बिहार के बाद अब पूरे देश में SIR कराने की तैयारी, चुनाव आयोग ने 10 सितंबर को बुलाई बैठक

Authored By: Ranjan Gupta

Published On: Saturday, September 6, 2025

Last Updated On: Saturday, September 6, 2025

India Election SIR Preparation: बिहार के बाद अब पूरे देश में SIR कराने की तैयारी, चुनाव आयोग ने 10 सितंबर को बैठक बुलाई, चुनाव प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए कदम
India Election SIR Preparation: बिहार के बाद अब पूरे देश में SIR कराने की तैयारी, चुनाव आयोग ने 10 सितंबर को बैठक बुलाई, चुनाव प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए कदम

बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर उठे विवाद के बीच चुनाव आयोग अब इसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी कर रहा है. इस मुद्दे पर 10 सितंबर को दिल्ली में सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की अहम बैठक बुलाई गई है.

Authored By: Ranjan Gupta

Last Updated On: Saturday, September 6, 2025

India Election SIR Preparation: बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है. बड़ी संख्या में नाम काटे जाने और विपक्षी दलों के विरोध के बाद अब यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुका है. चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाते हुए 10 सितंबर को दिल्ली में बैठक बुलाई है, जिसमें सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और वरिष्ठ चुनाव अधिकारी शामिल होंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक में पूरे देश में एसआईआर लागू करने पर चर्चा होगी. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह कदम सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच नई राजनीतिक टकराहट को जन्म दे सकता है.

बैठक में विस्तार से चर्चा होने की उम्मीद

बैठक में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा होने की उम्मीद है. इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार के साथ सभी राज्यों के चुनाव आयुक्त और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे.

बिहार में चलाया गया एसआईआर अभियान अब राजनीतिक विवाद का रूप ले चुका है. राजद, कांग्रेस, भाकपा, माकपा, तृणमूल कांग्रेस और सपा समेत कई विपक्षी दलों ने बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम हटाए जाने का आरोप लगाया है. विपक्ष ने इस मामले में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े किए हैं.

अगले साल कई राज्यों में चुनाव

अगले साल पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव आयोग पूरे देश में एसआईआर लागू कर सकता है. अगर ऐसा होता है, तो सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीतिक टकराव और तेज हो सकता है.
इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन पहले ही विरोध जता चुके हैं, जबकि भाजपा शासित राज्यों ने चुनाव आयोग के फैसले का समर्थन किया है.

SIR पर उठे कई सवाल

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बीते महीने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार एसआईआर अभियान को लेकर उठे सवालों पर सफाई दी थी. उन्होंने विपक्ष के लगाए गए पक्षपात के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि कुछ लोग जानबूझकर मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं और आयोग की साख पर सवाल उठा रहे हैं.

हालांकि उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका बयान विपक्ष के उस आरोप का जवाब माना गया जिसमें कहा गया था कि आयोग भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहा है.

दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ज्ञानेश कुमार ने कहा था, “जब चुनाव आयोग के कंधे पर बंदूक रखकर और मतदाताओं को निशाना बनाकर राजनीति की जा रही है तो चुनाव आयोग यह स्पष्ट करना चाहता है कि वह बिना किसी भेदभाव और निबेक होकर सभी मतदाताओं – गरीब, अमीर, बुजुर्ग, महिला, युवा और हर धर्म के साथ चट्टान की तरह खड़ा है.”

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रंजन कुमार गुप्ता डिजिटल कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें डिजिटल न्यूज चैनल में तीन वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्त है. वे कंटेंट राइटिंग, गहन रिसर्च और SEO ऑप्टिमाइजेशन में माहिर हैं. शब्दों से असर डालना उनकी कला है और कंटेंट को गूगल पर रैंक कराना उनका जुनून! वो न केवल पाठकों के लिए उपयोगी और रोचक लेख तैयार करते हैं, बल्कि गूगल के एल्गोरिदम को भी ध्यान में रखते हुए SEO-बेस्ड कंटेंट तैयार करते हैं. रंजन का मानना है कि "हर जानकारी अगर सही रूप में दी जाए, तो वह लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है." यही सोच उन्हें हर लेख में निखरने का अवसर देती है.


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