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बाजार सुस्त लेकिन सभी सेक्टर्स के जॉब (Job) में हुई बढ़ोतरी: नौकरी जॉबस्पीक (Naukri Jobspeak)
बाजार सुस्त लेकिन सभी सेक्टर्स के जॉब (Job) में हुई बढ़ोतरी: नौकरी जॉबस्पीक (Naukri Jobspeak)
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Published On: Monday, June 17, 2024
Updated On: Wednesday, February 5, 2025
नौकरी जॉबस्पीक ने मई महीने का जॉब इंडैक्स जारी कर दिया है। इसके मुताबिक पिछले महीने की तुलना में इस माह 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Updated On: Wednesday, February 5, 2025
भारत में व्हाइट कॉलर हायरिंग के जाने-माने इंडीकेटर नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स में अप्रैल 2024 की तुलना में मई में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, इसमें पिछले साल मई की तुलना में फ्लैट ग्रोथ देखने को मिली है। मई 2023 की तुलना में 2 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ यह इंडेक्स 2799 पर आ गया है। अधिकांश क्षेत्रों में नौकरियों की संख्या में मिड-सिंगल डिजिट की वृद्धि दर्ज की गई है।
हालांकि, आईटी (0 प्रतिशत), बीपीओ (-3 प्रतिशत) और शिक्षा (-5 प्रतिशत) ने इस इंडेक्स को बेहतर बनने से रोका है। तेल व गैस (14 प्रतिशत), बैंकिंग (12 प्रतिशत) और एफएमसीजी (17 प्रतिशत) जैसे प्रमुख क्षेत्रों में मध्यम स्तर की वृद्धि देखने को मिली है। वहीं हेल्थ केयर और ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में नौकरियों की संख्या में 8 प्रतिशत तक की मजबूत ग्रोथ देखने को मिली है। इस बार भी छोटे शहरों ने बड़े महानगरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। सीनियर प्रोफेशनल्स की मांग में मजबूती देखने को मिली है। इस कारण अनुभवी उम्मीदवारों के लिए नौकरियों की संख्या में सालाना आधार पर अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है।
हेल्थकेयर सेक्टर (Healthcare Sector)
इस सेक्टर में रोजगार दर में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। इस सेक्टर की नौकरियों में बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा श्रेय बैंगलोर और हैदराबाद जैसे मेट्रो शहरों को जाता है। फ्रंटलाइन हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स से लेकर शोधकर्ताओं, प्रशासकों और टेक्नोलॉजी के जानकारों तक, हेल्थकेयर ईकोसिस्टम के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभा की मांग में वृद्धि हुई है।
तेल और गैस सेक्टर (Oil and Gas Sector)
ग्लोबल एनर्जी मार्केट (Global Energy Market) में उतार-चढ़ाव और रेग्युलेटरी स्थितियों में कड़ाई के बावजूद, तेल-गैस तथा बिजली सेक्टर में नौकरियों की संख्या में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस सेक्टर में 13 से 16 वर्ष के अनुभव वाले प्रोफशनलों की मांग में सबसे ज्यादा बढ़त हुई है। हालांकि सभी अनुभव स्तरों की मांग में उछाल आया है। यह ग्रोथ बुनियादी ढांचे के विकास, रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स और एक्स्प्लोरेशन गतिविधियों में चल रहे निवेश से प्रेरित है।
एफएमसीजी सेक्टर( FMCG Sector)
इस सेक्टर में रोजगार दर में सालाना आधार पर 17 प्रतिशत की ग्रोथ देखने को मिली है। उपभोक्ताओं की वरीयताओं में बदलाव, शहरीकरण और ई-कॉमर्स (E-Commerce) विस्तार जैसे कारकों के चलते मजबूती और ग्रोथ जारी है। इस सेक्टर में रोजगार दर में मुंबई और कोलकाता में क्रमशः 38 प्रतिशत और 25 प्रतिशत की बढ़त हुई है। इनोवेशन, वितरण दक्षता और बाजार में पहुंच पर ध्यान केंद्रित करते हुए, एफएमसीजी कंपनियां बिक्री, मार्केटिंग, आपूर्ति श्रृंखला और उत्पाद विकास जैसे कार्यों में सक्रिय रूप से प्रतिभाओं को नियुक्त कर रही हैं।
एआई-एमएल (AI and ML) में जुड़ी नौकरियों में वृद्धि जारी
एआई-एमएल (Artificial Intelligence and Machine Learning) टैलेंट की मांग में निरंतर ग्रोथ देखने को मिल रही है। एआई-एमएल में नौकरियों की दर में साल-दर-साल 37 फीसदी की मजबूत बढ़त हुई है। ये परिचालन दक्षता, इनोवेशन डिलिवरी और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने के लिए एआई तकनीक में विशेषज्ञता और प्रतिभा के विकास की ओर इंडस्ट्री के फोकस के मुताबिक है।
क्षेत्रीय परिदृश्य में बदलाव
मिनी-मेट्रो में भर्ती की दर बड़े महानगरीय क्षेत्रों की तुलना में लगातार बढ़ रही है। यह ट्रे़ंड छोटे शहरी केंद्रों में बढ़ती आर्थिक समृद्धि और रोजगार के अवसरों में बढ़त की और संकेत करता है जो शहरीकरण, बुनियादी ढांचे के विकास और आर्थिक गतिविधियों के विकेंद्रीकरण जैसे कारकों की वजह से हुआ है। सूरत (+23 प्रतिशत साल-दर-साल) और रायपुर (+22 प्रतिशत) जैसे गैर-मेट्रो शहर भर्ती के हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं। जबकि दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई और हैदराबाद जैसे मेट्रो शहरों में भर्ती की दर में रुझान स्थिर देखने को मिला है। जबकि पुणे में भर्ती के रुझान में मामूली सुधार हुआ है।
अनुभवी पेशेवरों की मांग में लगातार वृद्धि
अनुभवी पेशेवरों की मांग लगातार बनी हुई है। 16 साल से ज़्यादा अनुभव वाले उम्मीदवारों के लिए भर्ती गतिविधि में 23 प्रतिशत की मजबूत ग्रोथ दर्ज की गई है। इसके विपरीत, फ्रेशर्स के लिए जॉब मार्केट अपेक्षाकृत स्थिर बना हुआ है। यह कड़ी प्रतिस्पर्धा और बदलती कौशल आवश्यकताओं के बीच शुरुआती करियर के पेशेवरों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Naukri.com के चीफ बिजनेस ऑफिसर डॉ. पवन गोयल इस इंडैक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए कहते हैं, ‘एआई-एमएल डोमेन में लगातार नौकरियों में हो रही वृद्धि एक अहम सकारात्मक बात है। इससे संकेत मिलता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था और इसका टैलेंट पूल एआई पर वैश्विक स्थिति के साथ अच्छी तरह से तालमेल मिला कर चल रहा है। इसके अलावा मई महीने के इंडेक्स के 2023 बेस के 2 प्रतिशत के भीतर रहने के बावजूद, हमने अधिकांश गैर-आईटी क्षेत्रों में अच्छी ग्रोथ देखी है। इसने हमारे जॉब मार्केट के विविध सेक्टर्स को और मजबूत किया है।’