Share Market से लेकर Crypto तक, निवेश के मामले में महिलाएं हर जगह दिखा रहीं कमाल

Share Market से लेकर Crypto तक, निवेश के मामले में महिलाएं हर जगह दिखा रहीं कमाल

Authored By: Suman

Published On: Saturday, March 8, 2025

Updated On: Saturday, March 8, 2025

निवेश में महिलाओं की भागीदारी – शेयर बाजार और क्रिप्टो में सफलता की नई कहानी।
निवेश में महिलाओं की भागीदारी – शेयर बाजार और क्रिप्टो में सफलता की नई कहानी।

शेयर मार्केट (Share Market) से लेकर क्रिप्टो तक महिलाएंं न सिर्फ निवेश कर रही हैं बल्कि अच्छा पैसा भी बना रही हैं. धैर्य और अनुशासन जैसे गुणों की वजह से महिलाएं अच्छी इन्वेस्टर साबित हो रही हैं.

Authored By: Suman

Updated On: Saturday, March 8, 2025

International Womens Day 2025: आमतौर पर यह माना जाता रहा है कि महिलाएं गोल्ड और एफडी (FD) जैसे पंरपरागत निवेश साधनों में निवेश करती हैं. लेकिन महिलाएं अब तेजी से इस धारणा को बदल रही हैं. शेयर मार्केट (Share Market) से लेकर रियल एस्टेट और क्रिप्टो तक महिलाएंं न सिर्फ निवेश कर रही हैं बल्कि अच्छा पैसा भी बना रही हैं. धैर्य और अनुशासन जैसे गुणों की वजह से महिलाएं अच्छी इन्वेस्टर साबित हो रही हैं.

शेयर बाजार में अच्छा मुनाफा

मार्केट रेगुलेटर सेबी की एक रिपोर्ट के अनुसार शेयर बाजार और वायदा सौदों में प्रॉफिट के मामले में महिलाएं आगे हैं और वे नुकसान कम करती हैं. SEBI के सर्वे के अनुसार वित्त वर्ष 2024 में शेयर बाजार की ट्रेडिंग में प्रति करोड़ टर्नओवर पर महिलाओं का प्रॉफिट 94,900 रुपये था, जबकि पुरुषों का प्रॉफिट सिर्फ 86,230 रुपये था.

SEBI के सर्वे से पता चला कि फ्यूचर ऐंड ऑप्शन (F&O) कारोबार में शामिल महिलाओं को घाटा पुरुषों के मुकाबले कम होता है. वित्त वर्ष 2024 में F&O कारोबार में शामिल जहां 91.9% पुरुषों को नुकसान सहना पड़ा था, वहीं महज 86.3% महिलाओं को ही नुकसान हुआ था. इस मामले में फीमेल ट्रेडर्स को औसत नुकसान महज 75,973 रुपये का हुआ, जबकि मेल ट्रेडर्स को औसत नुकसान 88,804 रुपये का हुआ.

म्यूचुअल फंड में बढ़ता दखल

वेल्थ क्रिएशन की बात हो तो महिलाएं अपने स्वभाव के अनुरूप ही काफी धैर्य और अनुशासन के साथ पेश आती हैं. क्रिसिल और एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की एक स्टडी के मुताबिक महिलाओं के म्यूचुअल फंड ऐसेट में अच्छी बढ़ोतरी होती है. महिलाओं का म्यूचुअल फंड ऐसेट मार्च 2019 के 8.8% की तुलना में मार्च 2024 में 21.3% बढ़ा है. इस दौरान एक साल से कम समय तक निवेश रखने वाली महिलाओं की संख्या 40.5% से घटकर 25.4% रह गई है. इस दौरान महिला निवेशकों का ऐसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 4.59 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 11.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है.

क्रिप्टो में हिस्सेदारी

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार देश में क्रिप्टो (Crypto) मार्केट में भी महिलाओं की रुचि बढ़ती जा रही है. क्रिप्टो इनवेस्टमेंट में महिलाओं की भागीदारी जनवरी 2025 तक के एक साल में करीब 20 फीसदी बढ़ी है. कुल ट्रेडिग वॉल्यूम में महिलाओं की भागीदारी बढ़कर 15 फीसदी तक पहुंच गई है. Giottus की रिपोर्ट के अनुसार महिलाएं खासकर बिटकॉइन (Bitcoin) और इथरियम (Ethereum) जैसे लॉन्ग टर्म और स्टेबल ऐसेट को पसंद करती हैं.

टर्म पॉलिसी में बढ़ती भागीदारी

पॉलिसी बाजार की एक रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में टर्म इंश्योरेंस खरीदने वाली महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़कर 18 फीसदी हो गई है. रिपोर्ट के अनुसार बढ़ते वर्कफोर्स पार्टिसिपेशन, महिला सशक्तीकरण और डिजिटल फाइनेंशियल रिसोर्सेज बढ़ते जाने की वजह से महिलाओं के लिए वित्तीय निर्णय लेना आसान हुआ है. अगर महिलाओं में बात की जाए तो टर्म इंश्योरेंस खरीदने वाली 49 फीसदी नौकरीपेशा और 39 फीसदी होम मेकर हैं. इसके बाद बाकी 12 फीसदी टर्म इंश्योरेंस खरीदने वाली महिलाएं सेल्फ एम्प्लॉयड हैं.

रियल एस्टेट में बढ़ता निवेश

रियल एस्टेट भी महिलाओं का पसंदीदा निवेश है. हाल में आए Anarock consultancy के एक सर्वे के अनुसार वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में 75% महिलाओं ने कहा कि वे रियल एस्टेट में निवेश करना चाहती हैं. इसकी तुलना में ​वर्ष 2022 की दूसरी छमाही में 65% और वर्ष 2019 की दूसरी छमाही में सिर्फ 57% महिलाओं ने यह रुचि दिखाई थी. यानी अब हर चार में से तीन महिलाएं रियल एस्टेट में निवेश करना चाहती हैं.
Square Yards की एक रिपोर्ट के अनुसार देश के 9 प्रमुख शहरों में महिलाओं के नाम पर रेजिडेंशयल प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री साल 2024 में 5.77 लाख तक पहुंच गई, जबकि साल 2023 में यह संख्या 5.56 लाख ही थी.

About the Author: Suman
सुमन गुप्ता एक स्वतंत्र पत्रकार हैं जो आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर अच्छी पकड़ रखती हैं। कई पत्र—पत्रिकाओं के लिए पिछले दस साल से स्वतंत्र रूप से लेखन। राष्ट्रीय राजनीति, कोर इकोनॉमी, पर्सनल फाइनेंस, शेयर बाजार आदि से जुड़े उनके सैकड़ों रिपोर्ट, आर्टिकल प्रकाशित हो चुके हैं।
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