महाराष्ट्र चुनाव 2024 : दो बार उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर तलाशी पर चुनाव आयोग की सफाई

महाराष्ट्र चुनाव 2024 : दो बार उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर तलाशी पर चुनाव आयोग की सफाई

maharastra former cm uddhav thackeray
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की दो बार तलाशी लेने पर राजनीतिक हलकों में विवाद गहराता जा रहा है। शिवसेना ने इसे लेकर विरोध जताया और चुनावी प्रक्रिया में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की चुनावी यात्रा के दौरान उनके हेलीकॉप्टर और बैगों की सुरक्षा जांच का सिलसिला जारी है। आज लातूर जिले के औसा निर्वाचन क्षेत्र में ठाकरे के हेलीकॉप्टर और बैग की सुरक्षा जांच की गई, जिसे चुनाव आयोग की टीम ने अंजाम दिया। यह लगातार दूसरा दिन था जब चुनाव आयोग ने उनके हेलीकॉप्टर की जांच की। इससे पहले, सोमवार को भी यवतमाल में ठाकरे के हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई थी।

इस मामले में सफाई देते हुए चुनाव आयोग (Election Commission) ने कहा कि तलाशी सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा थी और इसे सुरक्षा के मद्देनजर किया गया। आयोग के अधिकारियों ने कहा कि सभी उम्मीदवारों के लिए समान मानकों का पालन किया जा रहा है और इसमें किसी विशेष दल या नेता को निशाना नहीं बनाया जा रहा है।

चुनाव आयोग (EC) ने उद्धव ठाकरे की टीम से जुड़े बैगों की जांच को लेकर उठे सवालों पर जवाब दिया है। आयोग ने कहा कि निष्पक्षता और समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए सख्त मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन किया गया था। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि ये प्रक्रियाएं सभी राजनीतिक दलों पर समान रूप से लागू होती हैं और किसी के साथ कोई पक्षपात नहीं किया जाता है।

उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की जांच पर शिवसेना (यूबीटी) की आपत्ति

शिवसेना (यूबीटी) ने हाल ही में यवतमाल में उद्धव ठाकरे के बैगों की जांच को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। इस मामले पर चुनाव आयोग ने बयान जारी करते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों और नेताओं पर समान मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन किया जाता है। आयोग ने यह भी उल्लेख किया कि पिछले चुनावों में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के हेलिकॉप्टरों की भी बिहार में निरीक्षण किया गया था।

इस घटना के बाद उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने जांच का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए चुनावी कानून के तहत सभी राजनीतिक नेताओं के साथ समान व्यवहार की मांग की। ठाकरे ने एक चुनावी रैली में इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से बयान दिया, जिसमें निष्पक्षता की अपील की गई।

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है

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