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वर्ल्ड बुक डे 2025: जाने क्यों मनाते हैं 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस और क्या है इसका ऐतिहासिक महत्व?
वर्ल्ड बुक डे 2025: जाने क्यों मनाते हैं 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस और क्या है इसका ऐतिहासिक महत्व?
Authored By: Nishant Singh
Published On: Tuesday, April 22, 2025
Updated On: Tuesday, April 22, 2025
विश्व पुस्तक दिवस (World Book Day) न केवल पुस्तकों के महत्व को समझने का अवसर है, बल्कि यह ज्ञान, शिक्षा और विचारों की स्वतंत्रता का भी उत्सव है. यह दिन हमें मानसिक विकास, रचनात्मकता और सांस्कृतिक विविधता को अपनाने की प्रेरणा देता है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि किताबें न केवल जानकारी का स्रोत हैं, बल्कि वे एक बेहतर और जागरूक समाज की ओर पहला कदम भी हैं.
Authored By: Nishant Singh
Updated On: Tuesday, April 22, 2025
हर साल 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस मनाया जाता है, जिसे वर्ल्ड बुक एंड कॉपीराइट डे भी कहा जाता है. इस दिन का उद्देश्य लोगों को किताबों की अहमियत समझाना और पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना है. आज के डिजिटल दौर में जहां इंटरनेट और मोबाइल ने किताबों की जगह ले ली है, वहीं यूनेस्को ने इस खास दिन की शुरुआत इसलिए की ताकि पुस्तकों और लेखकों के योगदान को सम्मान दिया जा सके. World Book Day 2025 में जानें इसकी थीम, इतिहास और इसके पीछे की पूरी कहानी.
विश्व पुस्तक दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व पुस्तक दिवस हर साल 23 अप्रैल को मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोगों को और खासकर युवा पीढ़ी को फिर से किताबों की ओर आकर्षित किया जा सके. आज के डिजिटल युग में जहां मोबाइल और इंटरनेट ने पढ़ाई का तरीका बदल दिया है, वहीं पुस्तकों से बढ़ती दूरी को कम करने के लिए यूनेस्को ने इस दिन की शुरुआत की थी.
विश्व पुस्तक दिवस 2025 की थीम (World Book Day 2025 Theme)

विश्व पुस्तक दिवस 2025 की थीम ‘रीड योर वे’ (Read Your Way) रखी गई है. इस थीम का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को अपनी पसंद की किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करना है. यह न केवल पढ़ने को एक आनंददायक आदत बनाने पर ज़ोर देगा, बल्कि आत्मनिर्भरता और सोचने की क्षमता को भी बढ़ावा देगा. इस थीम के ज़रिए पाठकों को यह संदेश दिया जा रहा है कि पढ़ाई सिर्फ ज़रूरी नहीं, बल्कि मज़ेदार भी हो सकती है.
विश्व पुस्तक दिवस की शुरुआत, ऐतिहासिक महत्व? (World Book Day History)
विश्व पुस्तक दिवस की शुरुआत सबसे पहले 1922 में स्पेन के सर्वेंट्स पब्लिशिंग हाउस के निर्देशक विसेंट क्लेवेल द्वारा की गई थी. उन्होंने यह दिन प्रसिद्ध लेखक मिगुएल डे सर्वेंट्स को सम्मान देने के उद्देश्य से प्रस्तावित किया था. शुरुआत में यह दिन उनके जन्मदिन 7 अक्टूबर को मनाया गया, लेकिन बाद में इसे उनकी पुण्यतिथि 23 अप्रैल को मनाने का निर्णय लिया गया.
साल 1995 में यूनेस्को (UNESCO) ने 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस के रूप में मान्यता दी. इस तारीख को विलियम शेक्सपियर और मिगुएल डे सर्वेंट्स दोनों की पुण्यतिथि होने के कारण यह दिन और भी खास बन गया. इसका उद्देश्य दुनियाभर में पुस्तकों के महत्व को बताना, लेखकों को सम्मान देना और पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना है.
दुनियाभर में कैसे मनाया जाता है विश्व पुस्तक दिवस?
विश्व पुस्तक दिवस की एक खास बात यह है कि इसे दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में उनके अपने तरीके से मनाया जाता है. हर देश और क्षेत्र की अपनी संस्कृति और परंपराओं के अनुसार यह दिन कुछ खास बन जाता है. आइए जानते हैं अलग-अलग महाद्वीपों में इस दिन को किस तरह से मनाया जाता है:
- उत्तरी अमेरिका (North America): यहाँ इस दिन स्कूलों में लेखक बुलाए जाते हैं, बुक फेयर आयोजित किए जाते हैं और बच्चों को नई किताबों से जोड़ा जाता है.
- यूरोप (Europe): स्पेन में ला डियाडा दे सेंट जोर्डी के दिन लोग एक-दूसरे को किताबें और गुलाब भेंट करते हैं – यह प्रेम और साहित्य दोनों का उत्सव होता है. वहीं, ब्रिटेन में वर्ल्ड बुक नाइट मनाई जाती है जिसमें स्वयंसेवक किताबें बांटते हैं ताकि पढ़ने की आदत को बढ़ावा मिल सके.
- भारत (India): भारत में इस दिन अलग-अलग भाषाओं में किताबों की प्रदर्शनी, मेले और लेखकों की बातचीत जैसे आयोजन होते हैं ताकि विविधता से भरे समाज तक साहित्य पहुंचे.
- चीन (China): चीन में परंपरागत और आधुनिक दोनों तरह की किताबों से जुड़े कार्यक्रम, प्रदर्शनी और लेखकों की बातचीत का आयोजन किया जाता है.
- जापान (Japan): यहां यह दिन लोकप्रिय लेखकों के पुस्तक हस्ताक्षर सत्र और खास साहित्यिक रचनाओं के विमोचन के रूप में मनाया जाता है.
- अफ्रीका (Africa): नाइजीरिया और केन्या जैसे देशों में इस दिन स्थानीय लेखकों को बढ़ावा देने के लिए बुक फेस्टिवल और रीडिंग सेशन आयोजित किए जाते हैं.
- दक्षिण अमेरिका (South America): अर्जेंटीना और ब्राज़ील जैसे देशों में इस दिन सार्वजनिक स्थानों पर पुस्तक वाचन, बुक एक्सचेंज और साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय लेखकों को जगह दी जाती है.

विश्व पुस्तक दिवस आंकड़ों के नज़रिये से! (World Book Day Statistic Data)
बीते एक साल में Bookly प्लेटफॉर्म पर करीब 12 लाख से ज़्यादा रीडिंग सेशन शुरू किए गए, जिनमें से महिलाओं द्वारा करीब 9 लाख और पुरुषों द्वारा लगभग 3.5 लाख सेशन शुरू हुए. साल 2019 से 2020 के बीच, इस प्लेटफॉर्म पर लगभग 3.6 लाख किताबें और ई-बुक्स के साथ-साथ 16 हज़ार से अधिक ऑडियोबुक्स जोड़ी गईं.
सबसे ज़्यादा किताबें पढ़ने वाली उम्र की श्रेणी 25 से 34 वर्ष के बीच की मानी जाती है. वहीं, Goodreads जैसे प्लेटफॉर्म पर 8 करोड़ से ज़्यादा सक्रिय यूज़र्स हैं, जो इसकी लोकप्रियता और रीडिंग कम्युनिटी पर प्रभाव को दर्शाता है.
हालांकि, कुछ आंकड़े चिंता भी जताते हैं — 2001 में प्रति व्यक्ति औसतन 8.27 किताबें बेची जाती थीं, जबकि 2018 में 24% अमेरिकी वयस्कों ने एक भी किताब नहीं पढ़ी. इसके बावजूद, Dr. Seuss की किताबें आज भी बच्चों की पसंदीदा बनी हुई हैं, जिनमें से 6 किताबें टॉप 20 बेस्टसेलर लिस्ट में शामिल हैं.