UP Assembly Election : मझवां विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले की कोशिश में बसपा, सपा और भाजपा के बीच कड़ा संघर्ष

UP Assembly Election : मझवां विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले की कोशिश में बसपा, सपा और भाजपा के बीच कड़ा संघर्ष

Authored By: सतीश झा

Published On: Saturday, November 9, 2024

Last Updated On: Thursday, May 1, 2025

triangular contest on majhawan bypoll in bjp,sp and bsp
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मां विंध्यवासिनी के क्षेत्र में मझवां विधानसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। यह सीट निषाद पार्टी के विधायक विनोद बिंद के भदोही से सांसद बनने के बाद खाली हुई, जिसे भाजपा ने अपने खाते में जोड़ते हुए सुचिस्मिता मौर्य को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) ने डॉ. ज्योति बिंद को प्रत्याशी बनाकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। बसपा ने भी ब्राह्मण चेहरे दीपक तिवारी को उतार कर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की रणनीति अपनाई है।

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Thursday, May 1, 2025

उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा (BJP) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने सभी सीटों पर अपने दिग्गज नेताओं को उतारकर जोर-शोर से प्रचार शुरू कर दिया है। 20 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले मुख्यमंत्री खुद सभी सीटों पर जनसभाओं को संबोधित करेंगे, जिससे पार्टी के पक्ष में माहौल बनाया जा सके। अब  त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा (BJP), सपा (SP) और बसपा (BSP) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है।

मझवां सीट पर बड़े नेताओं की सक्रियता

मझवां विधानसभा सीट (Majhawan Assembly Seat) पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लगातार जनसभाएं कर रहे हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) यहां तीन जनसभाएं कर चुके हैं, जबकि ब्रजेश पाठक (Brijesh Pathak) ने भी एक जनसभा को संबोधित किया है। इसके साथ ही यूपी सरकार के पांच मंत्री और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी लगातार जनसभाओं और प्रचार में जुटे हुए हैं।

मझवां सीट का इतिहास

यह सीट निषाद पार्टी के विधायक डॉ. विनोद बिंद के भदोही से सांसद बनने के बाद खाली हुई है। भाजपा इस सीट को अपने पक्ष में बनाए रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मुख्यमंत्री की चुनावी सभाओं से भाजपा को उम्मीद है कि यह उपचुनाव उनके पक्ष में जाएगा।

सपा की सीट पर खाता खोलने की कोशिश

सपा इस सीट पर अब तक जीत नहीं दर्ज कर सकी है। पूर्व विधायक रमेश बिंद की बेटी डॉ. ज्योति बिंद के सहारे सपा यहां खाता खोलने की कोशिश में जुटी है। वहीं, भाजपा इस सीट पर पिछले इतिहास को दोहराने के लिए पूरे जोश के साथ प्रचार अभियान में लगी है। बसपा भी इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाकर अपनी खोई हुई जमीन को फिर से हासिल करने की योजना पर काम कर रही है।

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पिछला चुनाव परिणाम और वोट प्रतिशत

पिछले चुनाव में निषाद पार्टी के डॉ. विनोद कुमार बिंद ने 42.07% वोट पाकर सपा के रोहित शुक्ला को 33,587 मतों से हराया था। वहीं, बसपा की पुष्पलता बिंद तीसरे स्थान पर रहीं। 2017 में भाजपा की सुचिस्मिता मौर्य ने 44.90% वोट पाकर बसपा के रमेश बिंद को हराया था, जबकि सपा उम्मीदवार तीसरे स्थान पर थे।

1952 में कांग्रेस ने की थी पहली जीत, बसपा ने 5 बार कब्जा जमाया

मझवां सीट पर 1952 में पहला चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस के बेचनराम विजयी रहे थे। इसके बाद बसपा ने यहां पांच बार जीत दर्ज की है, जबकि सपा के पास यह सीट कभी नहीं रही। 2017 में सपा के पूर्व विधायक रमेश बिंद को भाजपा की सुचिस्मिता मौर्य ने हराया था।

(हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी के इनपुट के साथ)

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
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