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आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट बनाने में उत्तर प्रदेश है नंबर 1
आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट बनाने में उत्तर प्रदेश है नंबर 1
Authored By: स्मिता
Published On: Saturday, October 26, 2024
Updated On: Saturday, October 26, 2024
उत्तर प्रदेश ने स्वास्थ्य सेवाओं में पूरे देश में अपना परचम लहराया है। भारत स्वास्थ्य डिजिटल मिशन के तहत आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट (Ayushman Bharat Health Account) बनाने में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट व्यक्तियों और उनके परिवारों को सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल प्रदान करता है।
Authored By: स्मिता
Updated On: Saturday, October 26, 2024
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (Ayushman Bharat Health Account-ABHA) कार्ड आयुष्मान भारत योजना के तहत शुरू किया गया एक स्वास्थ्य सेवा समाधान है। यह व्यक्तियों और उनके परिवारों को सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल प्रदान करता है।
अब तक 12.45 करोड़ आभा आईडी
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सचिव रंजन कुमार के अनुसार, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएस) के तहत उत्तर प्रदेश में हेल्थ यूनिक आईडी बनाने का काम तेज़ी से चल रहा है। इनमें उत्तर प्रदेश आभा आईडी, हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री, हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री, 100 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट, स्कैन एण्ड शेयर मॉड्यूल तैयार किया जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड में भी उत्तर प्रदेश पूरे देश में दूसरे स्थान पर है।आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत अब तक प्रदेश में लगभग 12.45 करोड़ आभा आईडी (ABHA) कार्ड को बनाकर पूरे देश में पहले पायदान पर है। वहीं दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है।
इसी तरह हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री (HPR) में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों के स्वास्थ्य कर्मियों जैसे डॉक्टर, नर्सेज, सीएचओ, एएनएम, आशा इत्यादि का पंजीकरण किया जा रहा है। अब तक 74,789 रजिस्ट्री की जा चुकी है और वर्तमान में प्रदेश पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। वहीं दूसरे स्थान पर कर्नाटक है, जहां पर अभी तक लगभग 58,919 हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री का सृजन किया जा चुका है।
61015 हेल्थ फैसिलिटीज़ रजिस्टर
हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री (HFR) में सभी चिकित्सा संस्थानों, चिकित्सालयों, स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र, प्राइवेट चिकित्सालय, क्लीनिक, डायग्नोस्टिक इत्यादि का पंजीकरण होता है। अब तक 61,015 हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री को फैसिलिटीज़ रजिस्टर किया जा चुका है। इस मामले में भी वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है।
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प्रदेश भर में 35 माइक्रोसाइट का किया जा रहा संचालन
भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा लागू 100 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट में से 35 माइक्रोसाइट का संचालन भी प्रदेश में किया जा रहा है। माइक्रोसाइट निजी क्षेत्र में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंगीकरण के लिए लागू किया गया है। इसमें वर्तमान में सर्वाधिक हेल्थ रिकार्ड प्रदेश से ही जोड़े जा रहे हैं। इसमें राजधानी लखनऊ देश में पहला माइक्रोसाइट है, जिसने निर्धारित लक्ष्य को सर्वप्रथम प्राप्त किया है। इसके जरिये न सिर्फ मरीजों को सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं बल्कि अस्पतालों में बेहतर ढंग से अस्पताल प्रबंधन एवं डाटा प्रबंधन करते हुए चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को और पारदर्शी एवं सरल बनाया जा रहा है।
प्रदेश में अब तक लगभग 5.25 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड का सृजन किया जा चुका है। वर्तमान में प्रदेश भारत में दूसरे स्थान पर है, जबकि पहले स्थान पर आंध्र प्रदेश है, जिसने अभी तक 5.32 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड सृजन कर लिया है।
(हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ)