चुनाव आयोग नहीं, अब चुनाव आयुक्त पर हमलावर हुआ विपक्ष, बिहार से उठे सवाल ने पूरे देश में पकड़ी रफ्तार
Authored By: सतीश झा
Published On: Monday, August 18, 2025
Updated On: Monday, August 18, 2025
बिहार से शुरू हुई चुनावी गहमागहमी अब राष्ट्रीय सियासत का मुद्दा बन चुकी है. विपक्षी दल अब सिर्फ चुनाव आयोग (Election Commission of India) की कार्यप्रणाली पर ही नहीं, बल्कि सीधे तौर पर चुनाव आयुक्त (Cheif Election Commissoner) पर सवाल उठा रहे हैं. बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) और उससे जुड़े विवाद ने विपक्ष को नया हथियार दे दिया है. विपक्षी नेताओं का कहना है कि आयोग की निष्पक्षता संदिग्ध हो गई है और चुनाव आयुक्त सत्तापक्ष के दबाव में काम कर रहे हैं। इसको लेकर लगातार बयानबाजी तेज हो रही है.
Authored By: सतीश झा
Updated On: Monday, August 18, 2025
Opposition attack on Election Commissione: दिल्ली में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ब्लॉक के नेताओं ने कहा कि बिहार का मामला अब पूरे देश के मतदाताओं से जुड़ गया है. कांग्रेस, राजद, तृणमूल, आप और अन्य दलों ने संयुक्त रूप से चुनाव आयुक्त (Cheif Election Commissioner) की कार्यशैली की आलोचना करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है. वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और विपक्ष केवल आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनावों से पहले भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार से उठी यह बहस 2025 के चुनावी माहौल को और गर्माने का काम करेगी. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि चुनाव आयोग इन आरोपों पर क्या रुख अपनाता है ?
वोट चोरी का नया हथियार, नहीं होने देंगे लोकतंत्र की भागीदारी खत्म”
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर जारी विवाद और विपक्ष के आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी सवालों के जवाब देने का दावा किया था. लेकिन कांग्रेस (Congress) नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) लगातार SIR पर हमलावर हैं. अपनी वोटर अधिकार यात्रा के दूसरे दिन राहुल गांधी ने एसआईआर को “वोट चोरी का नया हथियार” बताया. उन्होंने कहा, “मैं ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार की रक्षा के लिए खड़ा हूं. लोकतंत्र में सबकी भागीदारी है और इसे किसी भी हाल में खत्म नहीं होने दिया जाएगा.”
भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से बहुजन और गरीब हो रहे वंचित
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बहुजन और गरीबों को उनकी पहचान और अधिकार से वंचित किया जा रहा है. उन्होंने कहा, “हमारे जवानों तक को नहीं छोड़ा गया — न वोट रहेगा, न पहचान रहेगी और न ही अधिकार. ” राहुल गांधी ने कहा कि सामाजिक भेदभाव और आर्थिक परिस्थितियों की वजह से प्रभावित वर्ग ‘सिस्टम’ के षड्यंत्र के खिलाफ लड़ पाने में असमर्थ है. उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के मूल अधिकार की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगी. कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि यह केवल वोट का मुद्दा नहीं, बल्कि हिस्सेदारी और लोकतंत्र में सबकी भागीदारी का सवाल है.
चिराग पासवान का विपक्ष पर हमला, हवा-हवाई बातें करते हैं, आपत्ति दर्ज करने से भाग जाते हैं
SIR और चुनाव आयोग पर विपक्ष के आरोपों के बीच केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कड़ा पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष का मक़सद केवल हंगामा करना है और उन्हें संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं है. चिराग पासवान ने कहा, “आज वे चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं. यही चुनाव आयोग है जिसके नेतृत्व में चुनाव हुए और कांग्रेस लंबे समय तक केंद्र और राज्यों में सत्ता में रही है. हकीकत यह है कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संवैधानिक संस्था है.”
उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि अगर इतनी शिकायतें हैं तो आधिकारिक आपत्ति या अपील क्यों दर्ज नहीं कराई जा रही है. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार में दौरे पर हैं. अगर इतनी धांधली हो रही है तो कम से कम एक बार आधिकारिक अपील तो दर्ज करें. लेकिन विपक्ष केवल हवा-हवाई बातें करता है और जब आपत्ति दर्ज करने की बारी आती है तो भाग जाता है.
डिंपल यादव ने चुनाव आयोग पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने चुनाव आयोग की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इस मामले में माफ़ी मांगने का कोई सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि अगर विपक्ष के नेता को लगता है कि वोट चोरी हो रहे हैं, तो चुनाव आयोग को ठोस सबूत देकर यह साबित करना चाहिए कि ऐसा नहीं हो रहा. डिंपल यादव ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 18 हज़ार ऐसे मतदाताओं के हलफ़नामे जमा कराए हैं, जिनके नाम मतदाता सूची से काट दिए गए या जिन्हें चुनाव आयोग की खामियों के चलते वोट डालने से वंचित होना पड़ा. उन्होंने कहा कि जब इतने हलफ़नामे आयोग के पास मौजूद हैं, तो प्रेस के मंच से झूठ बोलना खुद चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है.
संजय सिंह बोले– “वोट चोरी और घोटाला छिपाने की कोशिश”
- आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव आयोग की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बड़ा हमला बोला है. पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने सोमवार को आरोप लगाया कि आयोग देश से सच छिपा रहा है और वोट चोरी में लिप्त है. संजय सिंह ने कहा, “कल उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस से पूरे देश को साफ हो गया कि चुनाव आयोग ने वोट चोरी की है और घपला-घोटाला किया है. इसी को छिपाने के लिए झूठी, बेबुनियाद और तथ्यहीन बातें उन्होंने कही हैं. उनसे जो सवाल पूछे गए थे, उनका कोई जवाब नहीं दिया गया.”
- AAP सांसद ने आगे कहा कि SIR (सिस्टमेटिक इलेक्टोरल रजिस्टर) में जितनी शिकायतें दर्ज हुईं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. दिल्ली चुनाव के समय हमने लिखकर दिया कि कार्रवाई करें, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई कदम नहीं उठाया. अब वे झूठे बहाने बना रहे हैं और कह रहे हैं कि CCTV वीडियो इसलिए नहीं दे सकते क्योंकि उससे निजता का हनन होगा.
- उन्होंने आयोग की दलील पर सवाल उठाते हुए कहा, “वोटिंग वाले दिन टीवी पर महिलाओं के वीडियो, इंटरव्यू दिखाए जाते हैं तो क्या उससे निजता का हनन नहीं होता? चुनावी प्रक्रिया में शामिल होना एक मतदाता के लिए गर्व की बात होती है। उसके दिखाने में कौन सी निजता भंग हो रही है?”
भाजपा की भाषा बोल रहा है आयोग : RJD
राजद (RJD) नेता मृत्युंजय तिवारी ने चुनाव आयोग की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कहा कि लोकतंत्र संविधान से चलता है और किसी भी संस्था को निष्पक्ष रहना चाहिए, लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त के बयान ने सवाल खड़े कर दिए हैं. तिवारी ने आरोप लगाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त लोकसभा में विपक्ष के नेता को खुली चुनौती दे रहे हैं और भाजपा की भाषा बोल रहे हैं. उन्होंने कहा, “यह लोकतंत्र है और देश संविधान से चलेगा. अगर चुनाव आयोग भाजपा आयोग बनकर राजनीति करेगा, तो जनता भी इस गोदी आयोग को करारा जवाब देने के लिए तैयार है.” RJD नेता ने सवाल उठाया कि आयोग अनुराग ठाकुर पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है, जबकि विपक्ष पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आयोग का रवैया अब पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है और जनता सब देख रही है.
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