Cataract Awareness Month June 2025: जानें मोतियाबिंद के लक्षण, कारण और बचाव के आसान उपाय

Cataract Awareness Month June 2025: जानें मोतियाबिंद के लक्षण, कारण और बचाव के आसान उपाय

Authored By: स्मिता

Published On: Friday, June 13, 2025

Last Updated On: Friday, June 13, 2025

Cataract Awareness Month June 2025: जानें मोतियाबिंद के लक्षण, कारण और बचाव के आसान उपाय इस जानकारीपूर्ण पोस्ट में.
Cataract Awareness Month June 2025: जानें मोतियाबिंद के लक्षण, कारण और बचाव के आसान उपाय इस जानकारीपूर्ण पोस्ट में.

Cataract Awareness Month June: जागरूकता के अभाव में मोतियाबिंद होने की संभावना बनी रहती है. लोगों को आंखों की इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए जून माह को कैटेरेक्ट अवेयरनेस मंथ माना गया है. मोतियाबिंद से बचाव के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं.

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Friday, June 13, 2025

Cataract Awareness Month June: मोतियाबिंद एक आम नेत्र रोग है. इसमें लेंस का धुंधलापन होता है. इसके कारण यदि उपचार न किया जाए तो धीरे-धीरे दृष्टि की हानि हो सकती है. कैटेरेक्ट अंधेपन का एक महत्वपूर्ण कारण हैं. कैटेरेक्ट सर्जरी दृष्टि को बहाल करने के लिए एक अत्यधिक सफल प्रक्रिया है। जून को मोतियाबिंद जागरूकता माह के रूप में मान्यता प्राप्त है. लोगों के बीच मोतियाबिंद के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए यह महीना समर्पित (Cataract Awareness Month June) है.

मोतियाबिंद जागरूकता माह जून (Cataract Awareness Month June)

दुनिया भर में दृष्टि हानि और अंधेपन का एक प्रमुख कारण कैटेरेक्ट है. जून का महीना मोतियाबिंद के जोखिम कारकों, लक्षणों और उपलब्ध उपचार विकल्पों के बारे में शिक्षा को प्रोत्साहित करता है. इसमें आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. कई संगठन, आई केयर प्रोफेशनल मोतियाबिंद जागरूकता माह के दौरान सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम, निःशुल्क नेत्र जांच, शैक्षिक अभियान और सेमिनार जैसी जागरूकता गतिविधियों में भाग लेते हैं. मोतियाबिंद विकसित होने के जोखिम को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं.

मोतियाबिंद को रोकने या बचाव के लिए  उपाय  (Preventive Measures for Cataract)

  • आंखों को UV रेडियेशन से बचाएं (UV Radiation for Cataract):
  1. UV से बचाव के लिए गोगल्स पहनें: सूर्य से निकलने वाली UV विकिरण आपकी आंख के लेंस को नुकसान पहुंचा सकती है. इससे मोतियाबिंद हो सकता है. ऐसे धूप के चश्मे चुनें, जो 100% UVA और UVB किरणों को रोकते हों.
  2. टोपी पहनें : चौड़ी किनारी वाली टोपी आंखों को सीधी धूप से बचा सकती है.
  • स्वस्थ आहार लें (Healthy Food): खूब सारे फल और सब्ज़ियां खायें: इनमें विटामिन A, C और E जैसे एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो आपकी आंखों को नुकसान होने से बचाने में मदद करते हैं.
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करें (Omega 3 Fatty Acid): सैल्मन और टूना जैसी तैलीय मछलियों में पाया जाने वाला ओमेगा-3 भी मोतियाबिंद के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है.
  • प्रोसेस्ड वसा और चीनी का सेवन सीमित करें (Processed Fat & Added Sugar): ये ऑक्सीडेटिव तनाव में योगदान कर सकते हैं, जो लेंस को नुकसान पहुंचा सकता है.
  • स्वास्थ्य स्थितियों का प्रबंधन (Management of Health Problems): मधुमेह और उच्च रक्तचाप का ठीक से प्रबंधन न किए जाने से मोतियाबिंद का जोखिम काफी बढ़ सकता है.
  • धूम्रपान छोड़ें (Quit Smoking): धूम्रपान लेंस में ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाता है, जो मोतियाबिंद के गठन को तेज कर सकता है.
  • नियमित आंखों की जांच करवाएं (Regular Eye Check up): नियमित आंखों की जांच से मोतियाबिंद का प्रारंभिक पता लगाने से समय पर हस्तक्षेप करने और दृष्टि हानि को रोकने में मदद मिल सकती है.

अन्य निवारक उपाय

यदि आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो संक्रमण को रोकने के लिए उन्हें ठीक से साफ करें और स्टोर करें.

  • शारीरिक रूप से सक्रिय रहें (Physical Activity): व्यायाम ब्लड सर्कुलेशन में सुधार कर सकता है, जिससे आंखों में अधिक पोषक तत्व और ऑक्सीजन पहुंचती है.
  • स्क्रीन के सामने लंबे समय तक रहने की सीमा (Screen Time): 20-20-20 नियम (हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी चीज़ को देखें) आंखों के तनाव को कम करने में मदद कर सकता है.

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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