US Travel Ban: पाकिस्तान, अफगानिस्तान के नागरिकों पर, क्या अमेरिका में एंट्री पर लगने वाला है प्रतिबंध

US Travel Ban: पाकिस्तान, अफगानिस्तान के नागरिकों पर, क्या अमेरिका में एंट्री पर लगने वाला है प्रतिबंध

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Friday, March 7, 2025

Updated On: Friday, March 7, 2025

अमेरिकी यात्रा प्रतिबंध | पाक-अफगान नागरिकों की एंट्री पर रोक
अमेरिकी यात्रा प्रतिबंध | पाक-अफगान नागरिकों की एंट्री पर रोक

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक नया यात्रा प्रतिबंध लगाने की तैयारी में हैं. यह यात्रा प्रतिबंध पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लिए हो सकता है. इसके पीछे अमेरिकी प्रथम और उनकी सुरक्षा सर्वप्रथम की नीति है. लेकिन इससे आव्रजन और राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक बार फिर से बहस शुरू होने की संभावना है.

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Friday, March 7, 2025

हाईलाइट

  • राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान, अफगानिस्तान को ध्यान में रखते हुए नए यात्रा प्रतिबंध की योजना बनाई है.
  • कुछ लोगों का मानना है कि यदि ऐसा होता है तो यह अमेरिका में पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे अफगानों को प्रभावित कर सकता है.
  • ट्रंप प्रशासन का यह कदम आव्रजन पर कड़ी कार्रवाई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
  • पहले कार्यकाल में भी राष्ट्रपति ट्रंप ने सात मुस्लिम देशों पर इस तरह का प्रतिबंध लगा चुके हैं.

US Travel Ban: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) एक के बाद एक कड़े फैसले ले रहे हैं. टैरिफ वार, यूक्रेन (Ukraine) को रोकी गई मदद के बाद अब राष्ट्रपति ट्रंप एक नया प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं. यह प्रतिबंध पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लोगों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोक सकता है. हालांकि अभी इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने हालिया भाषण में इस ओर इशारा जरूर कर दिया है.

सुरक्षा संबंधी चिंता है कारण

एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यह प्रतिबंध अभी प्रस्तावित है. यह सुरक्षा और आव्रजन जांच (Immigration Checking) संबंधी चिंताओं के कारण उठाया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक अगले सप्ताह की शुरुआत में यह प्रतिबंध प्रभावी हो सकता है. सूत्रों यह भी बताया है कि प्रतिबंधित देशों की सूची में अन्य देशों के नाम भी शामिल हो सकते हैं. हालांकि ऐसे किसी प्रतिबंध पर राष्ट्रपति ट्रंप या उनके प्रशासन का अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन इसकी संभावना पूरी है.

अमेरिकियों की सुरक्षा प्राथमिकता

राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान अमेरिकी लोगों की सुरक्षा को मुद्दा बनाया था. पिछली सरकार के कार्यकाल में कई युवाओं की हत्या हुई थी. इनमें से अधिकांश हत्या दूसरे देशों से आए लोगों या फिर अवैध प्रवासियों ने किया था. अमेरिकियों की सुरक्षा को केंद्र में रखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में आव्रजन नीति (Immigration Policy) और उसकी जांच को और सख्त बनाना चाहते हैं. यह संभावित नीति उनके पहले कार्यकाल के यात्रा प्रतिबंध की याद दिलाती है.

पहले कार्यकाल में भी प्रतिबंध

राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी इस तरह के प्रतिबंध लगाए थे. इसलिए इस प्रस्तावित नीति पर किसी को आश्चर्यचकित होने की जरूरत नहीं है. ट्रंप ने पहले कार्यकाल में लीबिया (Libya), सोमालिया (Somalia), सीरिया (Syria) और यमन (Yemen) सहित कुल सात बहुसंख्यक मुस्लिम देशों के लोगों पर अमेरिका (US) में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए थे. तब उस प्रतिबंध को कानूनी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा था. कानूनी चुनौतियों के बावजूद 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे बरकरार रखा था.

जब अमेरिका का बागडोर पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन (Ex. President Joe Biden) के पास आया तो उन्होंने 2021 में इस प्रतिबंध को निरस्त कर दिया था. तब बिडेन ने इसे ‘हमारे राष्ट्रीय विवेक पर एक धब्बा’ कहा था.

अफगनों पर पड़ेगा प्रतिकूल प्रभाव

यदि इस प्रतिबंध को लागू किया जाता है तो इसका सबसे अधिक असर अमेरिका में पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे अफ़गानों पर पड़ सकता है. खासकर उन लोगों पर जिन्हें शरणार्थी के रूप में मंजूरी दी गई है. जिनके पास विशेष अप्रवासी वीज़ा (SIV) है, वे भी प्रभावित हो सकते हैं.

एक आंकड़े के मुताबिक लगभग 2,00,000 अफ़गान, अफगानिस्तान (Afghanistan) और पाकिस्तान (Pakistan) में फंसे हुए हैं. इनमें से कई तालिबान के साथ युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना के साथ दिया था. अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार बनने पर इन लोगों पर खतरा मंडरा रहा है. इनसे अमेरिका में पुनर्वास का वादा किया गया था.

शुरू हुई आलोचना

इस प्रस्तावित प्रतिबंध का कई अमेरिकी नेताओं ने आलोचना करना शुरू कर दिया है. खासकर विपक्ष दल के नेता. आलोचकों का कहना है कि ये नीतियां मुस्लिम बहुल देशों को गलत तरीके से परिभाषित करती हैं. साथ ही मुस्लिम बहुल देशों को अमेरिका से दूर कर सकता है. अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा.

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
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