Heart Health : लंबे समय तक लगातार काम करने से हृदय स्वास्थ्य हो सकता है प्रभावित, जानें एक्सपर्ट के सुझाव

Heart Health : लंबे समय तक लगातार काम करने से हृदय स्वास्थ्य हो सकता है प्रभावित, जानें एक्सपर्ट के सुझाव

Authored By: स्मिता

Published On: Thursday, November 28, 2024

Updated On: Wednesday, November 27, 2024

heart health long work hours expert advice
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द लैंसेट में प्रकाशित 2021 के एक अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में 55 या उससे अधिक घंटे काम करने से स्ट्रोक का जोखिम 35% और इस्केमिक हृदय रोग का जोखिम 17% बढ़ जाता है।

Authored By: स्मिता

Updated On: Wednesday, November 27, 2024

दिन में 12-14 घंटे काम करने की बढ़ती प्रवृत्ति हृदय स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण असर डाल रही है। हाल के अध्ययनों ने लंबे समय तक काम करने और हाई ब्लडप्रेशर, डायबिटीज और मोटापे सहित हृदय रोगों के बढ़ते जोखिम के बीच संबंध को उजागर किया है। ये सभी दिल के दौरे के लिए प्रमुख जोखिम कारक हैं। एक्सपर्ट के अनुसार, स्वस्थ जीवनशैली, व्यायाम, हेल्दी फ़ूड, स्ट्रेस मैनेजमेंट की मदद से व्यक्ति लॉन्ग वर्किंग आवर करते हुए अपने हृदय को स्वस्थ रख सकता है।

लंबे समय तक काम करने और हृदय स्वास्थ्य के बीच संबंध (Long working hour effect on heart health) 

इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में कार्डियो वैस्कुलर और एओर्टिक सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. निरंजन हिरेमठ बताते हैं ‘लंबे समय तक काम करने से तनाव का स्तर बढ़ता है, जिससे कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे तनाव हार्मोन निकलते हैं। ये हार्मोन, जब लगातार बढ़ते हैं, तो रक्तचाप बढ़ाकर और धमनियों को नुकसान पहुंचाकर हृदय स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लंबे समय तक काम करने से नींद की गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ सकता है, जो दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है। खाने की बुरी आदतें वजन बढ़ने, मोटापे और खराब चयापचय स्वास्थ्य का कारण बनती हैं, ये सभी सीधे तौर पर हृदय संबंधी बीमारियों से जुड़े हैं।‘

क्या कहता है शोध (Research on heart health)

द लैंसेट में प्रकाशित 2021 के एक अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में 55 या उससे अधिक घंटे काम करने से स्ट्रोक का जोखिम 35% और इस्केमिक हृदय रोग का जोखिम 17% बढ़ जाता है। लंबे समय तक तनाव रहने से शरीर में ग्लूकोज और इंसुलिन संतुलन बाधित हो जाता है। इससे संभावित रूप से टाइप 2 मधुमेह हो सकता है। यह हृदय रोग के लिए एक ज्ञात जोखिम कारक है।

केस स्टडी: जापान का “करोशी” और हृदय स्वास्थ्य

जापान में, “करोशी” या अधिक काम के कारण मृत्यु की घटना एक गंभीर मुद्दा बन गई है। जापान में कई कर्मचारी बहुत लंबे समय तक काम करते हैं, जिससे उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और दिल के दौरे जैसी तनाव-प्रेरित स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं।

हृदय स्वास्थ्य की रक्षा के लिए उपाय

डॉ. निरंजन हिरेमठ के अनुसार, लंबे समय तक काम करने से जुड़े महत्वपूर्ण जोखिमों को देखते हुए, हृदय स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कुछ उपायों को अपनाना जरूरी है।

  1. नियमित व्यायाम दिनचर्या बनाए रखें (Regular Exercise)

    लॉन्ग वर्किंग आवर के बावजूद अपनी दिनचर्या में कम से कम 30 मिनट का मध्यम व्यायाम शामिल करने से हृदय रोग का जोखिम काफी हद तक कम हो सकता है। पैदल चलना, साइकिल चलाना या योग जैसी सरल गतिविधियां हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर सकती हैं और लंबे समय तक काम करने से जुड़ी गतिहीन जीवनशैली का मुकाबला कर सकती हैं।

  2. नींद को प्राथमिकता दें (Deep Sleep)

    हर रात कम से कम 7-8 घंटे की अच्छी नींद सुनिश्चित करना हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। नींद तनाव हार्मोन को नियंत्रित करने और स्वस्थ रक्त चाप बनाए रखने में मदद करती है।

  3. स्वस्थ खाने की आदतें (Healthy Eating)

    संतुलित आहार लें जिसमें भरपूर मात्रा में फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल हों। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, अत्यधिक कैफीन और उच्च वसा वाले स्नैक्स से बचें, जो वजन बढ़ाने और खराब हृदय स्वास्थ्य में योगदान दे सकते हैं। इसके बजाय, अपने हृदय प्रणाली को नुकसान पहुंचाए बिना ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने के लिए छोटे, बार-बार खाने और पौष्टिक भोजन का विकल्प चुनें।

  4. तनाव प्रबंधन तकनीक (Stress Management)

    ध्यान (Meditation) , गहरी सांस लेने के व्यायाम (Deep Breathing) या माइंडफुलनेस (Mindfulness) जैसी गतिविधियों को अपने दिन में शामिल करने से स्वास्थ्य पर लंबे समय तक काम करने के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है। दिन के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेना, ताज़ी हवा के लिए बाहर निकलना या काम के बाद कोई शौक पूरा करना भी तनाव को कम कर सकता है।

  5. नियमित स्वास्थ्य जांच (Regular check up)

    रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर (Cholesterol Level) और रक्त शर्करा (Blood sugar level) के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच आवश्यक है, खासकर लंबे समय तक काम करने वालों के लिए। किसी भी असामान्यता का जल्द पता लगने से समय पर हस्तक्षेप हो सकता है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों के विकसित होने का जोखिम कम हो सकता है।

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।

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