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Delhi MCD Bypoll Result 2025: दिल्ली MCD उपचुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर, BJP को झटका, AAP बरकरार और कांग्रेस की वापसी, जानिए सब
Authored By: Nishant Singh
Published On: Wednesday, December 3, 2025
Last Updated On: Wednesday, December 3, 2025
दिल्ली MCD के 12 वार्डों में हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं और राजनीतिक माहौल में नया उलटफेर देखने को मिला है. भाजपा ने सात सीटें जीतकर अपनी पकड़ मजबूत की, जबकि आम आदमी पार्टी ने अपनी तीन सीटें बरकरार रखीं. कांग्रेस ने एक सीट जीतकर सबको चौंका दिया और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी अपनी ताकत दिखाई. ये नतीजे दिल्ली की राजनीति में आने वाले बड़े बदलाव की ओर इशारा करते हैं.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Wednesday, December 3, 2025
Delhi MCD Bypoll Result 2025: दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्डों में 30 नवंबर 2025 को हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कुल सात सीटों पर जीत दर्ज की, आम आदमी पार्टी (AAP) ने तीन सीटों पर कब्जा बनाए रखा, जबकि कांग्रेस ने एक सीट जीतकर खाता खोला और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की. इस उपचुनाव में कुल 51 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 26 महिलाएं और 25 पुरुष शामिल थे.
वार्डों का प्रदर्शन और मतदान प्रतिशत
इन 12 सीटों में मुंडका, शालीमार बाग-B, अशोक विहार, चांदनी चौक, चांदनी महल, द्वारका B, ढिचाउ कला, नारायणा, संगम विहार A, दक्षिणपुरी, ग्रेटर कैलाश और विनोद नगर शामिल थे. साल 2022 में 250 वार्डों के लिए हुए MCD चुनाव में 50.47% मतदान हुआ था, जबकि इस उपचुनाव में मतदान प्रतिशत घटकर 38.51% रहा.
MCD में सीटों का नया आंकड़ा
उपचुनाव के बाद MCD में राजनीतिक स्थिति में बदलाव देखने को मिला है.
- BJP के पास पहले 116 सीटें थीं, जो अब बढ़कर 123 हो गई हैं.
- AAP ने 3 नई सीटों के साथ अपना आंकड़ा 98 तक पहुंचाया.
- कांग्रेस अब 9 सीटों पर है.
- इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के पास 15 सीटें हैं और एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के पास है.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जीत के बाद कहा कि यह विजय उनके कर्मठ कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम और संगठन की सामूहिक शक्ति का प्रमाण है.
कौन किस सीट पर जीता: विजेता और मत अंतर
नीचे 12 वार्डों के विजेताओं और उनके मत अंतर को तालिका में दर्शाया गया है:
| वार्ड | विजेता उम्मीदवार | पार्टी | जीत का अंतर (वोट) |
|---|---|---|---|
| विनोद नगर | सरला चौधरी | BJP | 1769 |
| द्वारका B | मनीषा देवी | BJP | 9100 |
| अशोक विहार | वीना असीजा | BJP | 405 |
| ग्रेटर कैलाश | अंजुम मॉडल | BJP | 4165 |
| ढिचाउ कला | रेखा रानी | BJP | 5637 |
| चांदनी महल | मोहम्मद इमरान | निर्दलीय | 4592 |
| मुंडका | अनिल | AAP | 1577 |
| संगम विहार A | सुरेश चौधरी | कांग्रेस | 3628 |
| शालीमार बाग B | अनीता जैन | BJP | 10101 |
| दक्षिणपुरी | राम स्वरूप कनौजिया | AAP | 2262 |
| चांदनी चौक | सुमन कुमार गुप्ता | BJP | 1182 |
| नारायणा | राजन अरोड़ा | AAP | 148 |
उपचुनाव का राजनीतिक महत्व
इस उपचुनाव को दिल्ली के राजनीतिक मूड का पहला बड़ा टेस्ट माना जा रहा था. विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद यह देखा जाना था कि क्या उनका दबदबा कायम रहेगा. परिणामों से स्पष्ट हुआ कि AAP ने अपनी तीन सीटों पर कब्जा बनाए रखा, जबकि कांग्रेस ने एक सीट जीतकर सबको चौंका दिया. वहीं BJP को दो सीटों पर नुकसान झेलना पड़ा.
AAP और कांग्रेस की स्थिति
AAP ने नारायणा सीट भाजपा से छीन ली, जहां राजन अरोड़ा ने मात्र 148 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. मुंडका से AAP के अनिल ने 1577 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. दक्षिणपुरी सीट पर रामस्वरूप कनौजिया ने बीजेपी की रोहिणी को पराजित किया.
कांग्रेस ने संगम विहार A से जीत दर्ज कर अपनी स्थिति मजबूत की. सुरेश चौधरी ने BJP के शुभ रंजीत गौतम को 3628 वोटों से हराया. यह सीट पहले BJP के पास थी.
BJP की जीत और हार
BJP ने शालीमार बाग B, द्वारका B, ग्रेटर कैलाश, अशोक विहार, ढिचाउ कला, चांदनी चौक और विनोद नगर में जीत दर्ज की. हालांकि चांदनी महल में निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद इमरान ने BJP को मात दी. वहीं, AAP और कांग्रेस ने बीजेपी से दो सीटें छीनकर उसे झटका दिया. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस जीत को अपने विकास एजेंडा और लगातार काम की सफलता से जोड़ा. उन्होंने सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा कि दिल्ली के विकास के लिए उनकी सरकार नॉन-स्टॉप काम कर रही है.
निष्कर्ष
दिल्ली MCD उपचुनाव 2025 में परिणामों ने स्पष्ट कर दिया कि दिल्ली में राजनीतिक संतुलन अभी भी गतिशील है. BJP ने कुल सात सीटें जीतकर अपनी स्थिति मजबूत की, जबकि AAP और कांग्रेस ने अपनी पकड़ बनाए रखी. निर्दलीय उम्मीदवार की जीत ने भी चुनावी परिदृश्य में नई हलचल पैदा की. आगामी समय में यह देखा जाएगा कि ये परिणाम दिल्ली की बड़ी राजनीतिक रणनीतियों पर किस तरह प्रभाव डालते हैं.
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