Lord Ayappa : अंधकार को प्रकाश में बदल देते हैं भगवान अयप्पा

Lord Ayappa : अंधकार को प्रकाश में बदल देते हैं भगवान अयप्पा

Authored By: स्मिता

Published On: Monday, May 5, 2025

Last Updated On: Monday, May 5, 2025

भगवान अयप्पा की दिव्य छवि, पुष्पों से सुसज्जित, प्रकाशमय आभा के साथ और दीपों के बीच विराजमान
भगवान अयप्पा की दिव्य छवि, पुष्पों से सुसज्जित, प्रकाशमय आभा के साथ और दीपों के बीच विराजमान

भगवान अयप्पा को हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय देवता के रूप में पूजा जाता है. अयप्पा को विकास का देवता माना जाता है और उनकी पूजा विशेष रूप से केरल में प्रचलित है. इन्हें 10 सर्वश्रेष्ठ देवों में एक माना जाता है. विश्व परसिद्ध सबरीमाला मंदिर भगवान अयप्पा का माना जाता है..

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Monday, May 5, 2025

Lord Ayappa : केरल में अयप्पा की पूजा प्राचीन काल से की जाती रही है, लेकिन शेष दक्षिण भारत में अयप्पा की पूजा 20वीं सदी के अंत में बढ़ गई है. भगवान अयप्पा को हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय देवता के रूप में पूजा जाता है. अयप्पा को विकास का देवता माना जाता है और उनकी पूजा विशेष रूप से केरल में प्रचलित है. अय्यप्पा ने राक्षस महिषासुर की बहन महिषी का वध किया. भगवान अयप्पा को भगवान अय्यप्पन और स्वामी अयप्पा (Lord Ayappa) के नाम से भी जाना जाता है.

कौन हैं भगवान अयप्पा (Lord Ayappa)

भगवान अयप्पा भगवान शिव और मोहिनी के पुत्र हैं. समुद्र मंथन के दौरान भगवान विष्णु ने स्वयं मोहिनी अवतार लिया था। विश्व प्रसिद्ध अय्यप्पा मंदिर केरल की पथानामथिट्टा पहाड़ियों पर स्थित है, जो सबरीमाला मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है.

भगवान अयप्पा की उत्पत्ति (Origin of Lord Ayappa)

भगवान अयप्पा के पिता भगवान शिव और माता मोहिनी रूपधारी भगवान विष्णु हैं. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, देवी दुर्गा ने तीनों लोकों में उत्पात मचाने वाले महादैत्य महिषासुर का वध किया था. इसका बदला लेने के लिए महिषासुर की बहन महिषी ने देवताओं पर दोबारा आक्रमण किया और स्वर्ग पर अधिकार कर लिया. लेकिन वह भी अपने भाई की तरह अजेय थी और किसी भी देवता या देवी के लिए उसे मारना संभव नहीं था. ब्रह्मा जी के कहे अनुसार, भगवान शिव और भगवान विष्णु के अंश से उत्पन्न पुत्र ही उसका वध कर सकता था. देवताओं की प्रार्थना पर और तीनों लोकों के कल्याण के लिए भगवान शिव और भगवान विष्णु ने लीला रची और भगवान विष्णु के स्त्री रूप मोहिनी और भगवान शिव से सस्तव नामक पुत्र का जन्म हुआ, जो दक्षिण भारत में अयप्पा के नाम से लोकप्रिय हुए.

हरिहरपुत्र के नाम से संबोधन

भगवान शिव और भगवान विष्णु से उत्पन्न होने के कारण अयप्पा को हरिहरपुत्र के नाम से संबोधित किया जाता है. अयप्पा को भगवान शिव ने पंपा नदी के तट पर छोड़ दिया था. बाद में राजा राजशेखर ने उनका 12 वर्षों तक पालन-पोषण किया. भगवान अयप्पा ने अझुथा नदी के तट पर महिषी के साथ भयंकर युद्ध किया और उसका वध कर देवताओं का कल्याण किया. भगवान अयप्पा द्वारा राक्षसी महिषी का वध करके उसे श्राप से मुक्ति मिली. वर्तमान में सबरीमाला मंदिर परिसर में भगवान अयप्पा के मंदिर के पास महिषी का मंदिर भी बना हुआ है. ऐसा माना जाता है कि इसी स्थान पर भगवान अयप्पा को सर्वोच्च दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।

भगवान अयप्पा परिवार (Lord Ayappa Family)

भगवान अयप्पा अविवाहित माने जाते हैं. भगवान शिव उनके पिता हैं और मोहिनी रूप में भगवान विष्णु उनकी माता है. इसलिए भगवान श्री गणेश और श्री कार्तिकेय अयप्पा के सौतेले भाई हैं और मनसा देवी, देवी अशोकसुंदरी और देवी ज्योति उनकी सौतेली बहनें हैं.

भगवान अयप्पा रूप (Lord Ayappa Vigrah)

स्वामी अयप्पा को एक हाथ में धनुष और दूसरे हाथ में बाण पकड़े हुए दिखाया गया है. उनकी पीठ पर बाणों से भरा तरकश सुशोभित है. भगवान अयप्पा से संबंधित अधिकांश चित्रों में उन्हें बाघ की सवारी करते हुए दिखाया गया है, लेकिन उनके कुछ अन्य रूपों में उन्हें घोड़े, तेंदुए और हाथी आदि की सवारी करते हुए भी दिखाया गया है.

भगवान अयप्पा मंत्र (Lord Ayappa Mantra)

  • स्वामीये शरणम अय्यप्पा।
  • भगवान अयप्पा महोत्सव
  • मकरविलक्कु

अय्यप्पा मंदिर (Ayappa Mandir)

  • सबरीमाला मंदिर, पथानामथिट्टा, केरल
  • भगवान अयप्पा मंदिर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
  • अय्यप्पा मंदिर, छत्तीसगढ़
  • अचनकोविल मंदिर, कोल्लम, केरल

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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