CISF ने शुरू की पहली महिला कमांडो यूनिट, सुरक्षा की फ्रंटलाइन पर महिलाएं
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Monday, August 25, 2025
Last Updated On: Monday, August 25, 2025
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा में नया इतिहास रचते हुए अपनी पहली ‘ऑल-वुमेन कमांडो यूनिट’ की शुरुआत की है. मध्य प्रदेश के बरवाहा आरटीसी में 30 महिला कर्मियों का पहला बैच कठोर 8 सप्ताह के प्रशिक्षण से गुजर रहा है. इस पहल से न केवल महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी बल्कि 2026 तक 2,500 से अधिक महिला कमांडो राष्ट्रीय सुरक्षा की अग्रिम पंक्ति पर तैनात होंगी.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Monday, August 25, 2025
CISF First Women Commando Unit: भारत की सुरक्षा व्यवस्था में महिलाओं की भूमिका को और मजबूत करने की दिशा में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने ऐतिहासिक कदम उठाया है. पहली बार ‘ऑल-वुमेन कमांडो यूनिट’ का गठन किया गया है, जो देश की सुरक्षा की अग्रिम पंक्ति में महिलाओं की शक्ति और क्षमता को दर्शाता है. इस यूनिट का पहला बैच 30 महिला कर्मियों का है, जो मध्य प्रदेश के आरटीसी बरवाहा में उच्चस्तरीय कमांडो प्रशिक्षण से गुजर रहा है. प्रशिक्षण में लाइव-फायर अभ्यास, क्विक रिएक्शन टीम की जिम्मेदारी, जंगल में सर्वाइवल स्किल्स और आत्मविश्वास बढ़ाने वाले अभ्यास शामिल हैं.
पहले चरण में 100 महिला कमांडो को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है और 2026 तक 2,400 और महिला कर्मियों को इस बल में शामिल किया जाएगा. यह पहल न केवल महिला सशक्तिकरण बल्कि लैंगिक समानता और राष्ट्रीय सुरक्षा में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का भी प्रतीक है.
30 महिला कर्मियों का पहला बैच प्रशिक्षण में
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए अपनी पहली महिला कमांडो यूनिट तैयार की है. इस यूनिट की 30 महिला कर्मियों का पहला बैच फिलहाल मध्य प्रदेश के आरटीसी बरवाहा में 8 हफ्तों के कठिन और उन्नत स्तर के कमांडो प्रशिक्षण से गुजर रहा है.
इस प्रशिक्षण में क्विक रिएक्शन टीम (QRT) की जिम्मेदारियां निभाना, लाइव-फायर अभ्यास, लंबी दूरी तक दौड़, रैपलिंग और स्लिदरिंग की तकनीकें सीखना शामिल है. इसके अलावा जंगल में जीवित रहने की रणनीतियां और लगातार 48 घंटे का आत्मविश्वास बढ़ाने वाला अभ्यास भी कराया जा रहा है. इस पहल के पहले चरण में कुल 100 महिला कमांडो को प्रशिक्षित किया जाएगा.
2026 तक 2,400 और महिला कमांडो जुड़ेंगी
योजना के अनुसार, 2026 तक इस यूनिट का विस्तार किया जाएगा और 2,400 और महिला कर्मियों को CISF में शामिल किया जाएगा. यह कदम गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा तय किए गए 10 फीसदी महिला भागीदारी लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में अहम माना जा रहा है.
सीआईएसएफ का बयान
सीआईएसएफ ने सोमवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी, “CISF की पहली महिला कमांडो यूनिट अग्रिम मोर्चे के लिए तैयार की जा रही है. यह महिला सशक्तिकरण और परिचालन उत्कृष्टता की दिशा में ऐतिहासिक पहल है. बरवाहा (मध्य प्रदेश) में 30 महिला कर्मियों का पहला बैच 8 हफ्तों के कठिन प्रशिक्षण से गुजर रहा है, जिसमें त्वरित प्रतिक्रिया, हथियारों का लाइव अभ्यास, सहनशक्ति बढ़ाने वाली दौड़, रैपलिंग, स्लिदरिंग और जंगल में जीवित रहने की तकनीकें सिखाई जा रही हैं.”
पोस्ट में आगे लिखा गया, “पहले चरण में 100 महिला कमांडो तैयार होंगी और 2026 तक इसमें 2,400 और महिला कर्मियों को जोड़ा जाएगा. यह कदम नारी शक्ति, लैंगिक समानता और सुरक्षा के मोर्चे पर महिलाओं की अग्रिम भूमिका को मजबूत करेगा. यह सिर्फ सुरक्षा बल में महिला भागीदारी का विस्तार नहीं, बल्कि साहस और समावेशिता के साथ राष्ट्र की रक्षा करने का संकल्प भी है.”
ये भी पढ़ें:- GST 2.0: जीएसटी की 12% और 28% टैक्स स्लैब होगी खत्म, GoM ने केंद्र का प्रस्ताव किया स्वीकार