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Mutual Fund के बदले भी मिलता है लोन, जानें क्या है तरीका और क्या हैं इसके फायदे
Mutual Fund के बदले भी मिलता है लोन, जानें क्या है तरीका और क्या हैं इसके फायदे
Authored By: Suman
Published On: Thursday, April 24, 2025
Last Updated On: Thursday, April 24, 2025
आप लोन या कर्ज के लिए बैंक, क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन जैसे तमाम रास्ते जानते होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि म्यूचुअल फंड की यूनिट (Mutual Fund unit) के बदले भी लोन मिलता है?
Authored By: Suman
Last Updated On: Thursday, April 24, 2025
Loan Against Mutual Fund : आप लोन या कर्ज के लिए बैंक, क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन जैसे तमाम रास्ते जानते होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि म्यूचुअल फंड की यूनिट (Mutual Fund unit) के बदले भी लोन मिलता है? किस तरह से मिलता है ऐसा लोन (Loan) और उसके क्या होते हैं फायदे-नुकसान? आइए समझते हैं. म्यूचुअल फंड के बदले लोन देने की व्यवस्था बहुत पहले से थी. लेकिन पहले जब फिजिकल सिस्टम था तो इसकी प्रक्रिया काफी जटिल थी और लोन मंजूर में होने में करीब एक हफ्ता लग जाता था. लेकिन अब सब कुछ डिजिटल या डीमैट (Demat account) में हो जाने से यह बहुत आसान हो गया है. आप अपने घर में बैठे-बैठे ऑनलाइन कुछ ही समय में यह लोन हासिल कर सकते हैं.
ऐसे लोन ज्यादातर लॉन्ग टर्म के एसेट पर मिलते है. लेकिन अच्छी बात यह है कि ज्यादातर निवेशक अब सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश करते हैं जिसमें लॉन्ग टर्म में निवेश होता है. इस एसआईपी के जरिये जो एसेट तैयार होता है, वही लोन के बदले में आपसे रेहन में लिया जाता है. यानी इसमें आपके म्यूचुअल फंड की यूनिट को गिरवी रखी जाती है.
तमाम ऐप या बैंक की वेबसाइट के जरिये आपको ऐसा लोन मिलता है. कई बैंक तो म्यूचुअल फंड यूनिट के बदले ओवर ड्राफ्ट की सुविधा देते हैं. यानी आपको जितनी जरूरत हो उतना पैसा खर्च कीजिए, उतने को ही लोन माना जाएगा और उस पर ब्याज लिया जाएगा. voltmoney, dhanlap FinEzzy कुछ ऐसे ही ऐप हैं, लेकिन बेहतर यह है कि आप बैंकों की वेबसाइट से आवेदन करें.
ध्यान रहे कि इसमें आपके म्यूचुअल फंड यूनिट की बिक्री नहीं होती, बल्कि उसे सिर्फ गिरवी रखा जाता है. इसका फायदा यह होता है कि आपके फंड पर रिटर्न का लाभ मिलता रहता है. अगर शेयर बाजार से जुड़ा यानी इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund) है तो उसमें बड़ी आसानी से 12 से 15 फीसदी सालाना का रिटर्न मिल जाता है. इसलिए ऐसे म्यूचुअल फंड पर लोन लेने में भी आपको नुकसान नहीं होता.
पर्सनल लोन (Personal Loan) या बैंक से अन्य कोई लोन लेने में तमाम झंझटें होती हैं. इसलिए लोग म्यूचुअल फंड जैसे नए रास्तों की तलाश कर रहे हैं जहां आसानी से लोन मिल जाता है. इस तरह के लोन कई तरह के ऐप या बैकों के जरिये मिलते हैं और ब्याज दर भी पर्सनल लोन के मुकाबले सस्ती होती है. इस प्रकार के लोन पर ब्याज दरें 10 से 14 फीसदी के दायरे में होती हैं.
लेंडर आम तौर पर इक्विटी म्युचुअल फंड लोन के लिए एलटीवी के 50 फीसदी की अनुमति दे देते हैं. अगर आप अपना लोन खाता समय से पहले बंद करते हैं तो कोई जुर्माना भी नहीं लिया जाता और अगले 24 घंटे के अंदर आपके रेहन रखे यूनिट फ्री हो जाते हैं.
किन बातों की रखनी है सावधानी
कभी-कभी ऐसी स्थिति आ सकती है कि जब बाजार में भारी गिरावट हो जाए तो आपके यूनिट के भाव काफी कम हो जाएं. ऐसे में लोन देने वाली कंपनी कर्जधारक के डिफॉल्ट की स्थिति में यूनिट बेच सकती है. इसे मार्जिन कॉल की स्थिति कहते हैं. आपको नजर बनाए रखनी है कि कभी ऐसी स्थिति न आए.
ऐसे सही और ट्रांसपेरेंट कंपनी की तलाश करें जो ग्राहकों के व्यक्तिगत विवरण लिए बिना अपनी वेबसाइट पर ऋण की शर्तों एवं नियमों का खुलासा करे. वहां से पूरा ब्योरा सही तरीके से समझ कर फिर लोन के लिए आवेदन करें. ब्याज दर, लोन टु वैल्यू (एलटीवी) रेश्यो, प्रॉसेसिंग शुल्क, सर्विस फी आदि सभी शर्तों पर गौर करें.
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