Monkey Pox Vaccine : भारत में मामले मिलने के कुछ दिनों बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइज़ेशन ने मंकी पॉक्स की पहली वैक्सीन को दी मंजूरी

Monkey Pox Vaccine : भारत में मामले मिलने के कुछ दिनों बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइज़ेशन ने मंकी पॉक्स की पहली वैक्सीन को दी मंजूरी

Authored By: स्मिता

Published On: Tuesday, September 10, 2024

Updated On: Saturday, September 14, 2024

monkeypox virus in india
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में एमपॉक्स वायरस का एक अलग मामला पाया है। हालांकि यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मंकी पॉक्स प्रकोप के संबंध में घोषित वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का हिस्सा नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी अधिकारियों से उचित सावधानी बरतने और एमपॉक्स के लक्षणों और रोकथाम के बारे में लोगों को जानकारी देने का आग्रह किया है।।

Authored By: स्मिता

Updated On: Saturday, September 14, 2024

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में एमपॉक्स वायरस का एक अलग मामला पाया (Monkey Pox in India) है। हालांकि यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) द्वारा मंकी पॉक्स प्रकोप के संबंध में घोषित वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का हिस्सा नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मंकीपॉक्स के पहले संदिग्ध मामले की यात्रा से संबंधित संक्रमण के रूप में पुष्टि की गई है। क्लिनिकल टेस्ट ने रोगी में पश्चिम अफ्रीकी क्लेड 2 के एमपॉक्स वायरस की उपस्थिति की पुष्टि की है। इधर मंकीपॉक्स की गंभीरता को देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइज़ेशन ने वयस्कों के लिए एमपॉक्स की पहली वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। यह अफ्रीका और अन्य देशों में मंकीपॉक्स से लड़ने में मददगार होगा।

एमपॉक्स की पहली वैक्सीन को मंजूरी (Monkey Pox Vaccine) 

इधर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइज़ेशन (World Health Organization) ने वयस्कों के लिए एमपॉक्स की पहली वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। यह अफ्रीका और अन्य देशों में मंकीपॉक्स से लड़ने में मददगार होगा।  बवेरियन नॉर्डिक कंपनी की इस वैक्सीन (M Pox vaccine) को यूनीसेफ जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन खरीद सकेंगे। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइज़ेशन के अनुसार, यह वैक्सीन 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को दो खुराक में दी जा सकेगी।

एमपॉक्स के लक्षणों और रोकथाम के बारे में जानकारी (Monkey Pox symptoms)

दरअसल संक्रमित व्यक्ति एक युवा है, जो हाल ही में एमपॉक्स संक्रमण वाले देश से यात्रा करके (Monkey pox transmission) आया है। उसे वर्तमान में डॉक्टर के निर्देशानुसार आइसोलेट कर रखा गया है। रोगी की हालत स्थिर है। उसे किसी तरह की अन्य स्वास्थ्य समस्या नहीं है। इससे पहले केंद्र सरकार ने वैश्विक एमपॉक्स प्रकोप के संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एक सलाह जारी की। इसमें सभी अधिकारियों से उचित सावधानी बरतने और एमपॉक्स के लक्षणों और रोकथाम के बारे में लोगों को जानकारी देने का आग्रह किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने, विशेष रूप से स्वास्थ्य सुविधा स्तर पर, अस्पतालों में आइसोलेशन सुविधा की पहचान करने और जरूरी मानव संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

जानलेवा भी हो सकता है मंकीपॉक्स (Monkey Pox Health Risks)

यह सावधानी दुनिया भर में एमपॉक्स के नए स्ट्रेन के तेजी से फैलने के बीच आई है। इसने विश्व स्वास्थ्य संगठन को दो साल में दूसरी बार इस प्रकोप को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के लिए प्रेरित किया है। एमपॉक्स आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षण और मवाद से भरे घाव का कारण बनता है। आमतौर पर यह हल्का होता है, लेकिन जानलेवा भी हो सकता है। बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों, जैसे कि एचआईवी वाले लोगों में यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या का कारण बन सकता है।

 

About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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