समोसा जलेबी के अलावा बर्गर पिज्जा जैसे फास्ट फ़ूड भी बन सकते हैं हार्ट और किडनी डिजीज के कारण

समोसा जलेबी के अलावा बर्गर पिज्जा जैसे फास्ट फ़ूड भी बन सकते हैं हार्ट और किडनी डिजीज के कारण

Authored By: स्मिता

Published On: Monday, July 21, 2025

Updated On: Monday, July 21, 2025

समोसा, जलेबी और पिज़्ज़ा जैसी Junk Food क्या आपकी किडनी और दिल को नुकसान पहुँचा रही हैं? जानिए इनके असर और सही जानकारी इस पोस्ट

समोसा जलेबी के अलावा पिज्जा, पास्ता, बर्गर और आइसक्रीम भी स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं. ये सभी फास्ट फ़ूड किडनी डिजीज, हार्ट डिजीज और डायबिटीज के भी कारण बनते हैं.

Authored By: स्मिता

Updated On: Monday, July 21, 2025

Junk Food: जब से हेल्थ मिनिस्ट्री ने समोसे और जलेबी के पोषण मूल्य को बताने को कहा है, तब से इस बात पर बहस छिड़ी हुई है कि सबका पसंदीदा स्नैक्स क्यों बन गया है स्वास्थ्य के लिए खतरा. यह सच है कि समोसे और जलेबी में शुगर और ट्रांस फैट भरपूर मात्रा में होता है, जो लंबे समय में स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है. पर सिर्फ़ समोसा और जलेबी ही खतरनाक नहीं है, बल्कि पिज्जा और पास्ता जैसे फ़ास्ट फ़ूड भी स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक हानिकारक (Fast Food Harmful Effects) हैं.

क्या कहते हैं रिसर्च (Research on Fast Food)

हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग में प्रकाशित शोध के अनुसार, शहरी कॉलेज के छात्रों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि 68.1% छात्रों ने एक सप्ताह में कम से कम एक बार फास्ट फूड का सेवन किया था. वहीँ बाकी के छात्र इसे बार-बार खाते थे (सप्ताह में 3 दिन से अधिक). देखा गया कि जिन बच्चों ने फास्ट फ़ूड बार-बार खाया, उनमें मोटापे की संभावना अधिक थी. भारत में किशोरों पर केंद्रित Indian Council of Medical Research (ICMR) के एक अध्ययन ने कुपोषण के दोहरे बोझ पर प्रकाश डाला. इसमें फास्ट फूड का सेवन मोटापे और संबंधित नॉन कम्युनिकेशन डिजीज में योगदान देने वाला देखा गया.

ज़्यादा हानिकारक हैं बर्गर पास्ता और कोल्ड ड्रिंक

पोषण विशेषज्ञ डॉ. सीमा चौहान के अनुसार, समोसे और जिलेबी के अलावा, बर्गर, पास्ता, मोमोज़, कोल्ड ड्रिंक या आइसक्रीम स्वास्थ्य के लिए कहीं ज़्यादा हानिकारक हो सकते हैं. ये फास्ट फ़ूड हमारे दिल, दिमाग, लिवर और मेटाबॉलिज़्म पर गंभीर असर डाल सकते हैं.

किडनी की समस्या को बढ़ा सकता है बर्गर (Burger causes Kidney Disease)

एक औसत बर्गर में 266 कैलोरी, लगभग 10 ग्राम संतृप्त वसा, 30.3 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 396 मिलीग्राम सोडियम होता है. ये आंकड़े संयुक्त राज्य अमेरिका के कृषि विभाग के शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा दिए गए हैं. जिन्होंने बिना किसी मसाले के सफ़ेद रोल पर रखे एक राउंड मीट बर्गर पैटी के पोषण संबंधी तथ्यों का विश्लेषण किया. इसके नियमित सेवन से हृदय रोग, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, गुर्दे की समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है और यहां तक कि रक्त वाहिकाओं पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. अगर बहुत खाने का मन करे तो 15 दिन में एक बर्गर खाएं.

हृदय रोग का खतरा बढ़ाता है पास्ता (Pasta Causes Heart Disease)

एक कप पके हुए पास्ता में 200 से भी कम कैलोरी, आधा ग्राम से भी कम वसा और 5 मिलीग्राम से भी कम सोडियम होता है. इसमें फाइबर, विटामिन और मिनरल भी होते हैं. हालाँकि पास्ता एक संतुलित आहार का हिस्सा हो सकता है, लेकिन ज़्यादा मात्रा में सेवन, खासकर रिफाइंड सफेद पास्ता (मैदे से तैयार), कई स्वास्थ्य संबंधी नकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकता है. इनमें वज़न बढ़ना, टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ना और ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील लोगों में पाचन संबंधी संभावित समस्या हो सकती है. घर में तैयार पास्ता 15 दिन में 2 बार खाया जा सकता है. बाहरी पास्ता में चीज़, फैट होने के कारण नहीं खाना चाहिए.

बैड कोलेस्ट्रोल बढ़ाता है पिज़्ज़ा (Pizza for Bad Cholesterol)

पिज़्ज़ा के एक स्लाइस में 250 से 300 कैलोरी और लगभग 600 मिलीग्राम सोडियम होता है. अक्सर पिज़्ज़ा में फाइबर कम होता है. प्रोसेस्ड चीज़ सॉस और टॉपिंग शरीर में ब्लड शुगर और खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं.

इसे 10 से 15 दिन में एक बार ही खाएं या बच्चों को खिलाएं, वह भी पतली परत वाला. यह सब्ज़ियों से भरपूर और कम चीज़ वाला होना चाहिए.

कोल्ड ड्रिंक्स से अचानक इंसुलिन का स्तर बढ़ सकता है (Cold Drinks Side Effects)

कोल्ड ड्रिंक्स को पूरी तरह से बंद करना ज़रूरी है. 250 मिली कोल्ड ड्रिंक में 6 से 8 चम्मच चीनी होती है. इससे शरीर में अचानक इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है. इससे मधुमेह और मेटाबॉलिक समस्या बढ़ जाती है. बेहतर होगा कि इसकी आदत पूरी तरह से छोड़ दी जाए. या 3 महीने में एक बार पीयें, वह भी बिना चीनी के. डाइट या बिना चीनी वाले पेय भी सुरक्षित नहीं हैं. इनमें कृत्रिम मिठास (Artificial Shugar) होती है.

आइसक्रीम है सबसे अधिक खतरनाक (Ice cream Harmful Effects)

इनके अलावा, मैदे से बने मोमो, बिस्कुट, नमकीन, चिप्स जैसी चीज़ें सोडियम, ट्रांस फैट, प्रिज़र्वेटिव और चीनी से भरपूर होती हैं. ये चीज़ें छोटे बच्चों में अतिसक्रियता और मोटापे का कारण बनती हैं. पैकेटबंद स्नैक्स से भी बचें. ‘बेक्ड’ या ‘लो फैट’ वाले स्नैक्स भी सेहतमंद नहीं होते. ये मैदे और एडिटिव्स से बने होते हैं. आइसक्रीम के एक स्कूप में 18 से 25 ग्राम चीनी हो सकती है. इससे ब्लड शुगर तेज़ी से बढ़ता है. इसके अलावा, संतृप्त वसा और स्टेबलाइज़र जैसे केमिकल आंत के स्वास्थ्य को बिगाड़ सकते हैं.

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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