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कौन है पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड साजिद जट्ट? जिसके सिर पर 10 लाख का इनाम
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Tuesday, December 16, 2025
Last Updated On: Tuesday, December 16, 2025
पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था. अब एनआईए की चार्जशीट में सामने आया है कि इस खौफनाक साजिश का मास्टरमाइंड पाकिस्तानी आतंकी साजिद जट्ट था, जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित है. आखिर कौन है साजिद जट्ट और कश्मीर में आतंक फैलाने में उसकी क्या भूमिका रही है?
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Tuesday, December 16, 2025
22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुआ आतंकी हमला सिर्फ एक हिंसक वारदात नहीं था, बल्कि देश में डर और सांप्रदायिक तनाव फैलाने की सुनियोजित साजिश थी. इस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर 25 निर्दोष पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि एक स्थानीय घोड़े वाले की भी जान चली गई थी. इसके बाद जुलाई में श्रीनगर के साथ डाचीगाम इलाके में ऑपरेशन महादेव में पहलगाम हमले में शामिल तीनों आतंकियों फैसल जट्ट उर्फ सुलेमान शाह, हबीब ताहिर उर्फ जिबरान और हमजा अफगानी को सुरक्षाबल ने मार गिराया था. इसके बाद भारत ने छह व सात मई की रात ऑपरेशन सिंदूर चला पाकिस्तान में आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया था.
महीनों की जांच और बड़े सैन्य अभियानों के बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की 1597 पन्नों की चार्जशीट ने इस हमले के पीछे छिपे असली चेहरे को उजागर किया है. चार्जशीट के मुताबिक, इस पूरे हमले का मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा और उसके मुखौटा संगठन टीआरएफ का शीर्ष कमांडर साजिद जट्ट था, जो पाकिस्तान में बैठकर जम्मू-कश्मीर में आतंक की साजिशें रच रहा था.
कौन हैं साजिद जट्ट?
लश्कर-ए-तैयबा का पाकिस्तानी ऑपरेशनल कमांडर साजिद जट्ट उर्फ सज्जाद जट्ट इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है. साजिद का असली नाम हबीबुल्ला है. एनआईए पहले ही उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर चुकी है. वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कसूर जिले का रहने वाला है.
संगठन के भीतर साजिद को हाफिज सईद के बाद दूसरा सबसे बड़ा चेहरा माना जाता है. वह लश्कर के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट यानी टीआरएफ का भी प्रमुख है. जम्मू-कश्मीर में होने वाली कई आतंकी घटनाओं में उसका नाम सामने आता रहा है. जांच एजेंसियों के मुताबिक, वह लंबे समय से इन घटनाओं की साजिश रचता रहा है.
साल 2023 में भारत सरकार ने टीआरएफ को गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए के तहत बैन कर दिया था. इसके बाद साजिद की भूमिका और ज्यादा साफ हुई. एनआईए ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा है. आरोप है कि वह पाकिस्तान में बैठकर कश्मीर में आतंकियों की भर्ती करवाता था. फंडिंग की व्यवस्था करता था. साथ ही घुसपैठ की पूरी योजना भी वही संभालता था.
चार्जशीट में सात नाम शामिल
एनआईए की चार्जशीट में कुल सात नाम शामिल किए गए हैं. इनमें साजिद जट्ट समेत चार पाकिस्तानी आतंकी हैं. इसके अलावा दो स्थानीय ओवरग्राउंड वर्कर भी आरोपी बनाए गए हैं. लश्कर और टीआरएफ को भी चार्जशीट में शामिल किया गया है. जांच एजेंसी का कहना है कि यह हमला सिर्फ दहशत फैलाने के लिए नहीं था. इसका मकसद धर्म के आधार पर हत्याएं कर देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना था. चार्जशीट में बताया गया है कि लश्कर और टीआरएफ ने अपने स्थानीय नेटवर्क के जरिए बैसरन घाटी को हमले के लिए चुना.
आतंकियों के ये हैं नाम
मुख्य साजिशकर्ता लश्कर कमांडर साजिद जट्ट (पाकिस्तानी) है. हमले में शामिल हमलावर फैसल जट्ट उर्फ सुलेमान शाह, हबीब ताहिर उर्फ जिबरान और हमजा अफगानी थे. ये तीनों पाकिस्तानी नागरिक थे. तीनों ऑपरेशन महादेव में मारे जा चुके हैं. इसके अलावा ओवरग्राउंड वर्कर परवेज अहमद जोथड़ और बशीर अहमद जोथड़ भी आरोपियों में शामिल हैं. दोनों पहलगाम के रहने वाले बताए गए हैं.















