टीम तेज प्रताप के साथ आए ये पांच दल, बिगाड़ेंगे किसका सियासी खेल?
Authored By: सतीश झा
Published On: Wednesday, August 6, 2025
Last Updated On: Wednesday, August 6, 2025
बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा सियासी मोड़ देखने को मिल रहा है. लालू यादव (Lalu Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने जहां एक ओर राजद (RJD) से अलग राह चुनी है, वहीं छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwvi Yadav) के साथ पूरा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) खड़ा नजर आ रहा है. इस पारिवारिक राजनीतिक बंटवारे के बीच तेज प्रताप यादव ने अब 5 क्षेत्रीय दलों को साथ लाकर नया महागठबंधन खड़ा कर दिया है, जिससे बिहार की सियासी फिजा में नई हलचल शुरू हो गई है.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Wednesday, August 6, 2025
Tej Pratap Yadav New Political Alliance: लालू यादव (Lalu Yadav) के दोनों बेटों के बीच बढ़ती दूरी अब खुलकर सामने आ गई है. तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) जहां तेजस्वी से अलग राह पर चलने की बात कर रहे हैं, वहीं उन्होंने कहा है कि हम राजनीति पद के लिए नहीं, जनसेवा के लिए कर रहे हैं. तेजस्वी (Tejashwi Yadav) और राजद (RJD) की ओर से फिलहाल इस पर कोई प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन आने वाले दिनों में इस राजनीतिक बंटवारे के असर चुनावी समीकरणों पर जरूर देखने को मिलेंगे.
तेजप्रताप यादव महुआ से लड़ेंगे चुनाव
पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने VVIP पार्टी के साथ गठबंधन कर सियासी हलचल तेज कर दी है. इस घोषणा के साथ ही उन्होंने साफ कर दिया है कि वे 2025 के विधानसभा चुनावों (Bihar Assembly Election 2025) में एक नई भूमिका में नजर आएंगे. VVIP पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप निषाद उर्फ ‘हेलीकॉप्टर बाबा’ ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं तेजप्रताप यादव (Tej Pratp Yadav) ने अपनी पुरानी सीट महुआ से चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि वे जनता के बीच पहले से ही सक्रिय हैं और उनका भरोसा जीत चुके हैं.
तेज प्रताप यादव की यह नई सियासी पहल भले ही शुरुआती दौर में हो, लेकिन यह तय है कि बिहार की राजनीति में बदलाव की बयार चल पड़ी है. अब देखने वाली बात यह होगी कि यह गठबंधन जनता के बीच क्या पकड़ बना पाता है, और इसका सीधा असर किन दलों के वोट बैंक पर पड़ता है.
कौन-कौन शामिल हुए हैं टीम तेज प्रताप के साथ?
- विकास वंचित इंसान पार्टी (VVIP)
- भोजपुरिया जन मोर्चा (BJM)
- प्रगतिशील जनता पार्टी (PJB)
- वाजिब अधिकार पार्टी (WAP)
- संयुक्त किसान विकास पार्टी
इन सभी दलों ने तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) के नेतृत्व में एकजुट होकर आगामी 2025 विधानसभा चुनाव में उतरने का ऐलान किया है. गठबंधन की घोषणा हाल ही में पटना के मौर्य होटल में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई.
क्या है गठबंधन का एजेंडा?
तेज प्रताप यादव ने इस नए गठबंधन का उद्देश्य साफ किया है:
- सामाजिक न्याय
- सामाजिक हक़
- संपूर्ण बदलाव
उन्होंने लोहिया, कर्पूरी ठाकुर और जयप्रकाश नारायण के सपनों को साकार करने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि यह गठबंधन जनता के अधिकार और विकास के लिए संघर्ष करेगा.
विरोधियों को दी चुनौती
तेजप्रताप यादव ने अपने विरोधियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा, बहुत लोग सोचते हैं कि हमसे टकराएंगे तो चूर-चूर हो जाएंगे. हमारी टीम भले छोटी हो, लेकिन ताकत बड़ी है. उन्होंने इसे नई शुरुआत करार दिया और कहा कि वे किसी चुनौती से पीछे हटने वाले नहीं हैं. चार दिन की चांदनी, फिर अंधेरी रात… कार्रवाई से कुछ नहीं होगा. जनता ही हमारी ताकत है.
प्रेस वार्ता के दौरान तेजप्रताप यादव ने हंसी-मजाक में कहा, “मीडिया के लोगों को भी अगर गठबंधन करना है, तो वे भी कर सकते हैं.”
किसका सियासी खेल बिगड़ेगा?
तेज प्रताप यादव का यह कदम RJD और महागठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. जहां एक ओर तेजस्वी यादव महागठबंधन के चेहरा बने हुए हैं, वहीं तेज प्रताप द्वारा छोटे दलों को एकजुट करना ओबीसी, दलित और किसानों के वोट बैंक में सेंध की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह गठबंधन ग्राउंड लेवल पर सक्रिय हो पाया, तो यह न केवल RJD बल्कि BJP-JDU गठबंधन के लिए भी चिंता का विषय बन सकता है.
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