GST 2.0: जीएसटी की 12% और 28% टैक्स स्लैब होगी खत्म, GoM ने केंद्र का प्रस्ताव किया स्वीकार
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Thursday, August 21, 2025
Last Updated On: Thursday, August 21, 2025
जीएसटी 2.0 सुधार के तहत 12% और 28% टैक्स स्लैब खत्म कर दिए जाएंगे. अब सिर्फ 5% और 18% दरें लागू होंगी, जबकि तंबाकू और लग्जरी वस्तुओं पर 40% तक का विशेष कर जारी रहेगा. इस फैसले से आम आदमी को राहत मिलने और खपत बढ़ने की उम्मीद है.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Thursday, August 21, 2025
GST 2.0 Tax Slab Reform: वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों को सरल और तर्कसंगत बनाने के लिए राज्यों के वित्त मंत्रियों के समूह (GoM) की अहम बैठक हुई. इस बैठक में केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर सहमति जताई गई. केंद्र ने सुझाव दिया था कि मौजूदा टैक्स स्लैब्स को घटाकर सिर्फ 5% और 18% कर दिया जाए. GoM ने इस प्रस्ताव पर हरी झंडी दे दी है. योजना के तहत 12% और 28% वाले स्लैब हटाए जाएंगे और केवल दो दरें रखी जाएंगी. वहीं तंबाकू, पान मसाला जैसी वस्तुओं पर 40% का विशेष कर जारी रहेगा.
कहा जा रहा है कि इन बदलावों से आम आदमी को सीधा फायदा मिलेगा. जरूरी सामान पर टैक्स कम होने से आम लोगों की जेब पर बोझ घटेगा और खपत भी बढ़ेगी. सरकार का मानना है कि इससे जरूरी और आकांक्षी दोनों तरह की वस्तुओं तक आम जनता की पहुंच आसान होगी.
क्या है GST 2.0 रिफॉर्म?
GST 2.0 सुधार का मकसद देश की कर प्रणाली को और सरल और पारदर्शी बनाना है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि इस कदम से खासकर किसानों, मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों को राहत मिलेगी. सरकार चाहती है कि जटिल दरों को खत्म करके सिर्फ दो ही स्लैब- 5% और 18% रखे जाएं. हालांकि, सिगरेट, लग्जरी कार और महंगे उत्पादों पर 40% तक की ऊंची दर बनी रहेगी.
पीएम मोदी ने दिया व्यापक बदलावों का संकेत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से दिए भाषण में सुधारों और आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए एक विस्तृत दृष्टिकोण प्रस्तुत किया था, जिसमें टैक्स की दरों में बदलाव से लेकर छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाने तक के कुछ महत्वपूर्ण सुधार शामिल है.
उन्होंने जीएसटी व्यवस्था में व्यापक बदलावों का संकेत देते हुए कहा,”इस दिवाली, मैं आपके लिए दोहरी दिवाली मनाने जा रहा हूं. देशवासियों को एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है, आम घरेलू वस्तुओं पर जीएसटी में भारी कटौती होगी.”
प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी दरों की समीक्षा की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया और इसे “समय की मांग” बताया. उन्होंने घोषणा की, “जीएसटी दरों में भारी कमी की जाएगी. आम लोगों के लिए कर कम किया जाएगा.”
GST रिफॉर्म से क्या फायदा होगा?
इस सुधार के बाद टैक्स सिस्टम और ज्यादा सरल हो सकती है. वित्त मंत्री ने कहा कि यह बदलाव घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देंगे और देश को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगे. साथ ही उपभोक्ताओं को जरूरी वस्तुएं और सेवाएं आसानी से और कम दाम में मिल सकेंगी.
नुकसान की आसानी से हो जाएगी भरपाई
5.5 लाख करोड़ रुपए की उपभोग वृद्धि से वित्त वर्ष 26 में जीएसटी राजस्व में 52,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त वृद्धि होगी, जो जीएसटी 2.0 सुधारों से होने वाले 45,000 करोड़ रुपए के अनुमानित राजस्व नुकसान की आसानी से भरपाई कर देगा. यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई.
एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी 2.0 से उपभोग में वृद्धि हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप कर राजस्व में वृद्धि, मुद्रास्फीति में कमी और विकास दर में वृद्धि होगी.
जीएसटी 2.0 व्यवस्था से औसतन 85,000 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा होने के बावजूद, खपत में 1.98 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि होने का अनुमान है. कर कटौती के साथ, इसका कुल प्रभाव अर्थव्यवस्था में उपभोग व्यय में 5.31 लाख करोड़ रुपए की अतिरिक्त वृद्धि के बराबर है, जो सकल घरेलू उत्पाद के 1.6 प्रतिशत के बराबर है.
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