World Alzheimer’s Day 2025: अल्ज़ाइमर के साथ-साथ डिमेंशिया के प्रति हों जागरूक

Authored By: स्मिता

Published On: Thursday, September 11, 2025

Last Updated On: Thursday, September 11, 2025

World Alzheimer's Day 2025 – अल्ज़ाइमर और डिमेंशिया जागरूकता.
World Alzheimer's Day 2025 – अल्ज़ाइमर और डिमेंशिया जागरूकता.

World Alzheimer's Day 2025: अल्ज़ाइमर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वर्ल्ड अल्ज़ाइमर डे 21 सितंबर को मनाया जाता है. इस वर्ष इसकी थीम लोगों को अल्ज़ाइमर के साथ-साथ डिमेंशिया के प्रति भी जागरूक होने के लिए कहता है.

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Thursday, September 11, 2025

World Alzheimer’s Day 2025: वर्ल्ड अल्ज़ाइमर डे अल्ज़ाइमर डिजीज और डिमेंशिया के अन्य रूपों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. यह दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाली महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है. यह दिन इन स्थितियों से जुड़े स्टिग्मा को चुनौती देने, रोगियों और देखभाल करने वालों के लिए शीघ्र निदान और सहायता को बढ़ावा देने और अनुसंधान एवं बेहतर देखभाल के प्रयास करने की वकालत (World Alzheimer’s Day) करता है.

वर्ल्ड अल्ज़ाइमर डे तिथि (World Alzheimer’s Day 2025 Date)

वर्ल्ड अल्ज़ाइमर डे रविवार, 21 सितंबर 2025 को है. अल्ज़ाइमर डिजीज इंटरनेशनल (एडीआई) संस्था द्वारा यह 1994 में शुरू किया गया. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सहयोग से एक विश्वव्यापी पहल के रूप में विकसित हुआ है.

वर्ल्ड अल्ज़ाइमर मंथ (The World Alzheimer’s Month)

वर्ल्ड अल्ज़ाइमर मंथ सितंबर है. इस जागरूकता माह के अंतर्गत 21 सितंबर को वर्ल्ड अल्ज़ाइमर डे मनाया जाता है. पूरे सितंबर तक इस दौरान विभिन्न गतिविधियां और आउटरीच कार्यक्रम किए जाते हैं.

विश्व अल्ज़ाइमर दिवस 2025 का विषय (The World Alzheimer’s Day 2025 theme)

विश्व अल्ज़ाइमर दिवस 2025 की थीम है (मनोभ्रंश के बारे में पूछें. अल्ज़ाइमर के बारे में पूछें (Ask about Dementia. Ask about Alzheimer’s).

क्यों होता है अल्ज़ाइमर रोग (Cause of Alzheimer Disease)

विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, अल्ज़ाइमर रोग कई कारकों के संयोजन से होता है. इसमें मस्तिष्क में बीटा-एमिलॉइड प्लेक और टाउ टैंगल्स का निर्माण शामिल है. यह न्यूरॉन्स को नुकसान पहुंचाते हैं. मस्तिष्क कोशिकाओं के बीच संचार को बाधित करते हैं. आनुवंशिकी एक भूमिका निभाती है, विशेष रूप से प्रारंभिक अवस्था के मामलों में, जहां विशिष्ट जीन उत्परिवर्तन रोग का कारण बनते हैं. उम्र सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारक है. जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक जैसे हृदय रोग, मधुमेह, मोटापा, उच्च रक्तचाप और खराब आहार भी इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं.

क्या कहता है अल्ज़ाइमर रोग पर रिसर्च (Research on Alzheimer’s Disease)

अल्ज़ाइमर रोग अनुसंधान के अनुसार अमाइलॉइड प्लेक, टाउ टैंगल्स, आनुवंशिक जोखिम कारक और जीवनशैली इस रोग के कारण बनते हैं. इस संस्था का लक्ष्य नए निदान और प्रभावी रोग-संशोधित उपचार विकसित करना है. वर्तमान शोध रोकथाम रणनीतियों की भी खोज करता है, जैसे कि रोग के प्रारंभिक, स्पर्शोन्मुख चरणों को लक्षित करने वाली रणनीति और विभिन्न मस्तिष्क कोशिकाओं और प्रक्रियाओं की भूमिकाओं की जांच करना है.

अल्ज़ाइमर रोग के उपचार (Alzheimer Treatment)

अल्ज़ाइमर रोग के उपचार में ऐसी दवा शामिल है, जो लक्षणों में सुधार कर सकती है. प्रगति को धीमा कर सकती है. अवसाद और नींद की समस्याओं जैसी अन्य स्थितियों का इलाज कर सकती हैं. स्वीकृत उपचारों में कोलिनेस्टरेज़ अवरोधक (जैसे, डोनेपेज़िल, गैलेंटामाइन) और मेमेंटाइन शामिल हैं. यह मस्तिष्क के रासायनिक स्तरों को बढ़ाते हैं. नई इम्यूनोथेरेपी दवाएं (लेकेनेमैब, डोनानेमेब) प्रारंभिक अवस्था में अल्ज़ाइमर के क्षय को धीमा करने के लिए एमिलॉइड प्लेक को लक्षित करती हैं. व्यायाम और सक्रिय गतिविधियों जैसी जीवनशैली संबंधी रणनीति भी लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं.

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स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।


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