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पानी को बार-बार उबालना सेहत के लिए सही है या नहीं, जानें फैक्ट
पानी को बार-बार उबालना सेहत के लिए सही है या नहीं, जानें फैक्ट
Authored By: स्मिता
Published On: Tuesday, July 22, 2025
Last Updated On: Tuesday, July 22, 2025
ऑस्ट्रेलिया की वोलोंगोंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने अपने शोध निष्कर्ष में यह बात सामने लाई है कि पानी को दोबारा उबालना पूरी तरह सुरक्षित है. बशर्ते जो पानी इस्तेमाल किया जा रहा है, वह पहले से ही पीने योग्य हो.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Tuesday, July 22, 2025
Boiled Water: कई बार केतली में पानी बचा रहता है, फिर भी उसी में और पानी डालकर हम उसे गर्म करते हैं. बार-बार पानी उबालकर हम चाय-कॉफी बना लेते हैं. साथ ही हमें यह डर भी सताता रहता है कि बार-बार उबालने से पानी खराब हो सकता है. उसमें जहरीले तत्व इकट्ठा हो सकते हैं. हमारा यह डर सही है या नहीं उसका उत्तर ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने दे दिया है. ऑस्ट्रेलिया की वोलोंगोंग यूनिवर्सिटी (University of Wollongong) के वैज्ञानिकों ने साफ कहा है कि पानी को दोबारा उबालना पूरी तरह सुरक्षित है. बशर्ते जो पानी इस्तेमाल किया जा रहा है, वह पहले से ही पीने योग्य हो.
पानी को बार-बार उबालने से क्या होता है (boiling water repeatedly)
जब पानी को बार-बार उबाला जाता है, तो उसमें मौजूद गैसें (जैसे ऑक्सीजन) उड़ जाती हैं. लेकिन उसमें मौजूद मिनरल्स और मेटल्स, जैसे फ्लोराइड, मैग्नीशियम या हल्की मात्रा में मौजूद सीसा, वहीं बने रहते हैं. अगर एक ही पानी को कई बार उबालते हैं, तो पानी की मात्रा थोड़ी-सी कम हो सकती है. इससे इन चीजों की मात्रा थोड़ी बढ़ सकती है, लेकिन यह बढ़ोतरी इतनी कम होती है कि स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं होता है.
फ्लोराइड पर कितना पड़ता है असर (Effect of boiling water repeatedly)
अगर आपके नल के पानी में फ्लोराइड एक मिग्रा प्रति लीटर है और आप उस पानी से चाय बनाते हैं, फिर बचे पानी को दोबारा उबाल कर दूसरी चाय बनाते हैं, तो पहले और दूसरे कप में फ्लोराइड का अंतर केवल 0.03 मिग्रा होगा. इसका मतलब है कि अंतर इतना मामूली है कि उसे नजर अंदाज किया जा सकता है. वोलोंगोंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार, यदि पानी को इतनी बार उबाला जाए कि 20 लीटर पानी सिर्फ 200 एमएल बच जाये, तब जाकर वह खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है.
उबालने पर बदल सकता है पानी का स्वाद (boiling water repeatedly)
कुछ लोगों को बार-बार उबले पानी का स्वाद थोड़ा अलग लग सकता है. इसका कारण है पानी में घुली ऑक्सीजन की कमी या मिनरल्स में आया थोड़ा बदलाव. यह सिर्फ स्वाद से जुड़ा मामला है, सेहत से नहीं. अगर बढ़िया क्वालिटी के नल का पानी इंस्तेमाल किया जा रहा है, जो पीने लायक है, तो उसे दोबारा उबालना बिल्कुल सुरक्षित है. केतली को हर बार खाली करने की जरूरत नहीं है. कोई भी व्यक्ति बिना चिंता किए बचा हुआ पानी फिर से उबाल कर इस्तेमाल कर सकता है.
पानी उबालने से मिलते हैं स्वास्थ्य लाभ (boil water benefits)
पानी उबालने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. सबसे पहला फायदा यह है कि हानिकारक बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्मजीवों को मारने की इनमें क्षमता होती है. ये जलजनित बीमारियों का कारण बन सकते हैं. यह पाचन में सुधार (digestion), विषहरण (detoxification) में सहायता और संभावित रूप से वजन प्रबंधन (weight management) में भी योगदान दे सकता है.