स्पाइनल कॉर्ड इंजरी : जागरूकता और पुनर्वास की दिशा में जरूरी है पहल
Authored By: अरुण श्रीवास्तव
Published On: Wednesday, September 3, 2025
Last Updated On: Wednesday, September 3, 2025
Spinal Cord Injury Awareness: स्पाइनल कार्ड इंजरी से प्रभावित लोगों के पुनर्वास और उनकी ऊर्जा-उत्साह को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसमें समुचित चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके पुनर्वास यानी रीहैबिलेशन की दिशा में भी सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं. इस संदर्भ में हाल ही में स्पाइनल कॉर्ड इंजरी डे का आयोजन किया गया, जिसमें देश के जाने-माने विशेषज्ञों ने एससीआइ से पीड़ित लोगों के इलाज और पुनर्वास के सतत प्रयासों पर चर्चा की...
Authored By: अरुण श्रीवास्तव
Last Updated On: Wednesday, September 3, 2025
नई दिल्ली: पिछले दिनों दिल्ली के NCDC सभागार में Spinal Cord Injury (SCI) से ग्रस्त लोगों को जागरूकता और पुनर्वास की दिशा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने स्पाइनल कॉर्ड इंजरी डे का आयोजन किया गया. यह आयोजन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और महानिदेशालय स्वास्थ्य सेवाएं के सहयोग से किया गया. इस मौके पर व्हीलचेयर खेल प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन भी किया गया. कार्यक्रम में 100 से अधिक व्हीलचेयर उपयोगकर्ताओं और लगभग 500 प्रतिभागियों ने भाग लिया. स्पाइनल कॉर्ड इंजरी एक ऐसी स्थिति है, जो न केवल शरीर को प्रभावित करती है बल्कि जीवन को पूरी तरह बदल देती है, इसलिए इसका समय रहते इलाज और लंबे समय तक पुनर्वास यानी रीहैबिलेशन बेहद आवश्यक है. कार्यक्रम में मशहूर स्पाइन सर्जन डॉ. एच. एस. छाबड़ा सहित अन्य विशेषज्ञों ने बताया कि जागरूकता, रोकथाम, स्वास्थ्य सेवाएं इस दिशा में सबसे अहम हैं. सप्ताह भर चलने वाले इस अभियान में सेमिनार, वेबिनार, पैनल चर्चा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और व्हीलचेयर खेलों के जरिए लोगों को SCI के बारे में जागरूक किया जा रहा है.
खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भरी नई ऊर्जा
इस कार्यक्रम के दौरान व्हीलचेयर टेबल टेनिस, बोकिया, व्हीलचेयर रेसिंग और व्हीलचेयर हर्डल्स जैसी प्रतियोगिताओं ने प्रतिभागियों के आत्मविश्वास को और मजबूत किया. खेलों के बाद कुछ ऊर्जावान सांस्कृतिक कार्यक्रम, व्हीलचेयर डांस परफॉर्मेंस प्रस्तुत किए गए, जिन्हें देखकर दर्शक रोमांचित हो उठे. सभी प्रतिभागियों के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया.
विशेषज्ञों की सलाह
1. स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशालय से जुड़े डॉ. कृष्ण कुमार ने अपने संबोधन में स्पाइनल कॉर्ड इंजरी और पुनर्वास के महत्व पर प्रकाश डाला.
2. श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के स्पाइन एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर के निदेशक और स्पाइनल कॉर्ड सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. हरविंदर सिंह छाबड़ा ने कहा “स्पाइनल कॉर्ड इंजरी डे हमें यह याद दिलाता है कि बचाव इलाज से बेहतर है. हमारी कोशिश है कि हम शिक्षा, शोध और सहानुभूतिपूर्ण सहयोग के जरिए स्पाइन केयर को आगे बढ़ाएं ताकि हर व्यक्ति गरिमा और संतोष के साथ जीवन जी सके. यह आयोजन SCI से जूझ रहे लोगों की हिम्मत और जज़्बे को एक नई दिशा देगा.
सड़क दुर्घटना से जुड़े पहलू
कार्यक्रम के दौरान सड़क दुर्घटना के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की गई. साथ ही आंकड़ों के जरिये सड़कों पर होने वाली दुर्घटना को लेकर लोगों को जागरूक भी किया गया. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में सीट बेल्ट न पहनने के कारण 16,397 लोगों की मौत हुई. इसमें 8,438 ड्राइवर और 7,959 यात्री शामिल थे. यह आंकड़ा बताता है कि चोट निवारण और सुरक्षा जागरूकता कितनी आवश्यक है.
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