Robotic GI Surgery : तेजी से लोकप्रिय हो रहा है रोबोटिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी, कैसी है यह सर्जरी

Robotic GI Surgery : तेजी से लोकप्रिय हो रहा है रोबोटिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी, कैसी है यह सर्जरी

Authored By: स्मिता

Published On: Monday, April 14, 2025

Updated On: Monday, April 14, 2025

एक मॉडर्न ऑपरेशन थिएटर में रोबोटिक आर्म्स द्वारा की जा रही Robotic GI Surgery, जिसमें सर्जन मॉनिटरिंग कर रहा है.
एक मॉडर्न ऑपरेशन थिएटर में रोबोटिक आर्म्स द्वारा की जा रही Robotic GI Surgery, जिसमें सर्जन मॉनिटरिंग कर रहा है.

Robotic GI Surgery : बहुत कम साइड इफेक्ट होने के कारण रोबोटिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी इन दिनों तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. 100 रोबोटिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी कर काइजेन हॉस्पिटल ऐसा करने वाला देश का पहला अस्पताल बन गया है. जानते हैं कैसे होती है गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी.

Authored By: स्मिता

Updated On: Monday, April 14, 2025

Robotic GI Surgery : गुजरात के अहमदाबाद स्थित है काइजेन हॉस्पिटल. काइजेन हॉस्पिटल 100 रोबोटिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी (Robotic GI Surgery ) करने वाला देश का पहला अस्पताल बन गया है. हाल में देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई और रोबोटिक्स जैसी टेक्नोलॉजी को काफी गति मिली है. हाल में राज्य सरकार ने कैंसर हॉस्पिटल में 95 करोड़ रुपए के खर्च से अत्याधुनिक रेडियोथेरेपी उपचार के लिए साइबर नाइफ-रोबोटिक लीनियर एक्सीलरेटर मशीन (Robotic GI Surgery ) भी स्थापित की है.

बैक टू बेसिक’ यानी प्रकृति की ओर लौटना

अहमदाबाद (गुजरात) के काइजेन हॉस्पिटल में बेहतरीन तरीके से रोबोटिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी हो रही है. साथ ही, राज्य के यूएन मेहता हॉस्पिटल में भी रोबोटिक्स सर्जरी हाल में शुरू की गई है. राज्य सरकार की मदद से यूएन मेहता हॉस्पिटल में एआई-आधारित डिजिटल आईसीयू शुरू किया गया है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के अनुसार, रोगों की रोकथाम इलाज से बेहतर है. लोगों को ‘बैक टू बेसिक’ यानी प्रकृति की ओर वापस लौटना होगा. हमें ऐसी जीवन शैली अपनानी होगी, जिससे बीमारी का जोखिम न हो.

क्या है रोबोटिक जीआई सर्जरी (What is Robotic GI Surgery)

हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के शोध बताते हैं, ‘रोबोटिक जीआई सर्जरी में सर्जन नियंत्रित रोबोटिक आर्म्स का उपयोग करते हैं. ये आर्म्स गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट पर न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रियाएं करते हैं. यह सर्जरी पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में छोटे चीरों, अधिक सटीक और संभावित रूप से तेज़ रिकवरी प्रदान करता है.’
कैसे काम करता है रोबोटिक जीआई सर्जरी (How does Robotic GI Surgery work)

न्यूनतम इनवेसिव

रोबोटिक सर्जरी पेट की गुहा तक पहुंचने के लिए छोटे चीरों (Keyhole Surgery) का उपयोग करती है. इससे शरीर को होने वाले आघात को कम किया जा सकता है.

रोबोटिक आर्म्स (Robotic Arms)

सर्जन कंसोल से रोबोटिक आर्म्स को नियंत्रित करते हैं. यह अधिक सटीक तरीके से काम करते हैं.

हाई-डेफिनिशन विज़ुअलाइज़ेशन

यह सिस्टम सर्जन को ऑपरेटिव क्षेत्र का एक बड़ा, 3 डी दृश्य प्रदान करता है.

सटीक कार्य

रोबोटिक उपकरणों में लेप्रोस्कोपिक उपकरणों की तुलना में अधिक लचीलापन और गति की सीमा होती है. इससे अधिक सटीक और अधिक जटिल प्रक्रिया की जा सकती है.

मोशन स्केलिंग और ट्रेमर फ़िल्टरिंग

रोबोट सर्जन के हाथ के कंपन को फ़िल्टर करता है, जिससे ऑपरेशन अधिक स्थिर और सटीक हो जाता है.

रोबोटिक जीआई सर्जरी के लाभ (Robotic Surgery Benefits)

  • छोटे चीरे और कम निशान: तेजी से रिकवरी और दर्द कम होता है.
  • अधिक सटीकता और निपुणता: अधिक सटीकता के साथ अधिक जटिल प्रक्रियाओं की अनुमति देता है.
  • तेजी से रिकवरी का समय: मरीज पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में जल्दी सामान्य गतिविधियों में वापस आ सकते हैं.
  • ब्लड की कम हानि: मरीज को ब्लड चढ़ाने की जरूरत कम पड़ती है
  • जटिलताओं का जोखिम कम : सर्जरी होने के बाद समस्या होने की संभावना कम

(हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ)

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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