सियासी पोस्टर से लालू को किया दूर, नई पार्टी बनाकर क्या हासिल कर पाएंगे तेज प्रताप यादव

Authored By: सतीश झा

Published On: Friday, September 26, 2025

Last Updated On: Friday, September 26, 2025

बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने आगामी विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) को ध्यान में रखते हुए अपनी नई राजनीतिक पार्टी जनशक्ति जनता दल (Janshakti Janta Dal) की घोषणा कर दी है. पार्टी का चुनाव चिन्ह ब्लैक बोर्ड (Black Board) रखा गया है. उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर इसका पोस्टर भी साझा किया.

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Friday, September 26, 2025

पोस्टर और उनके बयानों से स्पष्ट है कि तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) बिहार में आमूलचूल परिवर्तन और समग्र विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने लिखा, “हम बिहार के समग्र विकास के लिए लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.” इस बयान से उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा और नई पहचान बनाने की कोशिश साफ झलकती है.

दिलचस्प पहलू यह है कि पोस्टर में तेज प्रताप ने महात्मा गांधी, भीमराव अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर जैसे पांच प्रमुख नेताओं और सामाजिक सुधारकों को शामिल किया है, लेकिन अपने पिता लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को इसमें जगह नहीं दी. यह संकेत देता है कि तेज प्रताप अपनी राजनीतिक छवि को पारिवारिक सियासी प्रभाव से अलग बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

पोस्टर में उनकी पार्टी का नारा लिखा गया है: “जनशक्ति जनता दल — सामाजिक न्याय, सामाजिक अधिकार, सम्पूर्ण परिवर्तन. जनता की शक्ति, जनता का शासन। तेज प्रताप बिहार का विकास सुनिश्चित करेंगे.”

सवाल यह उठता है कि क्या लालू परिवार से दूरी बनाने और नई पार्टी खड़ी करने के जरिए तेज प्रताप वास्तव में बिहार में राजनीतिक प्रभाव और विकास की नई पहचान स्थापित कर पाएंगे? बिहार की राजनीति में यह कदम चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि इसमें उन्हें नया वोट बैंक बनाना, पुराने गठबंधन और सामाजिक समीकरणों को प्रभावित करना होगा. जनशक्ति जनता दल की यह नई पहल एक तरह से बिहार की राजनीति में नई ऊर्जा और सियासी विकल्प प्रस्तुत करती है, लेकिन इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि तेज प्रताप लोगों का विश्वास जीतने और वादों को ठोस कार्यों में बदलने में कितना सक्षम होते हैं.

गौर करने योग्य यह भी है कि परिवार की आंतरिक राजनीति के चलते लंबे समय से नाराज तेजप्रताप यादव ने 2017 में राजद से अलग अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल की नींव रखी थी. अब यह 9 साल पुरानी नाराजगी और गुस्सा धीरे-धीरे सामने आने लगा है.

तेजप्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी के पोस्टर में अपने माता-पिता लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और राबड़ी देवी (Rabri Devi) की तस्वीर को हटा दिया. यह कदम उनके पुराने गुस्से और दूरी का प्रतीक माना जा रहा है. याद दिला दें कि तेजप्रताप वही नेता हैं, जिन्होंने अक्टूबर 2021 में अपने पिता को सिर्फ दस मिनट मिलने के लिए अनशन शुरू किया था, जो बाद में पैर धोने के बाद समाप्त किया गया था. इस पोस्टर से यह साफ हो गया है कि तेजप्रताप अब अपनी राजनीतिक पहचान को पारिवारिक सियासी प्रभाव से अलग करना चाहते हैं और बिहार की राजनीति में अपनी अलग भूमिका स्थापित करने की तैयारी में हैं.

बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने घोषणा की है कि वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि उन्होंने इससे पहले 2015 में भी महुआ से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. तेज प्रताप ने महुआ को अपनी कर्मभूमि बताते हुए कहा, “अगर कोई और महुआ से चुनाव लड़ता है, तो जनता उसे हरा देगी.”

यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह नई राजनीतिक पहचान बिहार की राजनीति में संपूर्ण परिवर्तन और विकास का रास्ता खोल पाएगी या फिर यह केवल नया राजनीतिक प्रयोग बनकर रह जाएगी.

यह भी पढ़ें :- आखिर क्या है धर्मेंद्र प्रधान का बिहार कनेक्शन? जानें क्यों बीजेपी ने बनाया चुनाव प्रभारी

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
Leave A Comment

अन्य खबरें