टी20 में भारतीय गेंदबाजी का खस्ता हाल, टॉप-10 में शामिल नहीं एक भी खिलाड़ी
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Tuesday, August 26, 2025
Last Updated On: Tuesday, August 26, 2025
टी20 क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाजों की टॉप-10 सूची में कोई भारतीय शामिल नहीं है. राशिद खान, ड्वेन ब्रावो और सुनील नरेन जैसे दिग्गजों ने लिस्ट में जगह बनाई है, लेकिन भारत के युजवेंद्र चहल चौदहवें स्थान तक ही पहुंच पाए हैं. आखिर भारतीय गेंदबाज टी20 में पीछे क्यों रह गए, इसके पीछे कई अहम कारण हैं.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Tuesday, August 26, 2025
India T20 Bowling Ranking: टी20 फॉर्मेट ने क्रिकेट की दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रियता हासिल की है. यह ऐसा फॉर्मेट है जिसे बल्लेबाजों का खेल माना जाता है, लेकिन गेंदबाजों ने भी यहां अपना दबदबा कायम किया है. अफगानिस्तान के राशिद खान से लेकर वेस्टइंडीज के सुनील नरेन तक, कई गेंदबाजों ने टी20 में सफलता के झंडे गाड़े हैं. लेकिन हैरानी की बात यह है कि टॉप-10 सफल गेंदबाजों की सूची में एक भी भारतीय खिलाड़ी का नाम नहीं है.
हालांकि, युजवेंद्र चहल जरूर इस लिस्ट में चौदहवें स्थान पर हैं, मगर भारत का कोई गेंदबाज शीर्ष दस में जगह नहीं बना पाया. सवाल उठता है कि क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट में भारतीय गेंदबाज आखिर क्यों पिछड़ रहे हैं?
शीर्ष 10 गेंदबाजों में एक भी भारतीय नहीं
भारतीय क्रिकेट हमेशा से अपनी बल्लेबाजी के लिए प्रसिद्ध रही है. लेकिन जवागल श्रीनाथ, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह, आर अश्विन, जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बतौर गेंदबाज अपनी धाक जमाई है. कुंबले, हरभजन, अश्विन और बुमराह का नाम तो क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार किया जाता है.
हालांकि, आश्चर्यजनक यह है कि टी20 के शीर्ष दस सबसे सफल गेंदबाजों में एक भी भारतीय गेंदबाज नहीं है.
टॉप-10 टी20 गेंदबाजों की सूची में इन खिलाड़ियों का दबदबा
टी20 क्रिकेट में अगर अब तक के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों की बात की जाए, तो टॉप-10 की सूची पूरी तरह विदेशी खिलाड़ियों के नाम से भरी है. अंतर्राष्ट्रीय, घरेलू और दुनिया भर की लीग क्रिकेट को मिलाकर बनाए गए इस आंकड़े में पहले नंबर पर अफगानिस्तान के राशिद खान हैं. राशिद ने 2015 से 2025 के बीच खेले गए 487 मैचों में कुल 660 विकेट झटके हैं. दूसरे स्थान पर वेस्टइंडीज के दिग्गज ड्वेन ब्रावो हैं, जिन्होंने 2006 से 2024 तक खेले 582 मैचों में 631 विकेट हासिल किए. वहीं, तीसरे नंबर पर उनके हमवतन सुनील नरेन हैं, जिनके खाते में 2011 से 2025 के बीच 557 मैचों से 590 विकेट दर्ज हैं.
चौथे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका के इमरान ताहिर हैं, जिन्होंने 2006 से 2025 तक 436 मैचों में 554 विकेट लिए. खास बात यह है कि 46 साल की उम्र में भी ताहिर अब तक क्रिकेट खेल रहे हैं. पांचवें नंबर पर बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन का नाम आता है. 2006 से 2025 तक खेले गए 457 मैचों में उन्होंने 502 विकेट अपने नाम किए.
वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल छठे स्थान पर हैं, जिन्होंने 2010 से 2025 के बीच 564 मैचों में 487 विकेट लिए. सातवें नंबर पर इंग्लैंड के क्रिस जॉर्डन हैं, जिनके नाम 2008 से 2025 तक 418 मैचों में 438 विकेट दर्ज हैं. आठवें स्थान पर पाकिस्तान के वहाब रियाज (348 मैच, 438 विकेट) और नौवें पर उनके साथी गेंदबाज मोहम्मद आमिर (344 मैच, 401 विकेट) हैं. इस लिस्ट में दसवें स्थान पर श्रीलंका के महान तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा हैं, जिन्होंने 2004 से 2020 के बीच 295 मैचों में 390 विकेट लिए.
भारत का कोई गेंदबाज टॉप-10 में नहीं
इस पूरी लिस्ट में भारत का कोई भी गेंदबाज शामिल नहीं है. सबसे सफल भारतीय गेंदबाज के रूप में युजवेंद्र चहल का नाम सामने आता है. चहल ने 2009 से 2025 तक खेले गए 326 मैचों में 380 विकेट लिए हैं, लेकिन वह कुल मिलाकर 14वें स्थान तक ही पहुंच पाए हैं.
टेस्ट और वनडे के टॉप-10 गेंदबाजों की लिस्ट में भारतीय खिलाड़ियों के नाम मिल जाते हैं, लेकिन टी20 क्रिकेट में यह तस्वीर बिल्कुल उलट है. अगर पिछले कुछ सालों में चहल को ज्यादा मौके मिलते, तो शायद वह इस सूची में शामिल हो सकते थे.
आखिर भारतीय गेंदबाज पीछे क्यों हैं?
- बड़ा सवाल यही है कि भारत का कोई गेंदबाज इस ओवरऑल टी20 टॉप-10 सूची में क्यों नहीं है? दरअसल, इसकी सबसे बड़ी वजह बीसीसीआई की नीति है. भारतीय खिलाड़ियों को आईपीएल के अलावा किसी दूसरी विदेशी लीग में खेलने की इजाजत नहीं मिलती. ऐसे में भारतीय गेंदबाजों के पास विकेट लेने के अवसर केवल घरेलू क्रिकेट, आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय मैचों तक ही सीमित रह जाते हैं.
- दूसरी ओर, बाकी देशों के खिलाड़ी दुनिया भर की अलग-अलग टी20 लीग में हिस्सा लेते हैं. ज्यादा मैच खेलने से उन्हें विकेट हासिल करने के मौके भी अधिक मिलते हैं. यही कारण है कि विदेशी गेंदबाज इस लिस्ट पर हावी हैं और भारतीय गेंदबाज टॉप-10 से बाहर रह जाते हैं.
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