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bank of india uco bank interest rates cut: बैंकों ने शुरू किया ब्याज दरों में कटौती करना, नोट करें डिटेल
bank of india uco bank interest rates cut: बैंकों ने शुरू किया ब्याज दरों में कटौती करना, नोट करें डिटेल
Authored By: JP Yadav
Published On: Thursday, April 10, 2025
Updated On: Thursday, April 10, 2025
bank of india uco bank interest rates cut : RBI ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर 6.0 प्रतिशत करने की घोषणा की थी.
Authored By: JP Yadav
Updated On: Thursday, April 10, 2025
bank of india uco bank interest rates cut : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) के रेपो रेट में 0.25% की कटौती करने का असर नजर आने लगा है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) और यूको बैंक (UCO Bank) ने बुधवार को ही रेपो दर में कटौती किए जाने के कुछ घंटों के ही भीतर ऋण की दरों में 0.25 प्रतिशत अंकों की कटौती करने की घोषणा कर दी. इसके इन दोनों बैंकों से होम लोन और लेना सस्ता हो गया है. बताया जा रहा है कि आगामी कुछ दिनों के दौरान देश के बड़े और नामी बैंक भी रेट ऑफ इंटरेस्ट में कटौती करेंगे. अब भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी समेत बड़े बैंकों पर नजर है, जो जल्द ही कटौती का एलान करेंगे.
कार लोन और होम लोन हुआ सस्ता
यहां पर बता दें कि RBI ने बुधवार कोरेपो रेट में 0.25% की कटौती करते हुए इसे 6.25% से घटाकर 6.0% कर दिया था. रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर RBI बैंकों को अल्पकालिक ऋण देता है. इसमें कमी आने पर बैंक भी अपने कर्ज की दरों में बदलाव करते हैं. इसके बाद उपभोक्ताओं के लिए होम लोन और कार लोन लेना सस्ता हो जाता है. रेपो रेट में कमी मिड-इनकम और अफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट के लिए बड़ा प्रोत्साहन है. इससे ‘हाउसिंग फॉर ऑल’ के टार्गेट को बल मिलेगा
क्या है रेपो रेट
रेपो दर (पुनर्खरीद दर) वह ब्याज दर है जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को धन उधार देता है. यह स्थिति तब होती है जब धन की कमी होती है. आसान भाषा में कहें तो रेपो रेट यह वह दर है जिस पर बैंक अल्पकालिक जरूरतों के लिए केंद्रीय बैंक से धन उधार लेते हैं, आमतौर पर सरकारी प्रतिभूतियों के बदले.
दूसरे बैंक भी कर सकते हैं ब्याज दरों में कटौती
बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक के बाद अब उम्मीद है कि देश के दूसरे बैंक भी जल्द ही अपनी लोन दरों में इसी प्रकार की कटौती करेंगे. इससे बाजार में क्रेडिट लेने की लागत कम होगी और उपभोक्ता मांग को बढ़ावा मिलेगा. बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक की ओर से शेयर बाजारों को अलग-अलग दी गई सूचनाओं में कहा गया है कि RBI की तरफ से अल्पकालिक ऋण दर (रेपो दर) में कटौती किए जाने के बाद ऋण दर में ये संशोधन किया गया है. कटौती के बाद बैंक ऑफ इंडिया की नई रेपो आधारित ऋण दर (आरबीएलआर) पहले के 9.10 प्रतिशत से घटकर 8.85 प्रतिशत हो गई है. वहीं यूको बैंक ने कहा कि उसने रेपो संबद्ध दर को घटाकर 8.8 प्रतिशत कर दिया है.
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