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10 reasons BJP Win Delhi Election: कांग्रेस का उभार, BJP का बेड़ा पार; हो गया AAP का बंटाधार
10 reasons BJP Win Delhi Election: कांग्रेस का उभार, BJP का बेड़ा पार; हो गया AAP का बंटाधार
Authored By: JP Yadav
Published On: Sunday, February 9, 2025
Updated On: Monday, February 10, 2025
10 reasons BJP Win Delhi Election: लगातार तीन बार एतिहासिक जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी 22 सीटों में ही सिमट गई, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने रणनीति के तहत चुनाव लड़ा और 48 सीटें जीतीं.
Authored By: JP Yadav
Updated On: Monday, February 10, 2025
10 reasons BJP Win Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों ने भारतीय जनता जनता पार्टी को एक बार फिर राजधानी का सिरमौर बना दिया है. केंद्र के बाद दिल्ली में भी BJP की सरकार बनने जा रही है. ढाई दशक बाद यह मौका आया है जब केंद्र और दिल्ली, दोनों ही जगहों BJP की सरकार होगी. लगातार आधा दर्जन बार चुनाव हारने वाली BJP का दिल्ली की सत्ता पर 2025 में काबिज होना आसान नहीं रहा. BJP पिछले 3 चुनाव से जोरआजमाइश कर रही थी, लेकिन मौका अब जाकर मिला. इस स्टोरी में हम बता रहे हैं BJP की दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में जीत के 5 बड़े कारण.
कांग्रेस की ताकत बढ़ी, AAP हुई कमजोर
लगातार तीन बार से एतिहासिक जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी इस चुनाव में सिर्फ 22 सीटों में ही सिमट गई. वहीं, 70 सीटों वाली दिल्ली में BJP को 48 सीटों के साथ बहुमत मिला. जहां BJP को 45.56 प्रतिशत वोट मिले तो आम आदमी पार्टी को 43.57 प्रतिशत वोट हासिल हुए. इस चुनाव में कांग्रेस को 6.34 प्रतिशत वोट मिले हैं, जो 2020 के चुनावों से थोड़े ज्यादा है. 2020 में कांग्रेस को सिर्फ 4.63 प्रतिशत वोट मिले थे. राजनीति के जानकारों की मानें तो कांग्रेस का मत प्रतिश बढ़ने से आम आदमी पार्टी की हार हुई है.
14 सीटों पर कांग्रेस ने किया AAP का ‘खेल’ खराब
भले ही कांग्रेस को लगातार तीसरी बार कोई सीट नहीं मिली, लेकिन AAP को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में BJP ने 48 सीटें हासिल करके AAP को करारी शिकस्त दी है. जबकि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस फिर शून्य पर है यानी विधानसभा में उसका कोई प्रतिनिधि नहीं होगा. नई दिल्ली, जंगपुरा, ग्रेटर नोएडा, मालवीय नगर, मादीपुर, छतरपुर, बादली, त्रिलोकपुरी, कस्तूरबा नगर, नांगलोई जाट, महरौली,तिमारपुर, राजेंद्रनगर और संगम विहार में BJP ने AAP के उम्मीदवारों को इसलिए शिकस्त दी, क्योंकि इन सीटों कांग्रेस प्रत्याशी ने अच्छे-खासे वोट हासिल किए. संगम विहार से AAP उम्मीदवार दिनेश मोहनिया सबसे कम वोट यानी 344 वोट से हारे. इस सीट पर BJP के चंदन कुमार चौधरी को कुल 54,049 वोट मिले, यानी 344 वोट पीछे रहे आम आदमी पार्टी के मौजूदा सांसद दिनेश मोहनिया. कांग्रेस उम्मीदवार हर्ष चौधरी ने 15,863 वोट अपने नाम किए और तीसरे नंबर पर रहे. इसी तरह जंगपुरा सीट पर मनीष सिसोदिया को सिर्फ केवल 675 वोटों से हार मिली. यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी फरहाद सूरी को 7000 से अधिक मत मिले. कुल मिलाकर अगर इन सीटों पर AAP जीतती तो उसका बहुमत मिल जाता. इस स्थिति में वह 36 सीटें हासिल कर लेती, जो बहुमत है.
PM मोदी सबसे बड़े स्टार प्रचारक
दिल्ली चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से बड़े चेहरे स्टार प्रचारक के रूप में पीएम नरेन्द्र मोदी ने मोर्चा संभाल लिया था. दिल्ली के कुल 11 जिलों में से पीएम ने चार जिले उत्तर-पश्चिम दिल्ली, पूर्वोत्तर दिल्ली, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली और नई दिल्ली जिले में प्रचार किया. इनमें से अधिकतर सीटों पर BJP को जीत मिली. यह भी जान लें कि पीएम मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल तो काफी पहले फूंक दिया, लेकिन बीच-बीच में भी वह चुनाव प्रचार करते रहे.
RSS का मिला साथ
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में BJP को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का साथ मिला. बताया जा रहा है कि RSS कार्यकर्ता करीब एक साल से अंदरखाने अपने चुनावी अभियान में सक्रिय थे. BJP ने भी संगठन स्तर पर भी जनता से संवाद का कोई मौका हाथ से जाने नहीं दिया. खास बात यह रही कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान RSS का कोई जिक्र तक सामने नहीं आया.
RSS के जमीन पर सक्रिय कार्यकर्ताओं ने झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों से भाजपा को जोड़ने के लिए एक पुल के रूप में काम किया.
बिना CM के चेहरे के लड़ी
भारतीय जनता पार्टी पिछले कुछ चुनावों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं करती आ रही है. BJP ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही किया. परिणाम यह हुआ कि दिल्ली के BJP के वोटर और समर्थक पूर्वांचली, पहाड़ी और पंजाबी में नहीं बंटे. हरियाणा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में BJP इसी राजनीतिक चाल से चुनाव जीत चुकी है.
आयकर छूट ने भी लुभाया
बजट 2025 में सरकार ने बजट में 12 लाख रुपये तक की कमाई पर आयकर छूट का तोहफा दिया. इसे भी दिल्ली चुनाव के नतीजों में ‘गेम चेंजर’ माना जा रहा है. इससे आम आदमी खुश हुआ और वोटों से भारतीय जनता पार्टी की झोली भर दी.
पूर्वांचली वोट बैंक भी साथ आया
पिछले कुछ चुनावों में पूर्वांचली वोट आम आदमी पार्टी के साथ था. लेकिन इस बार BJP की तरफ आना भी नतीजों में दिखा. कोरोना के समय पूर्वांचली लोगों को दिल्ली से बाहर भेजने का मुद्दा हो या फिर छठ पूजा के आयोजन को लेकर अव्यवस्था BJP ने AAP को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़.
महिलाओं को 2500 रुपये
गरीब परिवारों को LPG सिलेंडर पर 500 रुपये की सब्सिडी और होली-दीवाली पर एक मुफ्त सिलेंडर देने की घोषणा की थी. दिल्ली की महिलाओं को BJP ने 2,500 रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया था. इसका भी फायदा मिला.
यमुना सफाई पर घिर गई AAP
चुनाव प्रचार अभियान में शीश महल, वायु प्रदूषण और यमुना नदी से जुड़े मुद्दों को भारतीय जनता पार्टी ने जोरशोर से उठाया. यमुना में गंदगी के मुद्दे पर दिल्ली BJP अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने तो नदी में डुबकी तक लगा दी. इसके बाद वह बीमार हो गए. प्रचार अभियान में शीश महल, वायु प्रदूषण और यमुना नदी से जुड़े मुद्दों को BJP ने जोरदार ढंग से उठाया.
भ्रष्टचार के मुद्दे पर घेरा
अरविंद केजरीवाल दिल्ली की आबकारी नीति 2021 के कथित अनियमितता के मामले में छह महीने जेल में रहे थे.
इनके अलावा संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को भी जेल हुई. इसके चलते करप्शन के मुद्दे पर BJP अरविंद केजरीवाल को घेरे में कामयाब रही.