. हालांकि, सीट के हिसाब से देखें तो बीजेपी की 89 सीटों पर 14 मंत्री बनाना अनुपात में जेडीयू से थोड़ा कम पड़ता है.
छोटी पार्टियों की भी अच्छी हिस्सेदारी
एनडीए में छोटे दलों को भी जगह दी गई है. लोजपा (रामविलास) ने 19 सीटों के साथ दो मंत्री पद ले लिए. यह उसके आकार के मुकाबले काफी मजबूत सौदा माना जा रहा है. जीतन राम मांझी की हम (HAM) पार्टी को उसकी 5 सीटों पर एक मंत्री पद मिला है. यह छोटे दल के लिए अच्छा प्रतिनिधित्व माना जा रहा है. इसी तरह आरएलएम, जिसके पास 4 सीटें हैं, उसे भी एक मंत्री पद दिया गया है. छोटे दलों के लिए यह साझेदारी राजनीतिक रूप से फायदेमंद मानी जा रही है.
किस पार्टी के पास कितनी सीटें?
नई विधानसभा में एनडीए की कुल सीटें 202 हैं. इनमें बीजेपी 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जेडीयू 85 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है. इसके अलावा लोजपा (रामविलास) के पास 19 सीटें हैं. हम (HAM) के पास 5 और आरएलएम के पास 4 सीटें हैं. यह आंकड़े बताते हैं कि गठबंधन के भीतर बीजेपी और जेडीयू ही मुख्य ताकत हैं, जबकि छोटे दल संख्या में कम होने के बावजूद सरकार में जगह बनाने में सफल रहे हैं.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए ने 243 में से सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. बीजेपी और जेडीयू को बराबर 101-101 सीटें मिली थीं. लोजपा (रामविलास) को 29 सीटें, हम को 6 सीटें और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को भी 6 सीटें दी गई थीं. यह सीट बंटवारा दिखाता है कि गठबंधन ने सभी दलों को बराबर मौका देने की कोशिश की थी.
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