क्या आप लगातार थके हुए और कमज़ोर महसूस करते हैं? एक्सपर्ट ने बताए एनर्जी बढ़ाने के 3 आसान तरीके
Authored By: Galgotias Times Bureau
Published On: Saturday, November 29, 2025
Updated On: Saturday, November 29, 2025
लगातार थकान और कमजोरी सिर्फ नींद या खाने की कमी का परिणाम नहीं होती. डॉ. रोहन गोयल के अनुसार, यह शरीर के मेटाबॉलिज़्म पर अतिरिक्त दबाव का संकेत है. दैनिक आदतों जैसे खान-पान और सोने के समय में सुधार से इसे कम किया जा सकता है और ऊर्जा वापस लाई जा सकती है.
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Updated On: Saturday, November 29, 2025
Energy Boosting Tips 2025: अगर आप हमेशा थके और कमज़ोर महसूस करते हैं, चाहे कितना भी सोएँ या अच्छा खाना खाएँ, तो यह आपके शरीर का संकेत हो सकता है कि कुछ ठीक नहीं है. अक्सर हमारी रोजमर्रा की आदतें, जैसे खान-पान, नींद और व्यायाम, थकान के पीछे कारण होती हैं. नुवान के संस्थापक और चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. रोहन गोयल के अनुसार, लगातार थकान का मतलब यह हो सकता है कि आपका मेटाबॉलिज़्म ज़्यादा काम कर रहा है और शरीर को ठीक से ऊर्जा नहीं मिल रही. इसलिए अपनी जीवनशैली और आदतों पर ध्यान देना जरूरी है, ताकि शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान बना रहे.
डॉ. रोहन गोयल के अनुसार, लगातार थकान का मतलब यह है कि आपकी कोशिकाएँ ठीक से काम नहीं कर रही हैं. माइटोकॉन्ड्रिया धीमे हो जाते हैं, शरीर पर्याप्त ऊर्जा नहीं बना पाता और प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है. अगर इसमें खराब आंत स्वास्थ्य और बार-बार बढ़ती ब्लड शुगर भी जुड़ जाए, तो थकान रोज़मर्रा का हिस्सा बन जाती है. इसका असर आपकी त्वचा पर भी दिखाई देता है, रूखी त्वचा, सूजन और धीरे-धीरे ठीक होने की प्रक्रिया. इसके लिए डॉक्टर ने तीन रोज़मर्रा की आदतें बताई हैं, जो आपकी ऊर्जा बढ़ाने में मदद कर सकती हैं और थकान को कम कर सकती हैं.
सोने से पहले स्क्रीन और भारी भोजन से बचें
डॉ. रोहन गोयल बताते हैं कि देर रात फ़ोन, टीवी या लैपटॉप पर समय बिताना और सोने से ठीक पहले भारी भोजन करना आपके शरीर की मरम्मत प्रक्रिया को रोक सकता है. इससे कॉर्टिसोल नामक तनाव हार्मोन बढ़ जाता है, जो कोलेजन निर्माण को धीमा कर देता है और आप थके हुए उठते हैं. बेहतर नींद और ऊर्जावान महसूस करने के लिए सोने से कम से कम 90 मिनट पहले स्क्रीन और खाना बंद करें. यह आदत शरीर को आराम करने, थकान कम करने और त्वचा व स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है.
डायाफ्रामिक श्वास से बढ़ाएँ ऊर्जा
डॉ. गोयल बताते हैं कि लगातार थकान के कारण अक्सर लोग उथली सांस लेते हैं, जिससे शरीर और मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती. इसे सुधारने के लिए डायाफ्रामिक या गहरी श्वास का अभ्यास करें. गहरी सांस लेने से प्रतिरक्षा मजबूत होती है, सूजन कम होती है, मस्तिष्क और त्वचा तक ऑक्सीजन पहुँचती है, और ऊर्जा बढ़ती है. यह आदत तनाव कम करने में भी मदद करती है और थकान को रोकती है. रोज़ाना कुछ मिनट गहरी साँस लेने से आपका शरीर और दिमाग दोनों तरोताज़ा महसूस करेंगे और थकान कम होगी.
माइटोकॉन्ड्रियल भोजन से बढ़ाएँ ऊर्जा
डॉ. गोयल कहते हैं कि हर खाने में माइटोकॉन्ड्रियल भोजन शामिल करना ज़रूरी है. इसमें ओमेगा‑3 और पॉलीफेनॉल से भरपूर चीज़ें जैसे अखरोट, जैतून, पालक और चुकंदर शामिल करें. ये भोजन आपकी कोशिकाओं को ऊर्जा देते हैं और त्वचा की मरम्मत भी तेज़ होती है. माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका का पावरहाउस होता है, जो थकान कम करने में मदद करता है. अगर आप स्वस्थ भोजन, सही नींद और गहरी साँस लेने के बावजूद भी थकान महसूस करते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना अच्छा रहेगा. यह आदत शरीर और दिमाग दोनों को तरोताज़ा रखती है.
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