कश्मीर में हो रहा है मतदान, विदेशी लोगों के आने पर सियासी बवाल

कश्मीर में हो रहा है मतदान, विदेशी लोगों के आने पर सियासी बवाल

second phase voting in jammu and kashmir
second phase voting in jammu and kashmir

कश्मीर में हो रहे मतदान को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है, खासकर जब से कुछ विदेशी लोग इस प्रक्रिया में शामिल हुए हैं। यह मुद्दा विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं के बीच विवाद का कारण बन रहा है।

श्रीनगर के बेमिना क्षेत्र में विभिन्न देशों के राजनयिकों का एक प्रतिनिधिमंडल मतदान प्रक्रिया का अवलोकन करने के लिए पहुंचा। इस मतदान के तहत केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के छह जिलों की 26 सीटों पर मतदान हो रहा है। अमेरिकी मिशन के उप प्रमुख जॉर्गन के एंड्रयूज (Jorgan K. Andrews) ने मतदान केंद्र पर अपनी यात्रा के दौरान कहा कि “सब कुछ अच्छा है, हम यहां आकर बहुत प्रसन्न हैं।” यह विदेशी प्रतिनिधिमंडल भारतीय लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति अपनी रुचि दर्शाता है।

पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ने कही ये बात

नेशनल कान्फ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का निरीक्षण करने के लिए विदेशी प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने के केंद्र के निर्णय की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव भारत का आतंरिक मामला है और मुझे नहीं पता कि विदेशियों केा यहां चुनाव प्रक्रिया का जायजा लेने, निगरानी करने के लिए क्यों बुलाया जाना चाहिए था।

मुख्य बिंदु:

विदेशियों की मौजूदगी: कुछ राजनीतिक दलों का कहना है कि विदेशी पर्यटकों या पर्यवेक्षकों का चुनावी प्रक्रिया में शामिल होना स्थानीय राजनीतिक स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: विभिन्न दल इस मुद्दे पर विरोध जता रहे हैं, और कुछ ने इसे स्थानीय लोगों के अधिकारों का उल्लंघन बताया है।

सुरक्षा चिंताएं: सुरक्षा एजेंसियों ने इस पर चिंता जताई है, यह मानते हुए कि विदेशी लोगों की उपस्थिति कुछ असामाजिक तत्वों को मौके दे सकती है।

चुनाव का महत्व: चुनावी प्रक्रिया को कश्मीर में लोकतांत्रिक मूल्यों की बहाली के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन विदेशी हस्तक्षेप को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।

यह स्थिति राजनीतिक संवाद और चर्चाओं को आगे बढ़ा रही है, और विभिन्न दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।

मतदान प्रक्रिया, सुरक्षा व्यवस्था

मतदान प्रक्रिया को देखने के लिए आए राजनयिकों का मानना है कि यह कश्मीर में लोकतंत्र के विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से हो सके। इस मतदान को कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की बहाली के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, और इसे स्थानीय लोगों के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

सितंबर अनुच्छेद 370 के निरसन के बाद जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में हो रहे विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को 26 निर्वाचन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मतदाता मतदान करने पहुंचे और विदेशी राजनयिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इसका निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। आधिकारिक आंकड़ों के हिसाब से मतदान में जल्द ही तेजी आयी और पहले चार घंटों में करीब एक चौथाई मतदाताओं ने वोट डाला। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा।

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About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है

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