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दिल्ली ही नहीं, लाहौर भी है प्रदूषण की जबरदस्त चपेट में
दिल्ली ही नहीं, लाहौर भी है प्रदूषण की जबरदस्त चपेट में
Authored By: सतीश झा
Published On: Friday, November 15, 2024
Last Updated On: Friday, November 15, 2024
वायु प्रदूषण का संकट केवल दिल्ली तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान के लाहौर शहर भी प्रदूषण की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। जहां एक तरफ दिल्ली में प्रदूषण स्तर ने खतरे का स्तर पार कर लिया है, वहीं लाहौर भी अपनी खराब वायु गुणवत्ता से परेशान है।
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Friday, November 15, 2024
विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, लाहौर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) भी काफी खराब स्थिति में पहुंच चुका है, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कृषि अवशेषों का जलना, वाहनों से होने वाला धुआं और अन्य कारखानों से निकलने वाला प्रदूषण, इन दोनों शहरों में प्रदूषण के मुख्य कारण हैं।
दिल्ली और लाहौर के बीच प्रदूषण का यह अंतरराष्ट्रीय संकट दोनों देशों के नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए खतरे का संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों को मिलकर इस समस्या का समाधान तलाशने की जरूरत है।
दिल्ली में औसत एक्यूआई 441
राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को भी दूषित हवा ने सितम ढाया। सुबह राजधानी घने कोहरे की चादर में लिपटी नजर आई। सुबह 7ः00 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक ( एक्यूआई) 441 दर्ज किया गया।
देश की राजधानी में एक्यूआई 400 से 500 के बीच है। कई इलाकों में एक्यूआई 450 पार चला गया। इससे लोगों को सांस के मरीजों की मुश्किल बढ़ गई। प्रदूषण के बदतर हालात को देखते हुए आज से ग्रैप का तीसरा चरण लागू किया गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के मुताबिक, सुबह 7:00 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 441 दर्ज किया गया। सुबह 6.30 बजे आईजीआई एयरपोर्ट पर दृश्यता लगभग 500 मीटर रही। आनंद विहार में एक्यूआई 441, नरेला में 429, पंजाबी बाग में 443 और नजफगढ़ में 403 दर्ज किया गया। वहीं, अशोक विहार में 440, आया नगर में 417, बवाना में 455, बुराड़ी में 383, चांदनी चौक में 347, द्वारका सेक्टर-8 में 444, आईजीआई एयरपोर्ट में 446, दिलशाद गार्डन में 369, आईटीओ में 458 और जहांगीरपुरी में एक्यूआई 458 दर्ज किया गया।
लाहौर में एक्यूआई-732
इस समय लगभग समूचा पाकिस्तान दूषित हवा की गिरफ्त में है। पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में हाहाकार मचा हुआ। आज यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 732 दर्ज किया गया। मुल्क में बारिश के लिए सलात-ए-इस्तिस्का (बारिश के लिए विशेष नमाज) पेश किया जा रहा है।
द जियो न्यूज के अनुसार, कई दिनों के बाद कराची में हवा की गुणवत्ता में आज सुबह भारी गिरावट देखी गई। ऐसा महानगर में तापमान में गिरावट आने से हुआ। मगर लाहौर वैश्विक प्रदूषण रैंकिंग में शीर्ष पर है। कराची में एक्यूआई 220 दर्ज किया गया है। डॉन समाचार पत्र के अनुसार, बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से पंजाब प्रांत में एक महीने में लगभग 20 लाख लोग सांस की समस्याओं का सामना करना पड़ा। पंजाब स्वास्थ्य सेवा विभाग के आंकड़ों से पता चला कि गुरुवार तक पूरे प्रांत में 19,34,030 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से अकेले लाहौर में 126,230 मामले सामने आए।
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, आज पूरे पाकिस्तान में बारिश के लिए सलात-ए-इस्तिस्का पेश किया जा रहा है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की देशवासियों से अपील पर बारिश के लिए प्रार्थना की जा रही है। प्रधानमंत्री ने धर्म गुरुओं और नेताओं से सलात-ए-इस्तिस्का के आयोजन में सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बारिश होने से पर्यावरण में सुधार होगा और बीमारियों से निजात पाने में काफी मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अल्लाह से विशेष प्रार्थना की जानी चाहिए ताकि मानव जीवन को इस समस्या से छुटकारा मिल सके। संघीय और प्रांतीय सरकारों के तहत सभी मस्जिदों में सलात-ए-इस्तिस्का का आयोजन किया जाना चाहिए।
(हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी के इनपुट के साथ)