जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा , स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का दिया हवाला, दो महीने में नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की तैयारी
जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा , स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का दिया हवाला, दो महीने में नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की तैयारी
Authored By: Nishant Singh
Published On: Tuesday, July 22, 2025
Updated On: Tuesday, July 22, 2025
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है. उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है, लेकिन एक बड़े संवैधानिक पद से यह सहज विदाई कई सवाल भी खड़े करती है. अब जब उपराष्ट्रपति पद खाली हो चुका है, तो आगे क्या होगा? संविधान के अनुसार दो महीने के भीतर नए उपराष्ट्रपति का चुनाव होना तय है. पूरा घटनाक्रम हमारे लोकतंत्र के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है.
Authored By: Nishant Singh
Updated On: Tuesday, July 22, 2025
Jagdeep Dhankhar: भारतीय राजनीति में एक अप्रत्याशित मोड़ तब आया जब देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. कारण बताया गया स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं. लेकिन केवल एक लाइन की यह वजह, कई सवालों की दस्तक देती है. क्या यह सिर्फ स्वास्थ्य का मामला है या कुछ और भी चल रहा है पर्दे के पीछे? क्या देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद इतनी सहजता से खाली हो सकता है? यह खबर सिर्फ एक इस्तीफे की नहीं है, बल्कि लोकतंत्र के उस स्तंभ की बात है जो संसद को संचालित करता है, जो राष्ट्रपति के बाद सर्वोच्च पद पर बैठता है.
अचानक इस्तीफा: उपराष्ट्रपति पद को कह दिया अलविदा
जगदीप धनखड़ ने सोमवार को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इस्तीफे की वजह स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बताई गई हैं. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया है.
जगदीप धनखड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस्तीफा पत्र पोस्ट करते हुए कहा, “आदरणीय राष्ट्रपति जी, स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुसार तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं. मैं भारत की राष्ट्रपति के प्रति उनके अटूट समर्थन और मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे बीच बने सुखद एवं अद्भुत कार्य संबंधों के लिए अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं.”
स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर राष्ट्रपति को भेजा पत्र
उन्होंने आगे कहा कि मैं प्रधानमंत्री और सम्मानित मंत्रिपरिषद के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं. प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा है, और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कुछ सीखा है. संसद के सभी सदस्यों से मुझे जो गर्मजोशी, विश्वास और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरी स्मृति में रहेगा. मैं हमारे महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में प्राप्त अमूल्य अनुभवों और अंतर्दृष्टि के लिए तहे दिल से आभारी हूं.
‘एक्स’ पर साझा किया इस्तीफा पत्र
जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि इस महत्वपूर्ण अवधि के दौरान भारत की उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति एवं अभूतपूर्व विकास को देखना और उसमें भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य एवं संतुष्टि की बात रही है. हमारे राष्ट्र के इतिहास के इस परिवर्तनकारी युग में सेवा करना मेरे लिए एक सच्चा सम्मान रहा है. इस प्रतिष्ठित पद से विदा लेते हुए मैं भारत के वैश्विक उत्थान और अभूतपूर्व उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रहा हूं और इसके उज्ज्वल भविष्य में अटूट विश्वास रखता हूं.
दो महीने में नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की तैयारी
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता और संविधान विशेषज्ञ विराग गुप्ता ने बड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है और इसे स्वीकार कर लिया गया है. अब राज्यसभा के उपसभापति उनकी जिम्मेदारियों को संभालेंगे.
उन्होंने कहा कि संविधान में ऐसी सभी स्थितियों के लिए प्रावधान हैं, जिसमें किसी व्यक्ति द्वारा पद छोड़ना भी शामिल है, चाहे वह इस्तीफे, मृत्यु या स्वास्थ्य कारणों से हो. इस्तीफे की स्थिति में दो महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं. पहला यह है कि नए उपराष्ट्रपति का चुनाव आम तौर पर दो महीने के भीतर होना चाहिए. ऐसे में अब नए उपराष्ट्रपति का चुनाव होगा.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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