UDAN योजना के 9 साल: क्या है UDAN योजना और कब हुई थी इसकी शुरूआत, जानें उपलब्धियां
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Wednesday, October 22, 2025
Updated On: Wednesday, October 22, 2025
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी UDAN योजना (Ude Desh Ka Aam Nagrik) ने 21 अक्टूबर 2025 को अपने नौ साल पूरे कर लिए. इस योजना ने हवाई यात्रा को आम नागरिक की पहुंच में लाकर भारत की एविएशन इंडस्ट्री में नया इतिहास रचा है. 93 छोटे हवाई अड्डों को जोड़ते हुए 649 रूट्स ऑपरेशनलाइज किए जा चुके हैं और अब तक 1.56 करोड़ से अधिक यात्री इसका लाभ उठा चुके हैं.
Authored By: Ranjan Gupta
Updated On: Wednesday, October 22, 2025
भारत की क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी को नई उड़ान देने वाली UDAN योजना (Ude Desh Ka Aam Nagrik) ने 21 अक्टूबर 2025 को अपने 9 साल पूरे कर लिए हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा संचालित इस योजना का उद्देश्य हवाई यात्रा को “आम नागरिक का अधिकार” बनाना है. 2016 में लॉन्च हुई इस योजना ने अब तक देश के 93 छोटे और अनसर्व्ड हवाई अड्डों को जोड़ते हुए 649 रूट्स को सक्रिय किया है. इसके ज़रिए 1.56 करोड़ से अधिक यात्रियों ने 3.23 लाख उड़ानों के माध्यम से यात्रा की है.
सरकार के अनुसार, UDAN न केवल एक विमानन पहल है बल्कि एक समावेशी विकास मॉडल है जिसने स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं, पर्यटन और व्यापार को नई ऊर्जा दी है. अब UDAN योजना को अप्रैल 2027 के बाद भी जारी रखा जाएगा, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों, उत्तर-पूर्वी राज्यों और आकांक्षी जिलों में हवाई कनेक्टिविटी को और मज़बूती मिलेगी.
क्या है उड़ान योजना?
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी उड़ान योजना (UDAN- Ude Desh Ka Aam Nagrik) ने 9 साल में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. इस योजना ने देश की एविएशन इंडस्ट्री में एक नया इतिहास रचा है. सिविल एविएशन मंत्रालय के मुताबिक अब तक 3.23 लाख उड़ानों के जरिए 1.56 करोड़ से ज्यादा यात्रियों ने इस योजना का फायदा उठाया है.
सरकार ने मंगलवार को बताया कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना ‘उड़ान’ के तहत 649 रूट्स को सक्रिय किया गया है, जो 93 छोटे हवाई अड्डों को जोड़ते हैं. मंत्रालय ने यह भी साफ किया कि यह योजना अप्रैल 2027 के बाद भी जारी रहेगी.
कब शुरू हुई यह योजना?
यह योजना 21 अक्टूबर 2016 को शुरू हुई थी. शुरुआत में इसका मकसद उन इलाकों को हवाई नक्शे पर लाना था, जहां पहले हवाई सेवा नहीं थी. अब तक 93 अनसर्व्ड और अंडरसर्व्ड एयरपोर्ट्स जुड़ चुके हैं. इनमें 15 हेलीपोर्ट और 2 वॉटर एयरोड्रम भी शामिल हैं.
जहां पहले विमान उतरना नामुमकिन था, अब वहां नियमित उड़ानें चल रही हैं. इससे आम लोगों की यात्रा आसान हुई है और स्थानीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन और व्यापार को भी नई रफ्तार मिली है.
UDAN योजना का विकास और प्रभाव
नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा- “UDAN केवल एक योजना नहीं, बल्कि भारत की हवाई क्रांति है. इसने हवाई यात्रा को आम लोगों तक पहुंचाया और छोटे शहरों को देश के विकास से जोड़ा.”
पिछले नौ वर्षों में इस योजना ने कई उपलब्धियां दर्ज की हैं:
- अब तक 649 मार्ग चालू किए गए हैं.
- 1.56 करोड़ से अधिक यात्री UDAN के तहत यात्रा कर चुके हैं.
- करीब 3.23 लाख उड़ानें संचालित की गई हैं.
- सरकार ने ₹4,300 करोड़ से ज्यादा Viability Gap Funding (VGF) के रूप में दी है.
- साथ ही, ₹4,638 करोड़ क्षेत्रीय हवाई अड्डों के विकास पर खर्च किए गए हैं.
इन आंकड़ों से साफ है कि UDAN योजना ने हवाई यात्रा को भारत की विकास गाथा का हिस्सा बना दिया है.
समावेशी और सतत विकास पर ध्यान
सरकार का कहना है कि UDAN सिर्फ एक विमानन परियोजना नहीं, बल्कि समावेशी विकास का माध्यम है. अप्रैल 2027 के बाद शुरू होने वाला Expanded UDAN Framework खास तौर पर पहाड़ी इलाकों, उत्तर-पूर्वी राज्यों और आकांक्षी जिलों पर फोकस करेगा.
इससे यह सुनिश्चित होगा कि दूरदराज़ इलाकों के लोग भी विकास की मुख्यधारा से जुड़ें. बेहतर हवाई कनेक्टिविटी से वहां के लोगों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के मौके और आसान होंगे.
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