Cancer Risks in India: हर 11वें व्यक्ति पर कैंसर का खतरा
Authored By: स्मिता
Published On: Wednesday, September 3, 2025
Last Updated On: Wednesday, September 3, 2025
Cancer Risks : भारत में लोगों की लाइफस्टाइल में तेज़ी से बदलाव हुआ है. इससे लोगों के खाने-पीने का तरीका बदला है. अत्यधिक तंबाकू और शराब के सेवन से लोगों में कैंसर का खतरा भी कई गुना बढ़ गया है.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Wednesday, September 3, 2025
Cancer Risks in India: भारत में अब कैंसर का खतरा पहले से कहीं ज्यादा गहराता जा रहा है. नयी स्टडी में यह चौंकाने वाला निष्कर्ष उजागर हुआ है. देश में हर 100 लोगों में से लगभग 11 लोग अपने जीवनकाल में कभी न कभी कैंसर से जूझ सकते हैं. हाल ही में भारत में कैंसर के नये ट्रेंड्स और उसकी स्थिति को समझने के लिए 43 जनसंख्या आधारित कैसर रजिस्ट्रियों 2015 से 2019 तक के आंकड़ों पर रिसर्च किया गया. इस रिसर्च से यह स्पष्ट हुआ कि यह बीमारी अब राष्ट्रीय चिंता का गंभीर विषय बन चुकी है. कैसर से हर साल लाखों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. वर्ष 2024 में ही 15.6 लाख नये मामले दर्ज हुए. इनमें से 8.74 लाख लोगों की मौत हो गयी. विशेषज्ञ मानते हैं कि तंबाकू और शराब के बढ़ रहे सेवन के कारण यह गंभीर खतरा पैदा हुआ है.
पुरुषों में फेफड़े व पेट के कैंसर का खतरा
पुरुषों में फेफड़ों और पेट का कैंसर ज्यादा पाया जाता है, लेकिन इनके शुरुआती लक्षण सामने नहीं आते हैं. यही वजह है कि अधिकतर मामलों का पता देर से चलता है और मृत्यु दर बढ़ जाती है.
महिलाओं में ब्रेस्ट और यूटरस कैंसर का खतरा
शोध के अनुसार, महिलाओं में 40% कैसर ब्रेस्ट और यूटरस से जुड़े होते हैं. अच्छी बात यह है कि अक्सर इनका पता शुरुआती चरण में चल जाता है, जिससे इलाज आसान हो जाता है.
शराब ने खतरे को किया और गंभीर
अस्वस्थ खानपान और देर से निदान इसका बड़ा कारण है. सबसे डरावनी तस्वीर उत्तर-पूर्व भारत से आयी है, जहां तंबाकू और शराब की दोहरी मार पड़ी है. भारत में मुख का कैंसर अब सबसे आम बन गया है. तंबाकू का सेवन घटा है, लेकिन शराब का इस्तेमाल बढ़ा है. इसने खतरे को और गंभीर कर दिया है. शराब न सिर्फ लिवर बल्कि गले, मुंह और पेट के कैंसर का बड़ा कारण बन रही है.
उत्तर-पूर्वी राज्यों में भयावह स्थिति
23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सीमित आबादी पर शोध किया गया, लेकिन इसके निष्कर्ष पूरे देश के लिए चेतावनी हैं. देश में सबसे भयावह स्थिति उत्तर-पूर्वी राज्यों में देखी गयी. खासकर मिजोरम में पुरुषों में कैंसर का लाइफटाइम रिस्क 21.1% और महिलाओं में 18.9% पाया गया, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुना है. पारंपरिक खाने की आदतें, तंबाकू का ज्यादा इस्तेमाल और संक्रमणजनित बीमारियां यहां बड़े कारक मानी जा रही हैं.
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