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कोलकाता में रेप को लेकर प्रचंड प्रदर्शन, टीएमसी नेता ने कहा – 74 फीसदी बलात्कार के आरोपितों को नहीं मिलती है सजा
कोलकाता में रेप को लेकर प्रचंड प्रदर्शन, टीएमसी नेता ने कहा – 74 फीसदी बलात्कार के आरोपितों को नहीं मिलती है सजा
Authored By: सतीश झा
Published On: Tuesday, August 27, 2024
Updated On: Tuesday, August 27, 2024
आर.जी. कर मुद्दे पर पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है। युवा डॉक्टर के साथ हुए अपराध के लिए लोग सड़क पर उतरकर न्याय मांग रहे हैं। हालांकि, इस आंदोलन के बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में एक के बाद एक नारकीय यौन हिंसा की घटनाएं हुई हैं। मंगलवार को कोलकाता में प्रचंड विरोध प्रदर्शन किया गया। वहीं, दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा है कि 100 में से 74 दुष्कर्म के दोषियों को सजा नहीं मिलती है।
तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने मंगलवार को अपने एक्स हैंडल पर ऐसी 24 यौन शोषण की खबरों का कोलाज पोस्ट किया। उन्होंने यह भी लिखा, “पूरा देश रेप के लिए न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहा है। हालांकि, यह कोलाज बताता है कि इस समय देश की स्थिति क्या है ? साथ ही उन्होंने सख्त बलात्कार विरोधी कानून की मांग की।
दरअसल, 9 अगस्त को आर.जी. कर अस्पताल (RG Kar Hospital) में एक युवा डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना घटी थी। तब से अब तक 19 दिन बीत चुके हैं। आंदोलन भले ही जारी हो। लेकिन देश के अलग-अलग हिस्सों में रेप की घटनाएं लगातार हो रही हैं। अभिषेक ने इस बारे में लिखा, “आर.जी. कर की घटना के बाद से 15 दिनों में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और शारीरिक उत्पीड़न की कई घटनाएं सामने आई हैं। लेकिन दुष्कर्म विरोधी आंदोलन चल रहा है। इसके बाद उन्होंने सख्त दुष्कर्म विरोधी कानून लाने की मांग की।“
देश में रेप की सजा की दर सिर्फ 26 फीसदी
उन्होंने लिखा, “इस देश की स्थिति का एक ही जवाब है। दुष्कर्म विरोधी सख्त कानून लाया जाना चाहिए। जिससे 50 दिनों के अंदर दुष्कर्म करने वालों की सुनवाई और सजा सुनिश्चित हो सकेगी। उनके द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में रेप की सजा की दर सिर्फ 26 फीसदी है। दूसरे शब्दों में, 100 में से 74 दुष्कर्म के दोषियों को सजा नहीं मिलती है।“
अंत में, अभिषेक ने कहा, “दुष्कर्म के अपराध के लिए न्याय पाने के लिए, हमें तुरंत राज्य और केंद्र सरकार से एक सख्त दुष्कर्म विरोधी कानून की मांग करनी चाहिए। जिससे एक निश्चित अवधि के अंदर न्याय मिलेगा। कोई अन्य प्रयास व्यर्थ होगा। कोई काम ही नहीं होगा।“
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विरोध मार्च अराजक हो गया
कोलकाता में ‘नबन्ना अभियान’ विरोध मार्च अराजक हो गया है क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिए और पुलिस पर पथराव किया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे और आरजी कर अस्पताल में एक डॉक्टर के कथित बलात्कार-हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार को छात्र समाज की ‘नबन्ना अभिजन’ रैली में सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया।
चोटिल हुए चंडीतल्ला के सीआई सौभिक गांगुली (CI Souvik Ganguly)
हावड़ा के अन्य क्षेत्रों की तरह ही हावड़ा मैदान भी रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदड़ने के लिए बल का प्रयोग किया। प्रदर्शनकारियों की ओर से भी पुलिस पर पत्थरबाजी की गई। जिसमें पुलिस कर्मियों को चोट लगी। आरोप है कि हावड़ा मैदान इलाके में प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी कर दी और पुलिस की लाठियां छीनने की कोशिश की। इस घटना में चंडीतल्ला के सीआई सौभिक गांगुली का सिर फूट गया। गंभीर अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। खबर लिखे जाने तक हावड़ा मैदान में पुलिस प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने की कोशिश कर रही थी।
(हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी के इनपुट के साथ)