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राजनीतिक तूफानों के बीच शांति की दस्तक: डीआरसी और एम23 की ऐतिहासिक घोषणा
राजनीतिक तूफानों के बीच शांति की दस्तक: डीआरसी और एम23 की ऐतिहासिक घोषणा
Authored By: Nishant Singh
Published On: Sunday, July 20, 2025
Last Updated On: Sunday, July 20, 2025
दो दशक से जले पूर्वी कांगो (डीआरसी) में अब शांति की उम्मीदें जागी हैं, जब दोहा में एम23 विद्रोहियों और डीआरसी सरकार ने संघर्ष समाप्ति के घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए. अफ्रीकन यूनियन ने इसे स्थायी शांति की दिशा में "ऐतिहासिक मोड़" बताया है. कतर की मध्यस्थता से तैयार इस दस्तावेज़ में भविष्य की वार्ताओं की नींव रखी गई है. हालांकि यह कोई अंतिम समझौता नहीं, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति और कूटनीतिक रणनीतियों की झलक जरूर देता है. अब सवाल है, क्या यह समझौता अफ्रीका के दिल में अमन ला पाएगा या यह सिर्फ एक और अस्थायी सियासी मंच है?
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Sunday, July 20, 2025
अफ्रीका की राजनीति में जिस आग ने दशकों तक पूर्वी कांगो (डीआरसी) को झुलसाया, अब उसी राख से शांति (DRC M23 Peace Agreement) की चिंगारी निकलती दिख रही है. खून, बारूद और साजिशों से सनी डीआरसी की धरती पर आखिरकार एक ऐसा ऐलान हुआ जिसने पूरे महाद्वीप को चौंका दिया. दोहा में एम23 विद्रोही गुट और डीआरसी सरकार ने युद्धविराम के घोषणापत्र पर हस्ताक्षर कर दिए. ये वही एम23 है, जिसे एक समय “राजनीतिक छल” और “सैन्य चालबाजियों” का प्रतीक माना जाता था. अफ्रीकन यूनियन ने इसे शांति का नया सूर्योदय बताया है, पर क्या वाकई यह शांति स्थायी होगी? या यह सिर्फ एक कूटनीतिक नौटंकी है? कतर की कूटनीति, रवांडा की चुप्पी और डीआरसी की मजबूरी हर कोण में छिपा है एक बड़ा राजनीतिक ड्रामा.
दोहा में ऐतिहासिक घोषणा: एम23 और डीआरसी ने हस्ताक्षर किए
अफ्रीकन यूनियन कमीशन (एयूसी) के अध्यक्ष महमूद अली यूसुफ ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) की सरकार और मार्च 23 मूवमेंट (एम23) के बीच दोहा, कतर में संघर्ष समाप्ति को लेकर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए जाने का स्वागत किया है. यह घोषणा ईस्टर्न डीआरसी में लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.
स्थायी शांति की राह: ग्रेट लेक्स क्षेत्र में नया राजनीतिक अध्याय
शनिवार को जारी एक बयान में, यूसुफ ने इस घोषणा को पूर्वी डीआरसी और व्यापक ग्रेट लेक्स क्षेत्र में स्थायी शांति, सुरक्षा और स्थिरता प्राप्त करने के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया है. ‘समाचार एजेंसी सिन्हुआ’ की रिपोर्ट के अनुसार, 55 सदस्यीय महाद्वीपीय संगठन के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि डीआरसी और रवांडा की सरकारों ने संवाद, समझौते और राजनीतिक इच्छाशक्ति की जिस भावना का प्रदर्शन किया है, वह अत्यंत सराहनीय है.
बयान में कहा गया है कि एयू सभी संबंधित पक्षों के साथ मिलकर काम करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, ताकि इस घोषणापत्र को सफलतापूर्वक लागू करते हुए डीआरसी और पूरे क्षेत्र में स्थायी शांति, सुरक्षा और विकास को बढ़ावा दिया जा सके.
कतर की मध्यस्थता: समझौता तो है, लेकिन अंतिम नहीं
‘सिन्हुआ समाचार एजेंसी’ की रिपोर्ट के अनुसार, यह दस्तावेज कतर ने महीनों की शांत मध्यस्थता के बाद तैयार किया है. इसमें आगे होने वाली वार्ताओं के लिए कुछ सहमत सिद्धांतों को शामिल किया गया है. यह कोई अंतिम शांति समझौता नहीं है, लेकिन एक व्यापक समझौते की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम जरूर है.
इस दौरान, कतर के विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलअजीज बिन सालेह अल खुलैफी ने कहा कि यह घोषणापत्र दोनों पक्षों की शांतिपूर्ण समाधान के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. कतर इस प्रक्रिया को समर्थन देने को पूरी तरह प्रतिबद्ध है, ताकि डीआरसी के लोगों को शांति, विकास और स्थिरता मिल सके.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)