ट्रंप टैरिफ की चिंता हावी, करीब 700 अंक टूटा सेंसेक्स
Authored By: Suman
Published On: Tuesday, August 26, 2025
Last Updated On: Wednesday, August 27, 2025
27 अगस्त यानी बुधवार से लग रहे 25 फीसदी के अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ की चिंता बाजार पर हावी दिख रही है. इसकी वजह से आज बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 700 अंक टूट गया.
Authored By: Suman
Last Updated On: Wednesday, August 27, 2025
Share Market Today: भारतीय शेयर बाजार में आज भारी गिरावट का दौर है. खासतौर से 27 अगस्त यानी बुधवार से लग रहे 25 फीसदी के अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ की चिंता बाजार पर हावी दिख रही है. इसकी वजह से आज बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 700 अंक टूट गया.
सुबह सेंसेक्स 258 अंक की गिरावट के साथ 81,377.39 पर खुला और 9.40 बजे के आसपास 695 अंक की गिरावट के साथ 80,940.67 तक चला गया. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) अंकों की गिरावट के साथ 24,899.50 पर खुला और गिरते हुए 24,755.60 तक चला गया.
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 849.37 अंक टूटकर 80,786.54 पर बंद हुआ. इसी तरह निफ्टी 255.70 अंक टूटकर 24,712.05 पर बंद हुआ.
आज गिरने वाले प्रमुख शेयरों में सन फार्मा, श्रीराम फाइनेंस, टाटा स्टील, डॉ. रेड्डीज, कोल इंडिया आदि शामिल रहे जिनमें कारोबार के दौरान 3 फीसदी तक की गिरावट देखी गई. एफएमसीजी के अलावा बाकी सभी सेक्टर लाल निशान में दिखे. मेटल, फार्मा, रियल्टी और टेलीकॉम सेक्टर इंडाइसेज में 1 फीसदी की गिरावट आई. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडाइसेज में आधा से एक फीसदी की गिरावट आई. बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण करीब 5 लाख करोड़ रुपये घटकर 450 लाख करोड़ रुपये रह गया.
क्यों टूटा बाजार
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने के लिए दंड के रूप में भारत पर 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है जिसकी डेडलाइन 27 अगस्त है. यानी कल से भारत पर अमेरिका को निर्यात करने पर कुल 50 फीसदी का टैक्स लग सकता है. अगर ऐसा हुआ तो अमेरिका के लिए भारतीय वस्तुओं का निर्यात लगभग असंभव हो जाएगा और भारतीय उद्योगों को भारी नुकसान होगा. इसकी वजह से बड़े पैमाने पर रोजगार भी जाने की आशंका है. अभी तक भारत और अमेरिका के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया है. इस वजह से अब यह लगभग तय माना जा रहा है कि भारत पर 50 फीसदी का टैरिफ लगकर रहेगा.
ट्रंप प्रशासन ने सोमवार को एक ड्राफ्ट नोटिस भी प्रकाशित किया है, जिसमें इसका ब्योरा दिया गया है कि 27 अगस्त से भारतीय उत्पादों पर किस तरह से 50 फीसदी का टैरिफ लगाया जाएगा. पहले यह उम्मीद थी कि राष्ट्रपति ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत से कोई रास्ता निकलेगा और इससे भारत को राहत मिलेगी. यह इस बातचीत का कोई खास नतीा नहीं निकला.
ऐसा भी माना जा रहा है कि भारतीय शेयर बाजारों का वैल्युएशन बहुत ज्यादा हो गया है, इसकी वजह से भी बाजार का सेंटिमेंट कमजोर हुआ है. कंपनियों की कमाई भी जून तिमाही में कमजोर हुई है. इसका भी बाजार के सेंटिमेंट पर असर पड़ा है.
विदेशी निवेशकों की बिकवाली
विदेशी निवेशकों ने हाल के दिनों में भारतीय शेयर बाजार से लगातार बिकवाली की है. अमेरिकी डॉलर में स्थिरता और अन्य उभरते बाजारों में ज्यादा निवेश अवसर मिलने से विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) भारतीय बाजार के शेयर बेच रहे हैं. अगस्त में अब तक एफआईआई ने 28,217 करोड़ रुपये की बिकवाली की है और इसके पहले जुलाई में 47,667 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी.
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