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Lord Hanuman: अमर क्यों हैं? जानिए इसके पीछे छिपी दिव्य कहानी!
Lord Hanuman: अमर क्यों हैं? जानिए इसके पीछे छिपी दिव्य कहानी!
Authored By: स्मिता
Published On: Monday, May 12, 2025
Last Updated On: Monday, May 12, 2025
Lord Hanuman: भगवान राम के परम भक्त हैं श्रीहनुमान. वे हिंदू महाकाव्य रामायण के एक केंद्रीय पात्र हैं. हनुमानजी चिरंजीवी, यानी पृथ्वी पर हमेशा जीवित रहने वाले देवता हैं. आइल पीछे एक ख़ास कारण है.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Monday, May 12, 2025
Lord Hanuman: भगवान हनुमान हिंदू धर्म में पूजे जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक हैं. भगवान हनुमान को भगवान राम के सबसे बड़े परम भक्त के रूप में सबसे अधिक जाना जाता है. वे हिंदू महाकाव्य रामायण के एक केंद्रीय पात्र हैं। श्रीहनुमान चिरंजीवी हैं, यानी पृथ्वी पर हमेशा जीवित रहने वाले (Lord Hanuman) अमर जीव.
कैसे बने हनुमान चिरंजीवी (Chiranjeevi Lord Hanuman)
हनुमानजी के सुकर्मों और भक्ति पर प्रसन्न होकर भगवान राम ने हनुमान से कहा कि उन्हें धरती पर चिरंजीवी के रूप में रहना चाहिए, ताकि ज़रूरतमंदों की मदद की जा सके. भगवान राम का नाम लेने वाले लोगों की देखभाल की जा सके. उन्हें पुकारने वालों की मदद की जा सके। रामायण और राम कथा के विभिन्न संस्करणों में उनके अंत में, राम और लक्ष्मण की मृत्यु से ठीक पहले कहा गया है कि हनुमान को अमर होने का आशीर्वाद मिला है. वे हमेशा मानवता का हिस्सा रहेंगे. राम की कहानी जीवित रहेगी और कहानी चलती रहेगी, क्योंकि देवता हमेशा कहानी सुनाते रहेंगे.
भगवान हनुमान का जन्म ( Lord Hanuman Birth Time)
भगवान हनुमान को आजीवन ब्रह्मचारी माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में ब्रह्मचारी रहने और भगवान राम के परम भक्त बने रहने की प्रतिज्ञा ली थी. भगवान हनुमान को महावीर, बजरंगबली, अंजनेय (आंजनेय), पवन पुत्र, अंजनीपुत्र, केसरी नंदन और मारुति के नाम से भी जाना जाता है. ऐसा माना जाता है कि भगवान हनुमान का जन्म चैत्र पूर्णिमा, मंगलवार के दिन सूर्योदय के ठीक बाद हुआ था. उनका जन्म चित्रा नक्षत्र और मेष लग्न में हुआ था.
माता अंजना और केसरी के पुत्र
भगवान हनुमान माता अंजना और केसरी के पुत्र हैं. उन्हें वायु देव यानी पवन देवता का पुत्र भी कहा जाता है.
भगवान हनुमान की प्रतिमा
भगवान हनुमान की प्रतिमा दिखने में हनुमान जैसी दिखती है. उन्हें लाल रंग और वानर जैसी मुड़ी हुई पूंछ में चित्रित किया गया है. उन्हें गदा के साथ दर्शाया जाता है.
भगवान हनुमान मंत्र (Lord Hanuman Mantra)
- भगवान हनुमान के लिए प्रमुख त्योहार हनुमान जयंती है.
- भगवान हनुमान का मूल मंत्र –
- ॐ श्री हनुमते नमः॥
मूल मंत्र के अलावा हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए अन्य हनुमान मंत्र भी जपे जाते हैं।
भगवान हनुमान के भजन
- हनुमान चालीसा
- सुंदरकांड
- बजरंग बाण
- हनुमान अष्टकम
हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, बजरंग बाण और हनुमान अष्टकम भगवान हनुमान की स्तुति और आशीर्वाद पाने के लिए सबसे लोकप्रिय भजन हैं.
अवतार और स्वरूप (Lord Hanuman Avtar)
पंचमुखी हनुमान भगवान हनुमान के लोकप्रिय रूपों में से एक है. किंवदंतियों के अनुसार, भगवान हनुमान ने राक्षस महिरावण को मारने के लिए पंचमुखी रूप धारण किया था. पंचमुखी, जिसका अर्थ है पांच मुख वाला, पंचमुखी हनुमान में श्री वराह उत्तर की ओर, श्री नरसिंह दक्षिण की ओर, श्री गरुड़ पश्चिम की ओर और श्री हयग्रीव आकाश की ओर मुख करके और स्वयं भगवान हनुमान पूर्व की ओर मुख करके खड़े हैं.
भगवान हनुमान मंदिर ( Lord Hanuman Mandir)
भगवान हनुमान को समर्पित कुछ सबसे प्रसिद्ध मंदिर हैं
- वाराणसी, उत्तर प्रदेश में संकट मोचन हनुमान मंदिर
- सालासर बालाजी मंदिर, सालासर, राजस्थान
- हनुमान गढ़ी मंदिर, अयोध्या, उत्तर प्रदेश
- गुजरात के जामनगर में बाला हनुमान मंदिर
- जाखू मंदिर, शिमला, हिमाचल प्रदेश
- मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, दौसा, राजस्थान
- अंजनेयस्वामी मंदिर, चेन्नई, तमिलनाडु
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