मुंबई और दिल्ली को पीछे छोड़ अहमदाबाद बना भारत का सबसे सुरक्षित शहर, जानें कैसे हासिल किया यह मुकाम
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Tuesday, August 12, 2025
Last Updated On: Tuesday, August 12, 2025
न्यूमबियो की 2025 की अपराध और सुरक्षा सूचकांक रिपोर्ट में अहमदाबाद ने मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे शहरों को पछाड़ते हुए भारत का सबसे सुरक्षित शहर बनने का गौरव हासिल किया है. पुलिस सुधार, सीसीटीवी नेटवर्क और नागरिकों की भागीदारी ने अहमदाबाद को यह सफलता दिलाई.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Tuesday, August 12, 2025
Ahmedabad safest city in India: अहमदाबाद ने 2025 की सुरक्षा रैंकिंग में देश के बाकी बड़े शहरों को पछाड़ते हुए भारत का सबसे सुरक्षित शहर बनने का खिताब हासिल कर लिया है. यूरोपीय संस्था न्यूमबियो द्वारा जारी अपराध और सुरक्षा सूचकांक रिपोर्ट में अहमदाबाद को न सिर्फ देश में पहला स्थान मिला, बल्कि वैश्विक स्तर पर 77वां स्थान भी प्राप्त हुआ.
पुलिस कमिश्नर ज्ञानेंद्र सिंह मलिक के मुताबिक, शहर में पुलिस की पहुंच बढ़ाने, 25 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरों की निगरानी व्यवस्था और नागरिक-केंद्रित पुलिसिंग ने इस उपलब्धि में अहम भूमिका निभाई है.
अबू धाबी दुनिया का सबसे सुरक्षित शहर
अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर ज्ञानेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि हाल ही में, दुनिया भर के शहरों की रैंकिंग करने वाली न्यूमबियो नामक एक यूरोपीय संस्था ने आंकड़े जारी किए हैं, जिनमें अबू धाबी को दुनिया का सबसे सुरक्षित शहर, दोहा को दूसरे नंबर पर, अहमदाबाद को दुनिया में 77वें नंबर पर और जयपुर को 95वें नंबर पर बताया गया है. अहमदाबाद को भारत में एक सुरक्षित शहर माना जाता है, और जयपुर देश में दूसरे स्थान पर है.
पुलिस की पहुंच बढ़ाने की प्राथमिकता
ज्ञानेंद्र सिंह मलिक कहते हैं कि हमने स्थानांतरण नीति लागू की और 6,500 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों का तबादला किया. नतीजतन, आज, पिछले दो सालों में ही पुलिस थानों में 80 प्रतिशत ज्यादा पुलिस कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है. हमने पुलिस की पहुंच बढ़ाने को उच्च प्राथमिकता दी है. पहले इसके लिए कोई खास समय तय नहीं था, लेकिन अब हमने पुलिस की पहुंच बढ़ाने के लिए निश्चित समय तय कर दिया है.
25 हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे
- सिटी पुलिस आयुक्त ने कहा कि 25 हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के साथ नागरिक-केंद्रित पुलिसिंग की बदौलत यह मुकाम हासिल हुआ. इनमें गुजरात लोक सुरक्षा अधिनियम के तहत नागरिकों ने स्वयं इनमें से 22 हजार कैमरे लगाए हैं. शेष कैमरे गृह विभाग, अहमदाबाद नगर निगम और निर्भया पहल के माध्यम से लगाए गए थे.
- अहमदाबाद नगर पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों तथा अहमदाबाद शहर के नागरिकों के सहयोग के साथ-साथ मुख्यमंत्री, गृह राज्य मंत्री और गुजरात के पुलिस महानिदेशक के नेतृत्व और मार्गदर्शन से अहमदाबाद पुलिस आयुक्त की टीम को यह सफलता मिली है.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)