विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी ने भरा नामांकन, खरगे, सोनिया और राहुल-प्रियंका भी मौजूद
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Thursday, August 21, 2025
Last Updated On: Thursday, August 21, 2025
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और इंडिया ब्लॉक के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया. रेड्डी ने इसे संविधान के मूल्यों और लोकतांत्रिक परंपराओं को मजबूत करने की लड़ाई बताया.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Thursday, August 21, 2025
VP Candidate Sudarshan Reddy: आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी तेज हो गई है. विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने अपने उम्मीदवार के रूप में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है. इस बीच गुरुवार को सुदर्शन रेड्डी ने शीर्ष विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. दिल्ली में हुए नामांकन कार्यक्रम में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार, डीएमके नेताओं समेत कई विपक्षी दलों के दिग्गज नेता मौजूद रहे.
रेड्डी एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. 9 सितंबर को होने वाला यह चुनाव सिर्फ दो नेताओं की टक्कर नहीं बल्कि संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक आदर्शों की परीक्षा माना जा रहा है.
80 सांसदों ने दिया समर्थन
विपक्षी नेताओं ने बताया कि अलग-अलग दलों के करीब 80 सांसदों ने सुदर्शन रेड्डी की उम्मीदवारी के समर्थन में नामांकन पत्रों पर हस्ताक्षर किए हैं. नामांकन दाखिल करने के बाद पूर्व न्यायमूर्ति रेड्डी ने बयान जारी कर देशवासियों से उनके समर्थन की अपील की. उन्होंने कहा कि वह पूरी विनम्रता, जिम्मेदारी और संविधान के मूल्यों के प्रति गहरे समर्पण के साथ राजनीति में कदम रख रहे हैं.
रेड्डी ने आगे कहा, “सुप्रीम कोर्ट के जज, कानून के छात्र और लोकतांत्रिक परंपराओं में पले-बढ़े नागरिक के रूप में मेरे अनुभव ने मुझे सिखाया है कि भारत की असली ताकत हर नागरिक की गरिमा, संवैधानिक नैतिकता और विविधता में एकता की रक्षा में है.”
निष्पक्षता, गरिमा, संवाद और शिष्टाचार का वादा
उन्होंने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव को केवल “दो व्यक्तियों के बीच की प्रतियोगिता” न मानते हुए कहा कि यह चुनाव संविधान निर्माताओं के सपनों को मजबूत करने का मौका है. उनके अनुसार, “यह चुनाव ऐसे भारत की परिकल्पना को आगे बढ़ाने के लिए है जहां संसद ईमानदारी से काम करे, असहमति का सम्मान हो और संस्थान स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रहकर जनता की सेवा करें.”
रेड्डी ने उपराष्ट्रपति पद की भूमिका को बेहद अहम बताते हुए कहा कि राज्यसभा के सभापति के रूप में यह पद संसदीय लोकतंत्र की परंपराओं को कायम रखने की जिम्मेदारी निभाता है. उन्होंने वादा किया कि निर्वाचित होने पर वह निष्पक्षता, गरिमा, संवाद और शिष्टाचार के साथ अपनी जिम्मेदारियां निभाएंगे.
इंडिया ब्लॉक के समर्थन पर कहा शुक्रिया
इंडिया ब्लॉक से मिले समर्थन पर आभार जताते हुए उन्होंने कहा, “मैं विपक्षी दलों के नेताओं का शुक्रगुज़ार हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया. मैं उन असंख्य नागरिकों का भी आभारी हूं जो न्याय, समानता और एकता की इस सामूहिक लड़ाई को प्रेरित करते हैं. संविधान पर विश्वास और जनता की उम्मीदों के साथ मैं इस नई यात्रा पर निकल रहा हूं. लोकतंत्र की ऊर्जा हमें हमेशा मार्गदर्शन देती रहे.”
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