पीएम मेमोरियल ने राहुल गांधी को लिखा पत्र, सोनिया गांधी का नाम आने से सियासी घमासान तय

पीएम मेमोरियल ने राहुल गांधी को लिखा पत्र, सोनिया गांधी का नाम आने से सियासी घमासान तय

Authored By: सतीश झा

Published On: Monday, December 16, 2024

Updated On: Monday, December 16, 2024

Letter to Rahul Gandhi
Letter to Rahul Gandhi

प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (PMML) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पत्र लिखकर सोनिया गांधी से ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों और पत्रों को वापस करने का अनुरोध किया है। ये पत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखे गए थे और 2008 में यूपीए सरकार के दौरान सोनिया गांधी को सौंपे गए थे।

Authored By: सतीश झा

Updated On: Monday, December 16, 2024

PMML के सदस्य रिज़वान कादरी ने 10 दिसंबर को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को लिखा कि इन पत्रों को मूल रूप में वापस किया जाए, या उनकी डिजिटल प्रतियां या फोटोकॉपी उपलब्ध कराई जाए। इससे पहले, सितंबर 2024 में सोनिया गांधी को इसी प्रकार का अनुरोध किया गया था, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

ऐतिहासिक महत्व वाले पत्रों की मांग

बताया जा रहा है कि ये पत्र 1971 में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी को सौंपे गए थे। इनमें पंडित नेहरू और कई प्रमुख हस्तियों जैसे अल्बर्ट आइंस्टीन, एडविना माउंटबेटन, पद्मजा नायडू, जयप्रकाश नारायण, अरुणा आसफ अली, विजया लक्ष्मी पंडित, बाबू जगजीवन राम, और गोविंद बल्लभ पंत के बीच हुए पत्राचार शामिल हैं। हालांकि, 2008 में यूपीए शासन के दौरान इन पत्रों को कथित रूप से 51 बक्सों में पैक कर सोनिया गांधी को भेजा गया।

रिज़वान कादरी का बयान

पीएमएमएल के सदस्य रिजवान कादरी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को पत्र लिखकर सोनिया गांधी से मूल पत्र वापस लेने या फोटोकॉपी या डिजिटल प्रतियां उपलब्ध कराने का आग्रह किया। कादरी ने कहा, “सितंबर 2024 में मैंने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि 2008 में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी से निकाले गए 51 बक्से संस्थान को वापस कर दिए जाएं या हमें उन्हें देखने और स्कैन करने की अनुमति दी जाए। इनमें नेहरू और कई ऐतिहासिक हस्तियों के बीच के पत्र शामिल हैं। जब उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला, तो मैंने उनके बेटे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी से अनुरोध किया है कि वे इस मामले में हमारी मदद करें।”

भाजपा का कटाक्ष

भाजपा सांसद संबित पात्रा ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मुझे उत्सुकता है कि नेहरू जी ने एडविना माउंटबेटन को क्या लिखा होगा जिसे छिपाने की ज़रूरत है। क्या नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी नेहरू और एडविना के पत्रों को वापस दिलाने में मदद करेंगे?”

सियासी हलचल बढ़ने के आसार

सोनिया गांधी का नाम इस विवाद में आने से सियासी घमासान तेज होने की संभावना है। नेहरू से जुड़े इन पत्रों की मांग और भाजपा के कटाक्ष ने कांग्रेस और भाजपा के बीच नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है।

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है

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