आई लव मोहम्मद विवाद पर योगी आदित्यनाथ सख्त, बोले- ‘एक भी बचना नहीं चाहिए…

Authored By: अरुण श्रीवास्तव

Published On: Saturday, September 27, 2025

Last Updated On: Saturday, September 27, 2025

I Love Mohammad Controversy विवाद पर योगी आदित्यनाथ का सख्त रुख, बयान से बढ़ी हलचल.
I Love Mohammad Controversy विवाद पर योगी आदित्यनाथ का सख्त रुख, बयान से बढ़ी हलचल.

आई लव मोहम्मद विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हुए उग्र प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों को कड़ी चेतावनी दी है. योगी ने स्पष्ट कहा कि अराजकता फैलाने वालों पर तत्काल एफआईआर दर्ज हो और किसी भी उपद्रवी को छोड़ा न जाए.

Authored By: अरुण श्रीवास्तव

Last Updated On: Saturday, September 27, 2025

उत्तर प्रदेश में आई लव मोहम्मद विवाद (I Love Mohammad Controversy) तेजी से तूल पकड़ रहा है. कानपुर से शुरू हुआ यह मामला बरेली, मुरादाबाद, उन्नाव, मऊ सहित कई जिलों तक फैल चुका है. शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली में भड़काऊ नारेबाजी और उग्र प्रदर्शन के बाद माहौल बिगड़ गया, जिस पर पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा. इस पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अराजकता फैलाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि उपद्रवियों पर तत्काल कार्रवाई हो, एफआईआर दर्ज की जाए और मास्टरमाइंड तक की संपत्ति की जांच हो.

“एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए”

आई लव मोहम्मद विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त संदेश दिया है. उन्होंने उग्र प्रदर्शन और भड़काऊ नारों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि उपद्रवियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को साफ निर्देश दिया कि हर हाल में निर्णायक कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा, “दशहरा बुराई और आतंक के खात्मे का पर्व है, इसलिए कार्रवाई का समय अब है, इंतजार करने की जरूरत नहीं. शासन के आदेशों का सख्ती से पालन हो.”

“सरकार उपद्रवियों को कुचल देगी”

योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार रात कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कहा कि भड़काऊ नारेबाजी और उग्र प्रदर्शन प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की सोची-समझी साजिश है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि ऐसे मामलों में तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए और आयोजकों व मास्टरमाइंड की पहचान कर उनकी संपत्ति तक की जांच की जाए. सीएम ने दोहराया कि जुलूस और प्रदर्शनों की आड़ में अराजकता फैलाने वालों को सरकार कुचल देगी. उन्होंने साफ कहा कि “इन जुलूसों में शामिल एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए. जातीय संघर्ष भड़काने की किसी भी कोशिश को जड़ से खत्म करना होगा.”

बरेली में जुमे की नमाज के बाद बवाल

दरअसल, शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली में भीड़ सड़क पर उतर आई और भड़काऊ नारे लगाए. हालात बिगड़ने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. कई जगह तनाव का माहौल देखा गया.

अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा

इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला. बरेली का नाम लिए बिना उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा– “सरकार का ताक़त दिखाना उसकी कमजोरी की पहचान है. राज्य लाठीचार्ज से नहीं, बल्कि आपसी सौहार्द और भाईचारे से चलते हैं. यह निंदनीय है.”

विवाद के केंद्र में मौलाना तौकीर रजा

इस विवाद में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा का नाम सामने आया है. बताया जा रहा है कि उन्होंने मुस्लिम समुदाय से इस्लामिया ग्राउंड में प्रदर्शन करने की अपील की थी. जुमे की नमाज के बाद भीड़ सड़कों पर आ गई और जबरन मैदान की ओर बढ़ने लगी, जिसके बाद तनाव फैल गया. बता दें कि मौलाना तौकीर रजा पर पहले भी 2010 में बरेली दंगे भड़काने का आरोप लग चुका है. अब उनके हालिया बयान से एक बार फिर बरेली में बवाल खड़ा हो गया है.

कानपुर से शुरू होकर बरेली तक पहुंचा मामला

आई लव मोहम्मद विवाद की शुरुआत कानपुर से हुई थी, लेकिन बीती रात यह बरेली तक फैल गया. जानकारी के अनुसार, शहदाना दरगाह के उर्स में लोग आई लव मोहम्मद लिखे पोस्टर लेकर जुलूस में निकले. वहीं, दरगाह की ओर से युवाओं से अपील की गई कि वह ऐसे पोस्टर घरों पर न चिपकाएं और न ही गाड़ियों पर लगाकर घूमें, क्योंकि इनके फटने या जमीन पर गिरने से धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं.

इसी विवाद पर मौलाना तौकीर रजा ने धरना देने का ऐलान किया था. लेकिन प्रशासन ने इस्लामिया इंटर कॉलेज में धरने की इजाजत नहीं दी और जिले में धारा 163 लागू कर दी. इसके बावजूद माहौल गर्मा गया और बरेली में तनाव फैल गया.

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अरुण श्रीवास्तव पिछले करीब 34 वर्ष से हिंदी पत्रकारिता की मुख्य धारा में सक्रिय हैं। लगभग 20 वर्ष तक देश के नंबर वन हिंदी समाचार पत्र दैनिक जागरण में फीचर संपादक के पद पर कार्य करने का अनुभव। इस दौरान जागरण के फीचर को जीवंत (Live) बनाने में प्रमुख योगदान दिया। दैनिक जागरण में करीब 15 वर्ष तक अनवरत करियर काउंसलर का कॉलम प्रकाशित। इसके तहत 30,000 से अधिक युवाओं को मार्गदर्शन। दैनिक जागरण से पहले सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल (हिंदी), चाणक्य सिविल सर्विसेज टुडे और कॉम्पिटिशन सक्सेस रिव्यू के संपादक रहे। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, साहित्य, संस्कृति, शिक्षा, करियर, मोटिवेशनल विषयों पर लेखन में रुचि। 1000 से अधिक आलेख प्रकाशित।
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