World Polio Day 2024 : पोलियो के प्रति जागरूक होने पर किया जा सकता है रोग से बचाव
Authored By: स्मिता
Published On: Tuesday, October 22, 2024
Updated On: Tuesday, October 22, 2024
विश्व पोलियो दिवस या वर्ल्ड पोलियो डे 24 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दुनिया भर में पोलियोमाइलाइटिस (Polio) को समाप्त करने के वैश्विक प्रयासों पर प्रकाश डालता है। पोलियो एक जानलेवा बीमारी है, जो पोलियो वायरस के कारण होती है, जिसे विश्व स्वास्थ्य सभा ने 1988 में मिटाने का संकल्प लिया था।
पोलियो वायरस के कारण होती है, जो मुख्य रूप से रीढ़ की हड्डी या ब्रेन स्टेम में नसों (nerves in the spinal cord or brain stem) को प्रभावित करती है। सबसे गंभीर रूप में पोलियो के कारण व्यक्ति कुछ अंगों को हिलाने में असमर्थ हो सकता है, जिसे लकवा भी कहा जाता है। इससे सांस लेने में तकलीफ और कभी-कभी मौत भी हो सकती है। इस बीमारी को पोलियोमाइलाइटिस भी कहा जाता है। पोलियो के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व पोलियो दिवस या वर्ल्ड पोलियो डे (World Polio Day 2024) मनाया जाता है।
वर्ल्ड पोलियो डे (World Polio Day 2024-24 October)
विश्व पोलियो दिवस या वर्ल्ड पोलियो डे 24 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दुनिया भर में पोलियोमाइलाइटिस (Polio) को समाप्त करने के वैश्विक प्रयासों पर प्रकाश डालता है। पोलियो एक जानलेवा बीमारी है, जो पोलियो वायरस के कारण होती है, जिसे विश्व स्वास्थ्य सभा ने 1988 में मिटाने का संकल्प लिया था। वर्ल्ड पोलियो डे की थीम है- मां और बच्चे के लिए स्वास्थ्यवर्धक भविष्य हो (A healthier future for mothers and children) ।
पोलियो उन्मूलन (Polio Eradication)
पिछले 35 वर्षों में, वाइल्ड पोलियो वायरस के मामलों में 99% से अधिक की कमी आई है । हर बच्चे को इस घातक बीमारी से बचाने के लिए पोलियो टीकाकरण के महत्व के बारे में माता-पिता, प्रोफेशनल और स्वयंसेवकों की जागरूकता बढ़ानी चाहिए। उनके योगदान से ही पोलियो उन्मूलन संभव हो पाया है। सभी के लिए पोलियो मुक्त भविष्य सुनिश्चित करने, हाई टीकाकरण कवरेज बनाए रखने, वायरस की किसी भी उपस्थिति का पता लगाने के लिए हाई क्वालिटी वाली निगरानी लागू करने और प्रकोप की स्थिति में प्रतिक्रिया देने के लिए प्रयास जारी रखने चाहिए।
कैसे किया जा सकता है बचाव (Polio Prevention)
वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइज़ेशन के अनुसार, पोलियो एक अत्यधिक संक्रामक वायरल संक्रमण (Viral Infection) है, जो गंभीर मामलों में पक्षाघात और यहां तक कि मृत्यु का कारण बन सकता है। पोलियो की रोकथाम के लिए मुख्य उपाय इस प्रकार हैं:
- समय पर टीकाकरण (Vaccination) करवाना
- टीके की आवश्यक बूस्टर खुराक लेना सुनिश्चित (Polio Vaccine) करना
- स्वच्छता और सफ़ाई में सुधार
- समय पर पता लगाना
- छींकते या खांसते समय मुंह को ढकना
- जन जागरूकता और शिक्षा
पोलियो का इलाज नहीं (Polio Treatment)
वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइज़ेशन (WHO) के अनुसार, पोलियो का कोई इलाज नहीं है, केवल लक्षणों को कम करने के लिए उपचार किया जाता है। मांसपेशियों को उत्तेजित करने के लिए गर्मी और शारीरिक उपचार का उपयोग किया जाता है। मांसपेशियों को आराम देने के लिए एंटीस्पास्मोडिक दवाएं दी जाती हैं। हालांकि इससे गतिशीलता में सुधार हो सकता है, लेकिन यह स्थायी पोलियो पक्षाघात को उलट नहीं सकता है। टीकाकरण के माध्यम से पोलियो को रोका जा सकता है।
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